तहरीक ऐ उर्दू,,,, राजस्थान के सरपरस्त,,,,, अलहाज अनवार अहमद क़ाज़ी ऐ शहर
कोटा ने ,,,,आज कोटा सहित ,,,राजस्थान में उर्दू बंद करने के खिलाफ
,,,,राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा सिंधिया को ज्ञापन देकर कोटा
सहित राजस्थान के सभी स्कूलों में उर्दू विषय पूर्ववत बहाल कर सभी
अध्यापकों को पुन पूर्व स्थानो पर पदस्थापित करने की मांग दोहराई
,,,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की तरफ से कोटा सहित राजस्थान में स्टफिंग
पैटर्न के नाम पर उर्दू विषय बंद कर उर्दू के अध्यापकों को दूसरे स्थानो पर
दूसरे विषय पढ़ाने के लिए लगाने के मामले को लेकर राजस्थान में उर्दू के
हमदर्दों में ज़बरदस्त गुस्सा है ,,,राजस्थान सरकार के पूर्व विधि नियमों
सहित स्टफिंग पैटर्न नियमों में भी जिन स्कूलों में दस बच्चे उर्दू विषय पढ़
रहे है वहां उर्दू बंद नहीं किये जाने का प्रावधान बना हुआ है ,,इतना ही
नहीं जहां दस छात्र छात्राएं उर्दू विषय पढ़ने के इच्छुक है वह संस्था
प्रधान स्वंम अपने स्थर पर उर्दू खोलने के लिए अधिकृत है ,,इसके बावजूद भी
सरकारी शिक्षा अधिकारीयों की गलत सूचना और मनमानी के कारन कोटा सहित
राजस्थान के अधिकतम स्कूलों में उर्दू खत्म कर अराजकता का माहोल बनाया है
,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की तरफ से अनवार अहमद द्वारा दिए गए ज्ञापन में
मुख्यमंत्री से मांग की गई है के कोटा की पूरी पचपन उर्दू वरिष्ठ अध्यापको
और बीस उर्दू लेक्चररों के पद पूर्व वत बहाल किये जाए ,,,,,जिन अध्यापकों
को जहाँ से हटाया है उन्हें पूर्ववत उन्ही स्थानों पर पदस्थापित किया जाए
,,,, ज्ञापन में यह भी मांग की गयी है के स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर सरकार
को गुमराह करने के लिए छात्रों के फ़र्ज़ी आंकड़े देकर उर्दू विषय बंद करवाने
की जो साज़िश अधिकारिओं ने रची है उन अधिकारीयों और कर्मचारियों के खिलाफ
भी कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए ,,ज्ञापन में कोटा सहित पुरे
राजस्थान में थर्ड ग्रेड ,,सेकंड ग्रेड ,,फर्स्ट ग्रेड उर्दू अध्यापकों के
सभी पद यथावत रखने की भी मांग की गई है साथ ही गुजराल समिति की रिपोर्ट के
तहत सरकार द्वारा बनाये गए विधि नियमों के तहत सभी स्कूलों में अभिबावक
,,,अल्पसंख्यक जनप्रतिन्धियों ,,अधिकारीयों को शामिल कर नया सर्वे करवाया
जाए और जो छात्र छात्राएं उर्दू पढ़ने के इच्छुक है उनकी संख्या के आधार पर
नए पद सृजित किये जाए तब तक विकल्प के रूप में स्ववित्त पोषण व्यवस्था के
तहत ऐसे स्कूलों में तत्काल उर्दू का पद स्वीकत कर उर्दू पढ़वाए जाने की
प्रक्रिया शुरू की जाए ,,,ज्ञापन में कहा गया है के इस मामले में विकल्प
में आगामी बजट स्वीकृत होने तक पैराटीचर्स से भी अस्थाई तोर पर उर्दू पढ़ाकर
तात्कालिक व्यवस्था नए स्थानों पर उर्दू खोल कर की जा सकती है ,,,,ज्ञापन
में चेतावनी दी गई है के अगर इस मामले में राजस्थान सरकार ने शीघ्र ही समय
रहते सकारात्मक क़दम उठाकर कोटा सहित राजस्थान के सभी स्कूलों में उर्दू
विषय बहाल कर सभी अध्यापकों को पूर्ववत यथावत नहीं किया गया तो फिर मजबूरी
में तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के कार्यकर्ताओं ,,उर्दू के हमदर्दों को सरकार
के खिलाफ एक विशाल ऐतीहासिक प्रदर्शन करने को मजबूर होना पढ़ेगा जो
प्रदर्शन कोटा में भी सरकार के कोटा आगमन पर किया जाएगा ,,,,मुख्यमंत्री
वसुंधरा सिंधिया ने ज्ञापन की समीक्षा कर शीघ्र ही सकारात्मक क़दम उठाने के
संकेत दिए है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान