आपका-अख्तर खान

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15 जुलाई 2011

क्या इसे होश कहते हैं ............

आज
कई सालों बाद
फिर से
मुझे होश आया है
मेने तुम्हें
मेरे दिल की धडकन के करीब
फिर से पाया है
मेरी मदहोशी
तुम्हारी बेवफाई से ही तो थी
फिर आज
होश आया है
तो रोम रोम हर धडकन में
तुम्हे पाया है
क्या इसे ही होश कहते हैं ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यूँ ही तुम ...........

यूँ ही तुम
फिर से
मेरे सपने में
क्यूँ चले आते हो ...
आते हो तो फिर
बिना मिले
क्यूँ चले जाते हो ..
आखिर कोनसे जन्म की
दुश्मनी है
तुम्हारी मुझसे
जो इस तरह से
तड़पा तड़पा कर
सताते हो मुझे ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

करूणा से भिड़ गया छोटा बेटा स्टालिन

करूणा से भिड़ गया छोटा बेटा स्टालिन


karuna
चेन्नई। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में हार और 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में पार्टी नेताओं के फंसने के बाद डीएमके प्रमुख एम करूणानिधि पर दबाव बढ़ता जा रहा है। करूणानिधि की कार्यप्रणाली को लेकर उनके घर में ही लड़ाई छिड़ गई है। अपनी बहन कनिमोझि और बड़े भाई व केन्द्रीय मंत्री अलागिरी को लेकर करूणानिधि का छोटा बेटा एम स्टालिन अपने पिता से भिड़ गया। सूत्रों के मुताबिक करूणानिधि और स्टालिन के बीच बहुत गरम बहस हुई थी।
दोनों की यह बहस 23 जुलाई से शुरू होने वाली डीएमके की दो दिवसीय जनरल काउंसिल की बैठक से पहले हुई। सूत्रों के मुताबिक पार्टी की महिला विंग की कुछ कार्यकर्ताओं ने स्टालिन के बारे में करूणानिधि को शिकायत की थी। महिला कार्यकर्ताओं की शिकायत पर करूणानिधि ने अपने बेटे और तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री स्टालिन को पार्टी मुख्यालय में तलब किया। पार्टी के एक नेता के मुताबिक बातचीत के दौरान करूणानिधि कनिमोझि का पक्ष ले रहे थे वहीं स्टालिन आरोप लगा रहे थे कि कनिमोझि और अलागिरी के करीबी उन्हें भड़का रहे हैं। गरमा गरम बहस के बाद दोनों गुस्से में पार्टी मुख्लालय से चले गए।
सूत्रों के मुताबिक बाद में गोपालपुरम आवास पर करूणानिधि की बड़ी बेटी सेल्वी ने भी अपने पिता से अलागिरी के बारे में शिकायत की। सेल्वी ने कहा कि अलागिरी परिवार में मतभेद पैदा करने में लगे हैं। एक पूर्व मंत्री के मुताबिक स्टालिन इससे पहले कभी अपने पिता के सामने नहीं बोले थे लेकिन अब स्टालिन जल्द से जल्द उत्तराधिकारी का मामला सुलझाने पर जोर दे रहे हैं।

झावेरी बाजार से मिली सिर कटी लाश, टीएनटी से हुआ था ब्‍लास्‍ट!

झावेरी बाजार से मिली सिर कटी लाश, टीएनटी से हुआ था ब्‍लास्‍ट!

 
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मुंबई. आतंकी हमले में घायल निखिल तमका की मौत हो गई है। निखिल तमका झवेरी बाजार में हुए धमाके में गंभीर रुप से घायल थे। 23 साल के निखिल को मिलाकर मुंबई में धमाके में कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है।
जिस स्कूटर से ब्लास्ट किया गया था उसकी पहचान कर ली गई है। स्कूटर का रजिस्ट्रेशन अहमदाबाद का है। स्कूटर का मालिक मेहसाणा में रहता है।

मुंबई में बुधवार शाम हुए तीन बम धमाकों के बाद आतंकियों के बीच हुई बातचीत को दिल्ली पुलिस ने रिकॉर्ड किया है। सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि इस मामले में जांच एजेंसियों से जानकारी साझा करने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई पहुंची है। इस बीच सूत्रों ने बताया है कि सीएफएसएल जांच में पता चला है कि मुंबई में हुए बम धमाकों में टीएनटी का इस्‍तेमाल किया गया था।  वहीं झावेरी बाजार इलाके में बम धमाके की जगह से एक और शव बरामद हुआ है। शव घटनास्‍थल के पास एक इमारत की तीसरी मंजिल पर से बरामद हुआ था जिसका सिर धड़ से अलग था।
वहीं, अहमदाबाद पुलिस का मानना है कि मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के उन आतंकियों का हाथ हो सकता है, जिनकी उन्हें तलाश है। मुंबई में ब्लास्ट जिस तरीके से किए गए हैं, वे जयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम धमाकों से मिलते जुलते हैं। 
उधर, बीजेपी ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मुंबई ब्लास्ट से पहले खुफिया अलर्ट क्यों नहीं जारी किया गया। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह से इंटेलीजेंस की चूक नहीं हुई है। 

पुलिस के हाथ खाली
मुंबई सीरियल ब्लास्ट को हुए तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन अभी तक जांच एजेंसियां किसी भी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई हैं। हालांकि, शुक्रवार को जांच में तेजी आई है। इस घटना के लिए जिम्मेदार संभावित आतंकियों की धरपकड़ के लिए गुजरात से लेकर रांची तक छापेमारी की गई। एनआईए ने रांची के बरियातु में छापा मारा है।
इस मामले में अब तक हुई प्रगति पर मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने दिल्ली में कहा कि इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों पर शक गहराता जा रहा है। आर.के. सिंह के मुताबिक इन चार आतंकवादियों के नाम हैं-तौकीर, मोहसिन चौधरी, दानिश और मिर्जा बेग। इनमें दानिश जेल में बंद है। आर के सिंह के मुताबिक दिल्ली के बटला हाउस कांड के सिलसिले में जेल में बंद सलमान से भी पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि झावेरी बाज़ार में स्कूटर का इस्तेमाल कर विस्फोट किया गया था। उनके मुताबिक इस स्कूटर की पहचान कर ली गई है। वहीं, सऊदी अरब से आए ईमेल को लेकर पूछे गए सवाल पर आरके सिंह ने कहा कि उस ईमेल की जांच जारी है। मुंबई में जिन जगहों पर बम धमाके हुए, वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज के बारे में गृह सचिव ने बताया कि फुटेज की सीरीज़ 11 बार देखी जा चुकी है। 
मुंबई पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में तीन संदिग्ध लोग देखे गए हैं। ये तीनों ओपेरा हाउस के पास करीब 90 मिनट तक फोन पर बात करते रहे।
महाराष्ट्र के एंटी टैरर स्क्वॉड ने धमाके से पहले भी एक संदिग्ध पर नजर रखी थी, लेकिन वह चकमा देने में कामयाब हो गया। अब एटीएस और पुलिस उसे खोज रही है। जानकारी के अनुसार, दादर, ओपेरा हाउस और झवेरी बाजार में हुए धमाकों के करीब ६ घंटे पहले तक वह एटीएस की निगाहों में था।

इसके अलावा नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों का दावा है कि मुंबई धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का काम है, जिसमें मुंबई अंडरवर्ल्ड ने भी अहम योगदान दिया है। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि धमाके करने के लिए आतंकवादियों ने धन जुटाने के लिए उद्योगपतियों  से वसूली की और हाल ही में कोलकाता के चार उद्योगपतियों से धन उगाही की गई है। 

रोंग नंबर प्लीज़

एक साहब ने कोटा से बाहर जाने के बाद कोटा अपने घर फोन किया वहां उनके गंमें गोरखा ने फोन उठाया फोन पर साहब ने मेम साहब के बारे में पूंछा तो ..गोरखे ने अपने जवाब में मेम साहब को साहब के साथ कमरे में होना कहा साहब थे के आग बबूला हो गए उन्होंने गोरखे से कहा के में बाहर हूँ तो मेम साहब के साथ कोन साहब हैं ..गोरखे ने कहा के मुझे पता नहीं आप बताओं क्या करूँ ..साहब ने कहा के मेम साहब और साहब का दरवाज़ा खोल कर दोनों के गोली मार दे ..गोरखे ने वेसा ही किया और फिर साहब से पूंछा साहब दोनों की लाश का क्या करूँ ..साहब ने फोन पर ही कहा के घर के पीछे बने स्वीमिंग पुल में लाशें डाल दो ...गोरखा ने कहा साहब अपने घर में स्वीमिंग पुल कहाँ है ..फोन पर साहब की आवाज़ आई ओह रोंग नंबर प्लीज़ ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सेना के पास नहीं यहां तो तस्करों के काम आती है पनडुब्बी

सेना के पास नहीं यहां तो तस्करों के काम आती है पनडुब्बी

 
 
 
तेगुसिगाल्पा पनडुब्बियां आम तौर पर किसी भी देश की सेना के पास होती हैं, लेकिन होंडूरास की सरकार ने नशे के सौदागरों से एक पनडुब्बी पकड़ी है जिसमें कोलंबिया से मादक पदार्थो की तस्करी होती थी।

रक्षा मंत्री मालरे पास्कुआ ने बताया कि होंडूरास के सागर तट से 26 किमी दूर इस पनडुब्बी का पता चलने पर रोका गया और उसमें सवार 5 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। होंडूरास ने पड़ोसी देशों से ऐसी पनडुब्बियों को रोकने तथा उसमें मौजूद मादक पदार्थ जब्त करने के लिए मदद मांगी है।

यह पनडुब्बी कैरिबियाई सागर में 46 फुट नीचे तक चली गई है। इसमें करीब 3 से 5 टन कोकीन भरी है। कैरिबियाई सागर में घरेलू स्तर पर बनाई गई देसी पनडुब्बियों से मादक पदार्थो की तस्करी होती है। पास्कुआ ने बताया कि इनमें छोटे विमान से बहुत ज्यादा मादक पदार्थ आ जाते हैं इसलिए नशे के सौदागर इन्हीं का प्रयोग करने बेहतर समझते हैं।


पहली बार :

होंडूरास ने पहली बार पनडुब्बी पकड़ी है जबकि इक्वाडोर ने पिछले साल जुलाई में कोलंबियाई सीमा के पास देसी पनडुब्बी से 12 टन कोकीन पकड़ी थी। कोलंबिया करीब एक दर्जन पनडुब्बियां पकड़ चुका है।

क्या फायदा

> इनमें छोटे विमान से बहुत ज्यादा मादक पदार्थ आ जाता है।

> पकड़े जाने का खतरा होते ही इसे आसानी से समुद्र में बहुत गहरे उतारा जा सकता है।

> नशे के सौदागर इसे डुबो कर बाहर आ जाते हैं और खुद को किसी जहाज से उतारा हुआ बता कर मदद मांगते हैं।

> ऐसी पनडुब्बियों को आसानी से पकड़ने का कोई तरीका नहीं है।

पत्रिका गर्भनाल जेसा प्रकाशन देखा ना कोई ..................

अश्रु हास भी मना ...भूख प्यास भी मना ...यहाँ मनुष्य को मनुष्य मानना गुनाह है ...यहाँ सदा बंधी रही ...कल्पना हताशिनी ....बंदिनिं निराशिनी ..धर्मवीर भारती के इन उदगारों के साथ प्रकाशित पत्रिका गर्भनाल का इंटरनेट संस्करण ५६ और अंक पांच प्रकाशित हो चूका है ............डोक्टर यतीन्द्र वर्धनी इसके सम्पादकीय  सलाहकार हैं तो सुषमा शर्मा सम्पादक हैं ..पत्रिका का सम्पादकीय पढने से ही पत्रिका के वज़न और प्रकाशित सामग्री के चयन के बारे में अंदाजा लगा लिया जाता है ,,पत्रिका में हिंदुस्तान अम्रीका बन जायेगा तो केसा होगा .....दलित प्रश्न के आर्थिक पहलु ..इच्छा म्रत्यु एक संजीवनी ..सहित परख ...मुद्दा ..विमर्श .बातचीत ...आओ हिंदी सीखें ..खबरें ..परख ..किताब के नाम से बहतरीन रचनाएं कवितायें प्रकाशित की गयी हैं एक मैगज़ीन में गागर में सागर भर कर भरपूर ज्ञानवर्द्धक और सामग्री इन दिनों प्रकाशित किसी भी मैगज़ीन में मुश्किल से ही मिलती है लेकिन इस मैगज़ीन के प्रकाशन में सम्पादक जी और प्रकाशक जी ने जी जान लगा दी है ..गर्भनाल के प्रकाशन के लियें और बहतरीन संपादन के लियें सभी टीम को बधाई मैगज़ीन में कवी और लेखकों ने जो रचनाये लिखी हैं इसके लियें सभी लेखक और कवियों को भी बधाई .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह तुम क्या कहते हो .........

हाँ
तुम ही बताओं
बार बार
मुझ से तुम
यह क्या कहते हो ......
कहते हो
इमानदार बनो
कहते हो
सीधे सज्जन बनो
कहते हो
भ्रष्टाचार से बचो ..
तुम खुद जानते हो
हम कहां और किस हाल में जी रहे है
हम किन नेताओं के जिम्मे
अपना देश चलवा रहे हैं ..
तुम जाते हो
तुम्हारी यह सिक्ख हमें
इस जिंदगी में
पिछड़ा दुरे दर्जे का नागरिक बना देगा
फिर भी तुम ही बताओं
तुम यह सिक्ख हमें
क्यूँ और किस लियें देते हो
एक तरफ तो
दुदो फलो पूतो नहाओ
कामयाब आदमी बनो की दुआएं देते हो
और दूसरी तरफ ऐसी सिक्ख देते हो
तुम्ही बताओं ऐसा क्यूँ और किसलियें
इन हालातों में तुम
मुझसे कहते हो
तुम कहते हो तो कहते रहो
मुझे तो तरक्की करना है
मुझे तो देश की नेता गिरी करना है
बस इसीलियें
में तुम्हारी बात
इस कान से सुनता हूँ
और दुसरे कान से निकाल देता हूँ .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को लताड़ा

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को लताड़ा

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने 2008 के 'कैश फॉर वोट' मामले की सुनवाई करते हुए आज दिल्ली पुलिस की खिंचाई की। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा है कि उसने इस मामले की जांच के दौरान किसी को हिरासत में लेकर पूछताछ क्यों नहीं की? जस्टिस आफताब आलम की अगुवाई में इस मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस द्वारा की गई जांच से हम बिल्कुल खुश नहीं हैं। इतने गंभीर किस्म के मामले में आरोप साबित करने का यह तरीका नहीं है।’

बेंच ने यह भी कहा, ‘ दो साल से ज़्यादा बीत जाने के बाद भी इस मामले में दिल्ली पुलिस खास प्रगति नहीं कर पाई है। हमें इस बात की चिंता है। जांच तेजी से चलनी चाहिए और इसे किसी तार्किक नतीजे तक पहुंचाया जाना चाहिए।’ कोर्ट ने इस मामले में दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।

गौरतलब है कि पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जेएम लिंग्दोह ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर यह मांग की थी अदालत सरकार को यह निर्देश दे कि 'कैश फॉर वोट' मामले में दोषी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जुलाई, 2008 में यूपीए सरकार के विश्वास मत हासिल करने की कोशिश के दौरान बीजेपी के कुछ सांसदों ने लोकसभा में नोटों से भरे बंडल सदन में लहराए थे और आरोप लगाया था कि सत्तापक्ष ने उन्हें पैसे देकर अपने पक्ष में वोट देने के लिए दबाव बनाया है।

ब्‍लास्‍ट के बाद दिल्‍ली पुलिस ने रिकॉर्ड की आतंकियों की बातचीत!

 
 

मुंबई. मुंबई में बुधवार शाम हुए तीन बम धमाकों के बाद आतंकियों के बीच हुई बातचीत को दिल्ली पुलिस ने रिकॉर्ड किया है। सूत्रों के हवाले से मीडिया में यह खबर आ रही है कि इस मामले में जांच एजेंसियों से जानकारी साझा करने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई पहुंची है।
वहीं, अहमदाबाद पुलिस का मानना है कि मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के उन आतंकियों का हाथ हो सकता है, जिनकी उन्हें तलाश है। मुंबई में ब्लास्ट जिस तरीके से किए गए हैं, वे जयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम धमाकों से मिलते जुलते हैं। 
उधर, बीजेपी ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मुंबई ब्लास्ट से पहले खुफिया अलर्ट क्यों नहीं जारी किया गया। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह से इंटेलीजेंस की चूक नहीं हुई है। 

पुलिस के हाथ खाली
मुंबई सीरियल ब्लास्ट को हुए तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन अभी तक जांच एजेंसियां किसी भी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई हैं। हालांकि, शुक्रवार को जांच में तेजी आई है। इस घटना के लिए जिम्मेदार संभावित आतंकियों की धरपकड़ के लिए गुजरात से लेकर रांची तक छापेमारी की गई। एनआईए ने रांची के बरियातु में छापा मारा है।
इस मामले में अब तक हुई प्रगति पर मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने दिल्ली में कहा कि इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों पर शक गहराता जा रहा है। आर.के. सिंह के मुताबिक इन चार आतंकवादियों के नाम हैं-तौकीर, मोहसिन चौधरी, दानिश और मिर्जा बेग। इनमें दानिश जेल में बंद है। आर के सिंह के मुताबिक दिल्ली के बटला हाउस कांड के सिलसिले में जेल में बंद सलमान से भी पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि झावेरी बाज़ार में स्कूटर का इस्तेमाल कर विस्फोट किया गया था। उनके मुताबिक इस स्कूटर की पहचान कर ली गई है। वहीं, सऊदी अरब से आए ईमेल को लेकर पूछे गए सवाल पर आरके सिंह ने कहा कि उस ईमेल की जांच जारी है। मुंबई में जिन जगहों पर बम धमाके हुए, वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज के बारे में गृह सचिव ने बताया कि फुटेज की सीरीज़ 11 बार देखी जा चुकी है। 
मुंबई पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में तीन संदिग्ध लोग देखे गए हैं। ये तीनों ओपेरा हाउस के पास करीब 90 मिनट तक फोन पर बात करते रहे।
महाराष्ट्र के एंटी टैरर स्क्वॉड ने धमाके से पहले भी एक संदिग्ध पर नजर रखी थी, लेकिन वह चकमा देने में कामयाब हो गया। अब एटीएस और पुलिस उसे खोज रही है। जानकारी के अनुसार, दादर, ओपेरा हाउस और झवेरी बाजार में हुए धमाकों के करीब ६ घंटे पहले तक वह एटीएस की निगाहों में था।

इसके अलावा नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों का दावा है कि मुंबई धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का काम है, जिसमें मुंबई अंडरवर्ल्ड ने भी अहम योगदान दिया है। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि धमाके करने के लिए आतंकवादियों ने धन जुटाने के लिए उद्योगपतियों  से वसूली की और हाल ही में कोलकाता के चार उद्योगपतियों से धन उगाही की गई है।  
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