दोस्तों पत्रकार से सरपंच बने रफ़ीक़ पठान ने सरपंच मैनेजमेंट में दी बेस्ट
काम कर सभी को चौंका दिया है और कोटा का ही नहीं पुरे राजस्थान का भारत के
पंचायत राज में नाम क़ायम किया है ,,,,,,,,,,,,,,दैनिक भास्कर में प्रेस
फोटोग्राफर के रूप में सर्वोच्च फोटोग्राफी का स्थान प्राप्त कर अपनी फोटो
तकनीक से पाठकों का मन मोहने वाले रफ़ीक़ पठान कोटा ज़िले के इटावा क़स्बे की
पंचायत ग्राम लुहावद से सरपंच का चुनाव लड़े ,,,बेहिसाब वोटों से चुनाव जीते
एक विशेष गुट ने इनके खिलाफ सिर्फ इसलिए मुक़दमा कर दिया
क्योंकि उनके सरपंच कार्यकाल में ढेरों अनियमितताएं थी और वोह चाहते थे के
उनके कार्यकाल के भ्रष्टाचार और अनिमित्ता की जांच ना हो ,,लेकिन रफ़ीक़
पठान झुके नहीं ,,मुक़दमा खारिज हुआ ,,,फ़र्ज़ी पट्टे मामले में पुराने सरपंच
जी को ज़मानत कराना पढ़ी ,,,,,रफ़ीक़ पठान अपने क्षेत्र में पहले से ही
सक्रिय थे इसलिए उन्होेन पहले अपने इलाक़े की समस्याओं को जाना लोगों को
सूना और फिर अपनी पंचायत लुहावद पंचायत को एक आदर्श पंचायत बनाने की
कोशिशों में जुट गए ,,रफ़ीक़ पठान ने लुहावद नफरत के इस माहोल में नफरतबाज़ों
को जवाब देने के लिए क़ौमी एकता के संगम का प्रतीक मदरसा खोला जहां हिन्दू
मुस्लिम बच्चे सभी अपने अपने मज़हब की तालीम के साथ दुनिया की तालीम भी
हांसिल कर रहे है ,,,,,,,,,,रफ़ीक़ पठान अपनी इस पंचायत के विकास के लिए जहां
से भी बजट मिला ,,,जहां से भी मदद मिली लेकर आये ,,,,उन्होंने
कब्रिस्तानों को विकसित किया ,,सुविधायुक्त बनाया ,,,,श्मशानों की व्यवस्था
में सुधार कर धर्मप्रेमियों के लिए अलग से स्थल बनाये ,,,मदरसो ,,स्कूल
,,पाठशाला का दायरा बढ़ाया ,,सर्वशिक्षा अभियान के तहत साक्षरता के
कार्यक्रम को चरम सीमा पर पहुंचाया ,,,सभी को न्याय मिले इसके लिए
लोकअदालत की भावना से प्रशासनिक कार्य निपटाये ,,प्रशासन इनके गांव में रहा
,,समस्याओं को गिनाया और समस्याओं का निस्तारण हुआ ,,,नाली ,,पठान ,,खरंजे
,,,,सड़के ,,,गरीबों को निजी मकान की सुविधा ,,,ग्रामपंचायत में बच्चों के
मनोरंजन के लिए गार्डन ,,बुज़ुर्गों के सुबह की सेर के लिए खुली हवा
,,हरियाली ,,गार्डन ,,,,,,,सामुदायिक भवन ,,,,पुलिस सुरक्षा ,,,,गाँव के
छोटे छोटे झगड़े आपस में समझायश से निस्तारित करना इनका शोक रहा ,,,,हालात
यह हुए के पूर्व सरकार में पंचायत राज मंत्री ,,पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन
सिंह ने रफ़ीक़ पठान को इनके पंचायत विकास के इन कार्यों के लिए पुरस्कृत
किया निजी रूप से बुलाकर शाबाशी दी ,,,पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या
फिर वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया सभी ने रफ़ीक़ पठान के विकास
कार्यों को सराहा ,,और इनकी पीठ भी थपथपाई है ,,,,,अब रफ़ीक़ पठान का सरपंची
कार्यकाल खत्म हुआ ,,,,,,,,,,नए सरपंच आएंगे लेकिन देखते है के ग्राम
लुहावद के इस सजे संवरे विकसित नसीब को वोह कहा ले जाते है ,,,राजस्थान में
एक मात्र सरपंच जिन्होंने जो कहा वोह किया और अपनी पंचायत को स्वर्ग बना
दिया ऐसे भाई रफ़ीक़ पठान को सलाम ,,सेल्यूट ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 फ़रवरी 2015
राजस्थानी भाषा को संवेधानिक दर्जा दिलाने की मांगपर संघर्ष शील इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के पत्रकार ओमनागर
राजस्थानी भाषा को संवेधानिक दर्जा दिलाने की मांगपर संघर्ष शील
इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के पत्रकार ओमनागर आज भी राजस्थानी भाषा का मूल
संवेधानिक दर्जा चाहते है ,,,साहित्य क्षेत्र में वोह राजस्थानी भाषा को
स्थापित करने के लिए संघर्ष शील है ,,,,,,ओमनगर कई पुस्तके लिख चुके है
,,अपने इस राजस्थानी साहित्यिक संघर्ष के दौरान उनकी कई रचनाये लोकप्रिय
हुई है और उन्हें कई सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है
,,व्यवहार में मृदुल ,,हंसमुख और निर्विवाद व्यक्तित्व वाले भाई ओम नागर
भाईचारा सद्भावना के भी प्रतीक माने जाते
है ,,, इनकी रचनाओं में गरीब की आह भी होती है तो अमन सुकून विकास की चाह
भी होती है ,,,,कोटा संभाग में रहकर इन्होने पत्रकारिता और लेखन कार्य के
साथ साथ अपनी शिक्षा भी पूरी की और अब डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने के
बाद ओम नागर से डॉक्टर ओम नागर बन गए है ,,,,,,,उनका परिचय कुछ इस प्रकार
है ,,,नाम - ओम नागर,,,जन्म - 20 नवम्बर, 1980,
गांव - अन्ताना, तहसील अटरु, जिला बाँरा (राज.)
पिता का नाम - श्री मोहन लाल नागर
माता का नाम - श्रीमति अजोध्या बाई नागर
शिक्षा - एम. ए. (हिन्दी साहित्य), पीएचडी, बी. जे.एम.सी.
कविता संग्रह - 1. छियांपताई (राजस्थानी काव्य संग्रह) 2003
2. प्रीत (राजस्थानी काव्य संग्रह) 2005
3. देखना एक दिन (हिन्दी कविता संग्रह) 2008
4. जद बी मांडबा बैठूं छूं कविता(राजस्थानी कविता संग्रह) 2011
अनुवाद - 1. जनता बावळी हो’गी
(शिवराम के जननाटकों का राजस्थानी अनुवाद 2009)
2.‘‘कोई अेक जीवतो छै’’ श्री लीलाधर जगूड़ी के कविता संग्रह ‘‘अनुभव के आकाश में चांद’’ का राजस्थानी अनुवाद (2010) साहित्य अकादेमी द्वारा प्रकाशित
रचनाएं शामिल - 1. नदी की कछार पर (हाड़ौती अंचल के समकालिन हिन्दी कवि)
2. वागर्थ (नव-लेखन अंक)
3. परिकथा (नव-लेखन अंक)
4. स्त्री होकर सवाल करती है (स्त्री विषयक कविताओं का संकलन)
5. पांखी (युवा सम्मान में कविताओं को तृतीय स्थान)
विशेष - पंजाबी, गुजराती, नेपाली और कोंकणी में कुछ कविताओं के अनुवाद।
संपादन - राजस्थानी-गंगा (हाड़ौती अंचल विशेषांक)
साहित्य-यात्रा - विश्वकवि रविन्द्रनाथटैगोर की 150 वीं जयन्ति के मौके पर साहित्य अकादमी, नई दिल्ली की ओर से जुलाई, 2010 में राजस्थानी युवा कवि के रूप में शान्तिनिकेतन कोलकाता की यात्रा।
प्रसारण - आकाशवाणी कोटा व जयपुर दूरदर्शन से समय-समय पर प्रसारण।
सम्मान व पुरस्कार- 1. केन्द्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा राजस्थानी कविता संग्रह ‘‘जद बी मांडबा बैठूं छूं कविता’’ पर ‘‘युवा पुरस्कार-2012’’
2. राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर द्वारा हिन्दी कविता संग्रह ‘देखना, एक दिन’ पर सुमनेश जोशी पुरस्कार, 2010-11
3. राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर की ओर से प्रसिद्ध रंगकर्मी व लेखक शिवराम के जननाटकों की पुस्तक ‘‘जनता पागल हो गई है’’ का राजस्थानी अनुवाद की पुस्तक ‘‘जनता बावळी होगी’’ पर ‘‘बावजी चतरसिंह’’ अनुवाद पुरस्कार- 2011-12
4. राज. सरकार जिला प्रशासन बारां व कोटा, 2004-2011 सहित कई साहित्यिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
सदस्य - राजस्थानी भाषा परामर्श मण्डल, केन्द्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली।
पता - 3-ए-26, महावीर नगर तृतीय, कोटा - 324005(राज.)
Mob.: 09460677638, 8003945548
E-mail :- omnagaretv@gmail.com
गांव - अन्ताना, तहसील अटरु, जिला बाँरा (राज.)
पिता का नाम - श्री मोहन लाल नागर
माता का नाम - श्रीमति अजोध्या बाई नागर
शिक्षा - एम. ए. (हिन्दी साहित्य), पीएचडी, बी. जे.एम.सी.
कविता संग्रह - 1. छियांपताई (राजस्थानी काव्य संग्रह) 2003
2. प्रीत (राजस्थानी काव्य संग्रह) 2005
3. देखना एक दिन (हिन्दी कविता संग्रह) 2008
4. जद बी मांडबा बैठूं छूं कविता(राजस्थानी कविता संग्रह) 2011
अनुवाद - 1. जनता बावळी हो’गी
(शिवराम के जननाटकों का राजस्थानी अनुवाद 2009)
2.‘‘कोई अेक जीवतो छै’’ श्री लीलाधर जगूड़ी के कविता संग्रह ‘‘अनुभव के आकाश में चांद’’ का राजस्थानी अनुवाद (2010) साहित्य अकादेमी द्वारा प्रकाशित
रचनाएं शामिल - 1. नदी की कछार पर (हाड़ौती अंचल के समकालिन हिन्दी कवि)
2. वागर्थ (नव-लेखन अंक)
3. परिकथा (नव-लेखन अंक)
4. स्त्री होकर सवाल करती है (स्त्री विषयक कविताओं का संकलन)
5. पांखी (युवा सम्मान में कविताओं को तृतीय स्थान)
विशेष - पंजाबी, गुजराती, नेपाली और कोंकणी में कुछ कविताओं के अनुवाद।
संपादन - राजस्थानी-गंगा (हाड़ौती अंचल विशेषांक)
साहित्य-यात्रा - विश्वकवि रविन्द्रनाथटैगोर की 150 वीं जयन्ति के मौके पर साहित्य अकादमी, नई दिल्ली की ओर से जुलाई, 2010 में राजस्थानी युवा कवि के रूप में शान्तिनिकेतन कोलकाता की यात्रा।
प्रसारण - आकाशवाणी कोटा व जयपुर दूरदर्शन से समय-समय पर प्रसारण।
सम्मान व पुरस्कार- 1. केन्द्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा राजस्थानी कविता संग्रह ‘‘जद बी मांडबा बैठूं छूं कविता’’ पर ‘‘युवा पुरस्कार-2012’’
2. राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर द्वारा हिन्दी कविता संग्रह ‘देखना, एक दिन’ पर सुमनेश जोशी पुरस्कार, 2010-11
3. राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर की ओर से प्रसिद्ध रंगकर्मी व लेखक शिवराम के जननाटकों की पुस्तक ‘‘जनता पागल हो गई है’’ का राजस्थानी अनुवाद की पुस्तक ‘‘जनता बावळी होगी’’ पर ‘‘बावजी चतरसिंह’’ अनुवाद पुरस्कार- 2011-12
4. राज. सरकार जिला प्रशासन बारां व कोटा, 2004-2011 सहित कई साहित्यिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
सदस्य - राजस्थानी भाषा परामर्श मण्डल, केन्द्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली।
पता - 3-ए-26, महावीर नगर तृतीय, कोटा - 324005(राज.)
Mob.: 09460677638, 8003945548
E-mail :- omnagaretv@gmail.com
दोस्तों आज मेरे सबसे अज़ीज़ प्रियतम दोस्त एडवोकेट आबिद अब्बासी का जन्म दिन है
दोस्तों आज मेरे सबसे अज़ीज़ प्रियतम दोस्त एडवोकेट आबिद अब्बासी का जन्म
दिन है ,,,स्कूली शिक्षा से कॉलेज शिक्षा ,,फिर जयपुर की शिक्षा ,,फिर कोटा
अदालत में वकालत के बेहिसाब साथ के दौरान खूब शरारते की है ,,,,,,,एक
दूसरे से झगड़े भी है तो एक दूसरे के लिए वक़्त ब वक़्त साथ खड़े भी मिले है
,,,,,,आबिद अब्बासी ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी के अध्यक्ष है ,,लेखक है
,,पत्रकार है ,,तन्क़ीद निगार है ,,,,,बहतरीन समाजसेवक और एडवोकेट है ,,,,आज
उनका जन्म दिन है ,,,,,,कितने साल के हुए यह नहीं बताऊंगा क्योंकि
कई महिला मित्र है बेचारी चमक जाएंगी उन्हें मुगालते में रहने दे ,,,हँसते
रहो ,,हँसाते रहो ,,,,रोतों हुओं को हंसाना हमारा मिजाज़ है यारो ,,कोई इसे
दिल्ल्गी कहे कोई किसे कहे चापलूसी कोई इसे कहे सख्त मिजाजी लेकिन हमारी
ज़िंदगी जीने का यही हिसाब है यारो ,,,,,यह खामोश मिजाजी हमे जीने नहीं
देगी ,,,इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो ,,,कोई काम नहीं है मुश्किल
जब किया इरादा पक्का ,,के ख्यालों विचारो के साथ राष्ट्रीय एकता ,,क़ौमी
एकता ,,,,समाजसेवा ज़िंदाबाद का नारा देने वाले भाई आबिद अब्बासी एडवोकेट
को उनकी सालगिरह मुबारक ,,बधाई ,,,खुदा हमेशा खुशहाल ,,,कामयाब ,,सह्त्याब
रखे ,,दुनिया की हर ख़ुशी उन्हें मिले ,, हमेशा खिलखिलाते रहे ,उम्रदराज़ हो
,,,,,,,धन ,,दोलत ,,शोहरत उन्हें मिले ,,,,,,,,,आमीन सुम्मा आमीन
,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
केंद्रीय शिक्षा बोर्ड इंग्लिश मीडियम का कोर्स इस्लामिक तरबियत
केंद्रीय शिक्षा बोर्ड इंग्लिश मीडियम का कोर्स इस्लामिक तरबियत के हिसाब
से पढ़ाने ,,,ज़ीरो लेवल से बच्चो को व्यायाम ,,,व्याख्यान ,,,दिमागी कसरत
,,सामजिक सरोकार ,,,तहज़ीब ,,संस्कृति की सीख देने के मक़सद को लेकर राजस्थान
के कोटा में जून दो हज़ार पन्द्राह से दार अल अल्क़ाम प्री स्कूल की शुरुआत
चंद्रेसल रोड भारत विहार स्टेशन क्षेत्र कोटा में होने जा रहा है
,,,,,,,,,,,,,,,दार अल अल्क़ाम ट्रस्ट का गठन बेंगलोर में वर्ष दो हज़ार एक
में हुआ था अब तक इसके सत्ताईस स्कूल संचालित है ,,मौलाना ख़ालिक़
बेग ,,अशरफ हुसेन ,,यु निसार अहमद ,,,डेनिया क़ाज़ी ,,,अब्दुल जब्बार इस
ट्रस्ट बोर्ड के सदस्य करता धर्ता है ,,,,,,,,हिन्दुस्तान की सरज़मीं पर
बच्चो की तहज़ीब और तरबियत के साथ साथ दुनियावी शिक्षा में स्थापित होने के
लिए यह पहली कामयाब कोशिश है ,,इस फार्मूले में बच्चो को अंग्रेजी शिक्षा
का पूरा कोर्स सी बी एस ई के पैटर्न का पढ़ाया जाएगा लेकिन इसी कोर्स को
पढ़ाने की शेली में हदीस और इस्लामिक विचारधारा के तहत क़ुरआन और हदीस की
रौशनी में तरबियत दी जायेगी जिसमे ऐ फॉर अल्लाह पढ़ाया जाएगा ,,,,दीन की
बाते ,,,संस्कृति का शऊर ,,,,हाज़िर जवाबी ,,,,व्यायाम कसरत ,,पर्यावरण
संरक्षण ,,खाने पीने ,,बोलने ,,लिखने ,,,के आदाब और अखलाक़ सिखाये जाएंगे
,,,,,इस पैटर्न की शिक्षा में बच्चा एक आदर्श हन्दुस्तानी ,,एक इस्लामिक
स्कॉलर के साथ साथ दुनियावी शिक्षा में बहतरीन स्टूडेंट बनकर निकलेगा जिसका
मुस्तक़बिल हरफन मोला की तरह भारत की सरज़मीं पर खुशबु बनकर महकेगा ,,,अब तक
पुरे हिंदुस्तान में इस तरह के छब्बीस स्कूल संचालित है कोटा में यह
सत्ताईसवा स्कूल का संचालन शुरू होगा जो पूर्ण रूप से व्यवसायिक मिशनरी
शिक्षा पर आधारित होगा ,,,आगामी आठ फ़रवरी को सुबह दस बजे चंद्रेसल रोड भारत
विहार स्टेशन क्षेत्र कोटा में इस स्कूल के शुभारम्भ कार्यक्रम में अनवर
अहमद शहर क़ाज़ी कोटा अध्यक्षता करेंगे जबकि यु निसार अहमद एवं ,,ऐ आर खान
पूर्व आई ऐ एस ,,,मुख्य अतीथी होंगे ,,कार्यक्रम में खुसूसी महमान के रूप
में इब्राहीम कुरैशी पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश सरकार रहेंगे जबकि मौलाना
खालिद बेग मुख्य प्रमोटर है ,,डी ऐ पी एस दार अल अल्क़ाम के कोटा इकाई
संचालक डॉक्टर सिद्दीक़ खान ,, मोहम्मद रफ़ीक़ खान ,,समीर अहमद ने बताया के
स्कूल संचालन प्रारम्भ में नर्सरी ,,एल के जी ,,एच के जो स्टेंडर्ड की
शुरुआत की जायेगी जबकि पच्चीस बच्चे एक क्लास के हिसाब से कुल पचहत्तर
बच्चे पहले साल एडमिशन देकर पढ़ाये जाएंगे ,,उन्होंने बताया की इस अनोखे
स्कूल की सभी तय्यरिया पूरी कर ली गई है ,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
खाना बनाते वक्त पल्लू गिर गया तो पति ने पीटा, सिर मुंडवा कर बाजार में घुमाया
मऊ/वाराणसी.
