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19 अक्तूबर 2017

राजस्थान ही नहीं पुरे हिंदुस्तान की शूरवीरो की धरती,,गुलामी के खिलाफ जंग लड़ने वाले जांबाज़ बहादुर महाराणाप्रताप की धरती ,

राजस्थान ही नहीं पुरे हिंदुस्तान की शूरवीरो की धरती,,गुलामी के खिलाफ जंग लड़ने वाले जांबाज़ बहादुर महाराणाप्रताप की धरती ,,,वफादार घोड़े चेतक की धरती ,,राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया की धरती उदयपुर में रेलयात्रियों के सामान चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय हो और ,रेलवे जी आर पी पुलिस यात्रियों की रिपोर्ट लिखने में भी उन्हें उत्पीड़ित करे तो गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया की धरती पर इनकी इस पुलिस पर शर्म सी आती है रिपोर्ट लिखने में आना कानी करने वाले सिपाही दौलतराम की तस्वीर भी में इसमें शाया कर रहा हूँ ,,,जो मोबाइल पर बात कर रहे है ,,ताज्जुब है उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर जी आर पी की चौकी है ,,वहां थाना नहीं और चौकी पर सिर्फ एक सिपाही जिसे किसी तरह का कोई इख़्तियार नहीं सिर्फ एक ही जुमला ,रिपोर्ट लिखाना हो तो सारा काम ,,परिवार के सभी सदस्यों को छोड़कर ,,राणाप्रताप नगर जी आर पी थाने जाइये ,,कितनी अजीब ,,कितनी शर्मसार कर देने वाली बात है ,,उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर यात्री परेशांन है उसके सभी सामान चोरी हुए है ,,रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही और एक ही जुमला तीस साल से यही परेशानी है ,,जाना तो पंद्रह किलोमीटर दूर राणाप्रताप नगर थाने ही पढ़ेगा तभी आपकी रिपोर्ट लिखी जायेगी ,,यह जुमलेबाज़ी ,,पुलिस का यह रवय्या राजस्थान के किसी दूसरे ज़िले में हो तो समझ में आती है ,,लेकिन खुद राजस्थान के गृहमंत्री गुलाम चंद कटारियां के ग्रह ज़िले में हो तो शर्मिंदगी होती है ,,,,दोस्तों एक हादसा मेरे साथ पेश हुआ ,,रिज़र्वेशन कोच में अपने परिवार के साथ दीपावली की छुट्टियां उदयपुर वीरों और वफादारों की धरती पर गुज़ारने के लिए में सपरिवार निकला था मेवाड़ एक्सप्रेस से मेरा टिकिट रात्रि डेढ़ बजे 13 अक्टूबर का टिकिट था सभी रिज़र्वेशन कोच में थे ,,,चित्तोड़ स्टेशन तक अटेची सुरक्षित थी ,फिर आँख लगी ,,राणाप्रताप नगर में आँख खुली ,,उदयपुर सिटी आने पर सामान देखा तो पता चला ,,कोई चोर चेन को काटकर अटेची चुरा ले गया ,अटेची में सभी परिवार के सफर के लिए काफी कपड़े ज़रूरी सामान था ,,अफ़सोस तो होना था ,,खेर टिकिट कलेक्टर चन्द्रप्रकाश चौधरी को सुचना दी ,उन्होंने तहक़ीक़ात की कहा ,,जी आर पी उदयपुर सिटी में रिपोर्ट लिखा दो ,,वहां पहले से ही मेवाड़ एक्सप्रेस से एक मोबाईल ,,बी टू कोच से मनोज कुमार क़रीर का अटेची से भरा बेग चोरी हो जाने की रिपोर्ट लिखाने की मशक़्क़त चल रही थी ,,सिपाही दौलतराम रिपोर्ट नहीं लिख रहे थे ,,जो फॉर्म टी टी ने चोरी की रिपोर्ट लिखाने के लिए दिया था ,,उसे लेकर उसकी रसीद देने में आनाकानी कर रहे थे ,,हमने हमारा फॉर्म देना चाहा तो दौलतराम सिपाही ने साफ़ मना कर दिया ,,हिदायत दी जाना तो राणाप्रताप पढ़ेगा ,,हम परिवार के साथ पहले ही परेशांन उदयपुर सिटी बढ़ी सिटी रिपोर्ट के लिए हम कोसों दूर क्यों जाए ,,दौलतराम कहते है ,,यहाँ कोई नहीं है ,तीस सालों से ऐसा ही चल रहा है मेने भी यह परेशानी सभी अफसरों को बता दी है लेकिन सुधार नहीं हो रहा है ,,खेर इसकी शिकायत उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन अधीक्षक को की तो सिपाही ने रिपोर्ट ली ,रसीद दी ,,कोई कार्यवाही नहीं हुई ,,,चार दिन बाद फोन आया आपका आधार कार्ड दीजिये तब कार्यवाही होगी ,,अजीब बात है उदयपुर जैसी पर्यटन नगरी ,,राजस्थान की आन बान शान की प्रतीक नगरी ,,उदयपुर यहां पुलिस का यह हाल है वोह भी उस दिन जब मुख्यमंत्री उदयपुर में थी ,,गृहमंत्री कटारियां साहिब का जन्म दिवस का जश्न मनाया जा रहा था ,,रेलवे प्रशासन ,,जी आर पी पुलिस को इस मामले में समीक्षा करना चाहिए पुलिस व्यवस्था में सुधार कर जिस स्टेशन पर हो वहीँ यात्री से एफ आई आर लेकर रसीद देने ,,कार्यवाही करने की ज़िम्मेदारी लेना चाहिए ,,अब पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में इतनी देरी की तो समझ लीजिये चोर को कितना फायदा हुआ ,,वोह कोसो दूर जा चूका ,,उसके चोरी के निशानात गायब हो गए ,,पुलिस अगर तत्काल रिपोर्ट लिखती ,संबंधित गंतव्य वाले रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगे सी सी टी वी कैमरे खंगालती ,रिज़र्वेशन कोच में अनवांटेड लोग कैसे घुसे इसकी तहक़ीक़ात करती ,,रेलवे सुरक्षा बल के जवान कोचों में गश्त क्यों नहीं कर रहे थे ,,अगर गश्त पर थे तो किस क्षेत्र में संदिग्ध लोग है पता करती तो एक लाल बढ़ा सूटकेस ,,दुसरा मनोज कुमार जी का सूटकेस कब का बरामद हो गया होता ,,,लेकिन तहक़ीक़ात करना तो दूर ,,पुलिस ने रिपोर्ट तक नहीं लिखी ,,सी सी टी वी कैमरे खंगालना ,,जी आर पी ,,आर पी एफ के पुलिस जवानो ,,टी टी ,,चाय बेचने वाले वेंडर्स से पूंछतांछ तो पुलिस ने की ही नहीं ,,क्योंकि पुलिस जब रिपोर्ट लिखने में आना कानी करती है ,,पुलिस जब अनुसंधान नहीं करती है ,पुलिस जब रिपोर्ट को बोझ समझकर रद्दी की टोकरी में डालकर केस क्लोज़ कर देती है तब समझ लेना चाहिए के चोरो के हौसले बुलंद ,, पुलिस के हौसले पस्त है और यह पुलिस चोर की बिना सांठ गांठ के सम्भव भी नहीं लगता ,,उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर जी आर पी थाना खुले ,,वहां और सभी रेलवेस्टेशनो पर स्थित जी आर पी पुलिस चौकी पर तुरतं रिपोर्ट लेकर वायरलेस से सभी स्टेशन की आर पी एफ ,,जी आर पी पुलिस को सुचना देकर चोरी गए आर्टिकल की पहचान बताये ,,शायद यात्रियों का सामान मिल जाये ,,ट्रेन में पुलिस गश्त बढे ,,वेंडरों पर नज़र रखी जाए ,,रिज़र्वेशन कोच में अनवांटेड लोगो के घुसने पर पांबदी हो ,टी टी और सुरक्षागार्ड को इस मामले में सख्ती से पाबंद किया जाए ,,रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगे सी सी टी वी कैमरे भी अगर खंगाले जाए तो चोरी गए आर्टिकल के रंग और पहचान के आधार पर चोर पकड़े जा सकते है ,,लेकिन क्या पुलिस ऐसा करना चाहेगी ,,क्या रेलवे पुलिस ,,राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब कटारिया ऐसा कर सकेंगे ,,क्या आम जनता ,,मुसाफिर ऐसा दबाव बना पाएंगे ,,दो लोग जिनके मोबाइल चोरी हुए थे वोह तो बिना रिपोर्ट लिखाये ही चल दिए ,,, आप भाइयों बहनो की क्या राय है ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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