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16 अगस्त 2015

ये है दुनिया की सबसे खूबसूरत मस्जिद, अंदर लगा है मकराना का मार्बल dainikbhaskar.com Aug 17, 2015, 07:10 AM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 1 of 11 Next एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद कोटा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिनों की यात्रा पर हैं। वो एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद पहुंचे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार किसी मस्जिद में गए हैं। शीशे से जगमगाती इस मस्जिद को दुनिया में सबसे सुंदर मस्जिद माना जाता है। इस मस्जिद की सुंदरता में चार चांद लगाने में राजस्थान के मर्बल का भी अहम योगदान है। दरअसल, इसमें राजस्थान में पाया जाने वाला प्रसिद्ध मकराना का मार्बल लगवाया गया है। यही नहीं इसे बनाने वाले कारीगरों में मोरक्को, तुर्की, मलेशिया, चीन, ईरान, यूके, न्यूजीलैंड और ग्रीस के अलावा भारत के भी कारीगर शामिल थे। इस मस्जिद को बनाने में संगमरमर पत्थर, कोटा का मकराना, सोना, अर्द्ध कीमती पत्थरों, क्रिस्टल और चीनी मिट्टी की चीज़ों के अलावा प्राकृतिक सामग्री का भी प्रयोग किया गया है। ताज में भी लगा है राजस्थान का मकराना मकराना अपने संगमरमर की चमक के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। इनकी भव्यता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनका प्रयोग ताजमहल, हाजी अली दरगाह, सभी बिड़ला मंदिरों, विक्टोरिया मेमोरियल ऑफ कोलकाता, दिलवाड़ा का जैन मंदिर के निर्माण में किया है। भारत के ताजमहल में लगे इस संगमरमर की चमक से अभिभूत होकर विदेशी भी इसे भवन निर्माण में तेजी से अपनाने लगे हैं। यही कारण है कि खाड़ी देशों, सऊदी अरब, यूरोप, जर्मनी, फ्रांस, रूस, इटली तथा इंडोनेशिया आदि देशों में इसका निर्यात किया जाता है। इस मस्जिद के निर्माण से जुड़े कुछ तथ्य > अबु धाबी की शेख जायद मस्जिद दुनिया की 10 बड़ी मस्जिदों में शुमार है। > इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद कहा जाता है। > इसे बनने में बारह साल लगे। > दुनिया की 10 सबसे बड़ी मस्जिदों में शुमार शेख जायद ग्रैंड मस्जिद में 40000 लोग एक साथ नमाज अता कर सकते हैं। > यहां के सबसे बड़े हाल में एक बार में 7000 लोग एक साथ नमाज़ पढ़ते हैं जबकि महिलाओं के लिए अलग इंतज़ाम है। > सउदी अरब की मक्का और मदीना मस्जिदों के बाद यह दुनिया की सबसे विशाल मस्जिद है। > इसका नाम यूएई के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति दिवंगत जायेद बिन सुल्तान अल नाह्यान पर किया गया है। > मस्जिद पूरी तरह वातानुकूलित है।

एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद
एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद
कोटा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिनों की यात्रा पर हैं। वो एम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद पहुंचे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार किसी मस्जिद में गए हैं। शीशे से जगमगाती इस मस्जिद को दुनिया में सबसे सुंदर मस्जिद माना जाता है। इस मस्जिद की सुंदरता में चार चांद लगाने में राजस्थान के मर्बल का भी अहम योगदान है। दरअसल, इसमें राजस्थान में पाया जाने वाला प्रसिद्ध मकराना का मार्बल लगवाया गया है। यही नहीं इसे बनाने वाले कारीगरों में मोरक्को, तुर्की, मलेशिया, चीन, ईरान, यूके, न्यूजीलैंड और ग्रीस के अलावा भारत के भी कारीगर शामिल थे। इस मस्जिद को बनाने में संगमरमर पत्थर, कोटा का मकराना, सोना, अर्द्ध कीमती पत्थरों, क्रिस्टल और चीनी मिट्टी की चीज़ों के अलावा प्राकृतिक सामग्री का भी प्रयोग किया गया है।
ताज में भी लगा है राजस्थान का मकराना
मकराना अपने संगमरमर की चमक के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। इनकी भव्यता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनका प्रयोग ताजमहल, हाजी अली दरगाह, सभी बिड़ला मंदिरों, विक्टोरिया मेमोरियल ऑफ कोलकाता, दिलवाड़ा का जैन मंदिर के निर्माण में किया है। भारत के ताजमहल में लगे इस संगमरमर की चमक से अभिभूत होकर विदेशी भी इसे भवन निर्माण में तेजी से अपनाने लगे हैं। यही कारण है कि खाड़ी देशों, सऊदी अरब, यूरोप, जर्मनी, फ्रांस, रूस, इटली तथा इंडोनेशिया आदि देशों में इसका निर्यात किया जाता है।
इस मस्जिद के निर्माण से जुड़े कुछ तथ्य
> अबु धाबी की शेख जायद मस्जिद दुनिया की 10 बड़ी मस्जिदों में शुमार है।
> इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद कहा जाता है।
> इसे बनने में बारह साल लगे।
> दुनिया की 10 सबसे बड़ी मस्जिदों में शुमार शेख जायद ग्रैंड मस्जिद में 40000 लोग एक साथ नमाज अता कर सकते हैं।
> यहां के सबसे बड़े हाल में एक बार में 7000 लोग एक साथ नमाज़ पढ़ते हैं जबकि महिलाओं के लिए अलग इंतज़ाम है।
> सउदी अरब की मक्का और मदीना मस्जिदों के बाद यह दुनिया की सबसे विशाल मस्जिद है।
> इसका नाम यूएई के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति दिवंगत जायेद बिन सुल्तान अल नाह्यान पर किया गया है।
> मस्जिद पूरी तरह वातानुकूलित है।

विनायकी चतुर्थी कलः इस विधि से करें व्रत व श्रीगणेश की पूजा जीवन मंत्र डेस्क Aug 17, 2015, 01:00 AM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी व्रत कहते हैं। श्रावण मास में आने वाली विनायकी चतुर्थी को दूर्वा गणपति व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 18 अगस्त, मंगलवार को है। यह व्रत इस प्रकार करें- पूजन विधि मंगलवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि काम जल्दी ही निपटा लें। दोपहर के समय अपनी इच्छा अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। संकल्प मंत्र के बाद भगवान श्रीगणेश की षोड़शोपचार (सोलह सामग्रियों से) पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश मंत्र (ऊं गं गणपतयै नम:) बोलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाएं। गुड़ या बूंदी के 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास रख दें तथा 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें। पूजा में भगवान श्रीगणेश स्त्रोत, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक स्त्रोत आदि का पाठ करें। ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के बाद शाम के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें। संभव हो तो उपवास करें। इस व्रत का आस्था और श्रद्धा से पालन करने पर भगवान श्रीगणेश की कृपा से मनोरथ पूरे होते हैं और जीवन में निरंतर सफलता प्राप्त होती है।


भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी व्रत कहते हैं। श्रावण मास में आने वाली विनायकी चतुर्थी को दूर्वा गणपति व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 18 अगस्त, मंगलवार को है। यह व्रत इस प्रकार करें-

पूजन विधि

मंगलवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि काम जल्दी ही निपटा लें। दोपहर के समय अपनी इच्छा अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। संकल्प मंत्र के बाद भगवान श्रीगणेश की षोड़शोपचार (सोलह सामग्रियों से) पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश मंत्र (ऊं गं गणपतयै नम:) बोलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाएं। गुड़ या बूंदी के 21 लड्डुओं का भोग लगाएं।
इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास रख दें तथा 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें। पूजा में भगवान श्रीगणेश स्त्रोत, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक स्त्रोत आदि का पाठ करें। ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के बाद शाम के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें। संभव हो तो उपवास करें। इस व्रत का आस्था और श्रद्धा से पालन करने पर भगवान श्रीगणेश की कृपा से मनोरथ पूरे होते हैं और जीवन में निरंतर सफलता प्राप्त होती है।

एक फूल हो तुम

एक फूल हो तुम मेरे जीवन का
हर पंखुरी सहेजे है अंतर्मन।
खुश्बू बन बिखरे हो चहुँ ओर
जिसमें सुवासित हो उठता है तन।
एहसास हो तुम एक मीठा सा
भीगा है जिसमें अंग-प्रत्यंग ।
एक राग हो तुम संग जिसके
झंकृत हो उठता है मन।
एक लहर सी मैं तो बिखरी थी
समेट लिया तुमने सागर बन।
एक पथ दिखलाया तुमने जीवन का
आँखें मूँदे चलूँगी संग-संग।
पाकर तुम्हे यूँ लगता है
जैसे अब सम्पूर्ण हुआ जीवन।.........मंजुला चौहान

बंदूकों के साए में यहां से गुजरेगी ट्रेन, ट्रैक के दोनों ओर 2000 जवान करेंगे सुरक्षा

छत्तीसगढ़ के दल्लीराजहरा से गुदुम तक 15 किमी से कुछ अधिक की रेलवे लाइन तैयार की गई है
छत्तीसगढ़ के दल्लीराजहरा से गुदुम तक 15 किमी से कुछ अधिक की रेलवे लाइन तैयार की गई है
रायपुर | रेलवे ने नक्सली खतरे के बाद दल्लीराजहरा से गुदुम तक 15 किमी से कुछ अधिक की रेलवे लाइन बना ली, ट्रैक पर ट्रेन दौड़ाकर जांच भी कर ली, अब ट्रेन चलाने की तैयारी है। लेकिन इन स्टेशनों के बीच ट्रेन चलाना कम मुश्किल काम नहीं है। ट्रेन चलाने से पहले इस लाइन के दोनों ओर सीआरपीएफ की दो बटालियनें तैनात रहेंगी। इसके दो हजार से ज्यादा जवान ट्रैक और सिग्नल पर नजर रखेंगे। राजहरा से ट्रेन शुरू होगी तो बोगियों में रेलवे सुरक्षा बलों के 150 जवान साथ चलेंगे। इतनी मशक्कत के बाद सफर शुरू होगा, जो आधा घंटे में पूरा भी हो जाएगा।
यात्रियों की जांच थ्री-लेवल : इस ट्रेन से चलने वालों को तीन स्तर पर जांच से गुजरना होगा। पहली स्टेशन में दाखिल होते समय और बाकी दो प्लेटफार्म और बोगी में। इस ट्रैक पर पहले पैसेंजर चलेगी। उसके बाद मालगाड़ियां चलाई जाएंगी जो लौह अयस्क की ढुलाई करेंगी।
इसी माह के अंत तक परिचालन संभव
डीआरएम राहुल गौतम ने बताया कि सुरक्षा संबंधी इंतजाम हो गए हैं। रेलमंत्री सुरेश प्रभु से समय ले रहे हैं। ट्रेन की सुरक्षा पर एसईसीआर के जीएम सत्येंद्र कुमार मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह से मिल चुके हैं। ट्रेन इस माह के अंत तक तक चला सकते हैं।
हो चुका है इंस्पेक्शन: एसपी
बालोद एसपी आरिफ शेख ने बताया कि ट्रैक का इंस्पेक्शन हो गया, फोर्स और बढ़ाएंगे। सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट अमित कुमार के अनुसार उनकी तैयारी पूरी है। बीएसएफ और छग सशस्त्र बल को भी वहां सुरक्षा के लिए काम करना है।

