ग्वालियर. जेएएच के आईसीयू वार्ड में बुधवार को एक कैदी की मौत
हो गई। गुस्साए परिजन ने वार्ड में जमकर हंगामा किया और कैदी की सुरक्षा
के लिए तैनात सिपाही शोभा सिंह भदौरिया को पीट दिया। अस्पताल के सामने सड़क
पर बेठे परिजनों ने उसे कॉलर से पकड़कर सबके सामने पीटा। इससे आईसीयू मेें
अफरा-तफरी मच गई। परिजन का आरोप था, कैदी की मौत जेल में पिटाई करने से
हुई है।
आईसीयू में मरीज को केवल दिखावे के लिए भर्ती कराया गया है। इस दौरान
बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। मृतक की पत्नी व परिजन एंबुलेंस के
सामने लेट गए। उनका कहना था, लाश पोस्टमार्टम के लिए वह तब तक नहीं ले जाने
देंगे, जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा। उन्होंने जांच की मांग की है।
पुलिस ने समझाइश दी, तब जाकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया गया।
लक्ष्मणपुर निवासी अशोक उर्फ बंटा जाटव (45 वर्ष) 27 मई को अवैध शराब
बेचने के आरोप में पकड़ा था। परिजन का आरोप था, पुलिस ने जेल भेजने से पहले
अशोक की पिटाई की थी। इससे उसकी हालत खराब हो गई। जेल में भी पिटाई की गई।
उसके शरीर पर चोट के निशान हैं।
पत्नी बोली- पति को जेल में मार दिया, मुझे भी मार दो
मृतक अशोक की पत्नी आरती जाटव का रो-रोकर बुरा हाल था। वह पुलिस को शव
नहीं ले जाने दे रही थी। उसका अारोप था, पति को जेल में मार दिया। अब मुझे
भी गोली मार दो। वह जीना नहीं चाहती। आरती के डेढ़ साल की बेटी है। उसका
कहना था, अब वह बेटी का कैसे पालन-पोषण करेगी? परिजन का कहना था कि अशोक को
मंगलवार को सुबह अाईसीयू में भर्ती कराया गया, जबकि उन्हें सूचना रात 8
बजे दी।
सुबह पांच बजे कराया था भर्ती
मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी जाटव ने बताया, कैदी अशोक को मंगलवार की
सुबह 5 बजे बेहोशी की हालत में जेएएच के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
उसकी हालत गंभीर थी। उन्होंने कहा, भर्ती के दौरान अशोक के शरीर पर कहीं भी
चोट के निशान नहीं थे। उसकी मौत बुधवार को दोपहर लगभग 3 बजे हुई है। मौत
का कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चल सकेगा।
उसे तो बुखार आया था, मारपीट नहीं की
अशोक को 27 मई को जेल भेजा गया था। उस समय से वह बीमार था। तीन दिन
पहले उसे बुखार आया तो जयारोग्य अस्पताल भेजा गया था। उससे मारपीट जैसी
घटना नहीं हुई है।
दिनेश नरगावे, केंद्रीय जेल अधीक्षक
27 मई को अशोक को अवैध शराब के साथ पकड़ा था। उसे तुरंत बाद जेल भेज दिया गया था।
सोमसिंह रघुवंशी, टीआई, पड़ाव थाना