प्योंग्यांग. उत्तर कोरिया अमेरिका से युद्ध के लिए तैयार
हो चुका है। गुरुवार आधी रात के बाद से उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया
की सीमा और वहां मौजूद अमेरिकी सैन्य अड्डे की तरफ अपनी मिसाइलें और
रॉकेट लांचर तैनात कर दिए गए हैं। दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहप ने
एक सैन्य अधिकारी के हवाले से बताया है कि गुरुवार आधी रात के बाद से
नॉर्थ कोरिया ने अपनी रॉकेट यूनिट को यूएस बेस पर आक्रमण करने के लिए
तैयार रहने को कहा है।
वहीं दूसरी तरफ आज शुक्रवार को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन
के समर्थन में राजधानी प्योंगयांग में हजारों लोग इकठ्ठा हो रहे हैं। यहां
से यह लोग रैली निकालने जा रहे हैं। यूएस बेस के पास गुरुवार आधी रात के
बाद से सैनिक, सेना के वाहन और लंबी दूरी की मिसाइलें भारी मात्रा में
तैनात कर दी गई हैं। आशंका जताई जा रही है कि नॉर्थ कोरिया कभी भी उन्हें
फायर करने के आदेश दे सकता है।
नॉर्थ कोरिया ने अपनी सभी रॉकेट यूनिट्स को यूएस मिलेट्री और साउथ
कोरिया और उससे सटे प्रशांत महासागर क्षेत्र पर आक्रमण के लिए तैयार कर
दिया है। ऐसा अमेरिका के दो परमाणु क्षमता से लैस विमानों के उड़ने के
बाद लिया गया है। नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने गुरुवार आधी रात
के बाद सेना के उच्च अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया। उन्होंने
कहा कि अब वक्त आ गया है कि अमेरिका के साथ अपना हिसाब बराबर कर लिया
जाए।
हालांकि, चीन ने सभी संबंधित पक्षों से कहा है कि वो कोरियाई प्रायद्वीप पर व्याप्त तनाव को खत्म करने की मिल जुलकर कोशिश करें।
गुरुवार को नॉर्थ कोरिया ने कहा कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर
संयुक्त राष्ट्र निःशस्त्रीकरण मंच के प्रस्तावों को कभी भी स्वीकार नहीं
करेगा। उसने यह भी स्पष्ट किया कि कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु
निःशस्त्रीकरण की संभावना अमेरिकी की विरोधी नीति के कारण धुंधली हुई है।
उत्तर कोरियाई अभियान के सेक्रेटरी जॉन यॉन्ग रियॉन्ग ने कहा,
'अमेरिका और उसके साथी देशों ने गलत समझा है। वे गलत अनुमान लगा रहे हैं कि
डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके)' अपने खिलाफ असंगत
प्रस्तावों का समर्थन करेगा। डीपीआरके ऐसे किसी भी प्रस्ताव को कभी भी
स्वीकार नहीं करेगा।'
रियॉन्ग ने जिनेवा में परमाणु निःशस्त्रीकरण पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस
में ये बाते कहीं। इस दौरान उन्होंने डीपीआरके का हवाला भी दिया।