लापता इंडोनेशियाई विमान दुर्घटनाग्रस्त, पांच बच्चों समेत 54 लोग थे सवार

लापता इंडोनेशियाई विमान दुर्घटनाग्रस्त, पांच बच्चों समेत 54 लोग थे सवार
पोर्ट मोरेस्बी। लापता इंडोनिशाई विमान के पपुआ न्यू गिनी के पास क्रैश हो गया है। प्लेन में 54 लोग सवार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी पापुआ क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने लापता विमान को क्रैश होते देखा है। प्लेन पपुआ प्रांत की राजधानी जयापुरा के सेंटानी एयरपोर्ट से ओक्सिबिल के बीच उड़ान भर रहा था, जब इसका संपर्क टूटा।
ऑपरेशन डायरेक्टर बेनी सुमारयेंतो ने बताया कि एयरलाइन को एक पहाड़ी जिले ओक्सिबिल में स्थित एक गांव से प्लेन के क्रैश होने की रिपोर्ट मिली है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन टीम सोमवार सुबह इलाके की जांच करेेगी। यह इंडोनेशिया का डोमेस्टिक पैसेंजर एयरक्राफ्ट था। एटीआर 42 मॉडल का यह विमान ट्रिगाना एयर सर्विस का था। इस पर 49 यात्रियों के अलावा पांच क्रू मेंबर सवार थे। यात्रियों में पांच बच्चे भी शामिल थे।
इससे पहले, बीते साल दिसंबर में एयर एशिया का पैसेंजर प्लेन इंडोनेशिया के शहर सुराबाया से सिंगापुर की उड़ान के दौरान क्रैश हो गया था। इसमें सभी 162 यात्रियों की मौत हो गई थी। इसके अलावा, इसी साल जुलाई में इंडोनेशिया का एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन देश के उत्तरी हिस्से में क्रैश कर गया था। इसमें 100 लोग मारे गए थे।

बर्बादी का दोष

बर्बादी का दोष दुश्मनों को देता रहा मैं अब तलक;
दोस्तों को भी परख लिया होता तो अच्छा होता;
यूँ तो हर मोड़ पर मिले कुछ दगाबाज लेकिन;
आस्तीन को भी झठक लिया होता तो अच्छा होता।

लड़की वाले-

लड़की वाले- हमें ऐसा लड़का चाहिए
जो कुछ खाता पीता ना हो, और कुछ
गलत काम ना करता हो।
पंडित- ऐसा लड़का तो आपको ICU के
इमरजेंसी वार्ड में ही मिलेगा।

सोनू निगम ने कहा- राधे मां से कम कपड़ों में तो काली मां को दिखाया जाता है


मुंबई. बॉलीवुड के पॉपुलर प्लेबैक सिंगर सोनू निगम ने खुद को देवी कहने वाली सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां का बचाव करते हुए विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने ट्विटर पर राधे मां का सपोर्ट करते हुए लिखा, "काली मां को तो राधे मां से भी कम कपड़ों में दिखाया जाता है। दिलचस्प बात है कि देश एक महिला पर उसके कपड़ों के कारण केस दर्ज करना चाहता है।"
इतना ही नहीं सोनू ने साधुओं पर भी निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, "साधू सड़कों पर नंगे घूम सकते हैं। अजीब-ओ-गरीब तरीके से डांस कर सकते हैं, लेकिन उन्हें रेप के चार्ज लगने के बाद ही जेल में डाला जाता है। क्या यह जेंडर इक्वलिटी है?"
सोनू ने इसके साथ यह सलाह भी दी है कि यदि केस दर्ज करना ही है तो उनपर करो, जो इन्हें भगवान बना देते हैं। महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग नियम सही नहीं हैं।
कौन हैं राधे मां?
राधे मां का असली नाम सुखविंदर है। उनका जन्म 4 अप्रैल 1965 में भारत-पाक सीमा पर बने छोटे-से गांव दोरंगला में हुआ था। राधे मां की शादी 18 साल की उम्र में मनमोहन सिंह से हुई थी। शादी के बाद राधे मां के पति कतर की राजधानी दोहा में नौकरी के लिए चले गए। बदहाली की हालत में सुखविंदर ने लोगों के कपड़े सिलकर गुजारा किया। 21 साल की उम्र में वे महंत रामाधीन परमहंस के शरण में जा पहुंचीं। परमहंस ने सुखविंदर को छह महीने तक दीक्षा दी। जिसके बाद उनका नाम राधे मां पड़ गया और वह मुंबई चली गईं।
राधे मां पर ये है आरोप
खुद को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां के खिलाफ मुंबई के बोरीवली इलाके में केस दर्ज हो चुका है। राधे मां पर एक महिला को उसके पति और ससुरालवालों से प्रताड़ित करवाने का आरोप लगा है। बोरीवली पुलिस ने इस मामले में राधे मां समेत 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में राधे मां से मुंबई में पुलिस पूछताछ भी कर चुकी है।

क़ुरआन का सन्देश

  
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