मऊ में एक महिला के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। रानीपुर
थाना के नगपुर गांव में एक पति ने अपनी पत्नी की महज इसलिए जमकर पिटाई कर
दी, क्योंकि खाना बनाते वक्त उसके सिर से पल्लू गिर गया था। इससे बौखलाए
पति ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। इसके बाद उसका सिर मुंडवा दिया और पूरे
बाजार में घुमाया। घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस ने रविवार देर रात
ही आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। मामले की तफ्तीश की जा रही है।
पीड़ित महिला।
सुमन (बदला हुआ नाम) की खूबसूरती
को देखकर ही पति मुन्ना चौहान ने उससे शादी की थी। शादी के बाद कुछ दिन तक
सब कुछ ठीक रहा। धीरे-धीरे पत्नी की खूबसूरती उसके शक का कारण बनता गया।
ऐसे में वह उस पर सैकड़ों बंदिशें लगाता था। बिना सिर पर पल्लू रखे पत्नी
का घर पर रहना भी उसको गंवारा नहीं था। अक्सर इसे लेकर दोनों में तकरार
होती रहती थी।
क्या था मामला
घटना रविवार देर शाम की है। मुन्ना चौहान जब काम से घर लौटा, तो उसकी
पत्नी सुमन खाना बना रही थी। उसे साफ हिदायत थी कि घर में रहते हुए भी
उसका पल्लू नहीं गिरना चाहिए। खाना बनाने के दौरान उसके सिर से घूंघट गिर
गया। यह देखकर उसका पति आक्रोशित हो गया। उसकी लात-घूंसों से जमकर पिटाई
की। बालों से घसीटते हुए बाहर ले गया। सिर मुंडवा दिया और बाजार में
घुमाया। इस दौरान गांव के लोग मूकदर्शक बने रहे। इसके बाद पति उसको लेकर घर
लौटा। दोबारा पिटाई करते हुए उसने कहा कि तुम्हारे बाल काट दिए हैं मैंने,
अब तुम खूबसूरत नहीं दिखोगी।
बीजेपी की सीएम कैंडिडेट किरण बेदी के दफ्तर पर हमला, वकीलों पर लगा आरोप
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी
के दफ्तर पर हमला हो गया। आरोप है कि करीब एक हजार वकीलों ने दिल्ली के
कृष्णानगर इलाके में स्थित बेदी के दफ्तर पर हमला बोलकर तोड़फोड़ की। इस
घटना के बारे में किरण बेदी
ने ट्वीट कर जानकारी दी। बेदी ने ट्वीट में लिखा है,' कृष्णा नगर इलाके
में स्थित मेरे बीजेपी के दफ्तर पर कुछ लोगों ने हमला किया है। कुछ लोगों
के घायल होने की सूचना है। अपनी रैली को छोड़ कर मैं दफ्तर पर लौट रही
हूं।' यह हमला शाम साढ़े पांच बजे के करीब हुआ।
दिल्ली में बीजेपी के इसी दफ्तर पर सोमवार को वकीलों ने धावा बोला।
'रैली करते हुए आए वकीलों ने की तोड़फोड़'
कृष्णानगर बीजेपी दफ्तर के प्रभारी रत्नेश विश्नोई ने आरोप लगाया है
बीजेपी के दफ्तर पर हमला करने वाले वकील थे। उन्होंने कहा, '1000 से ज्यादा
वकील रैली करते हुए आए और दफ्तर में घूस कर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस हमले
में कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं, कई के सिर फट गए।' कहा जा रहा है कि
प्रदर्शन करने वालों ने दफ्तर में आकर तोड़फोड़ की और बाहर रखीं गाड़ियों
पर भी अपना गुस्सा निकाला। तोड़फोड़ करने के अलावा किरण बेदी के खिलाफ
प्रदर्शनकारियों ने अभद्र नारेबाजी भी की है। बताया जा रहा है कि किरण बेदी
से पुराने मामले को लेकर नाराजगी के चलते कई दिन से वकील विरोध प्रदर्शन
करते आए हैं। सोमवार की शाम कड़कड़डूमा कोर्ट से निकलने के बाद वकील विरोध
प्रदर्शन करते हुए बीजेपी दफ्तर पहुंच गए।
किस घटना को लेकर नाराज हैं वकील
वर्ष 1988 में उत्तरी दिल्ली की डीसीपी रहते हुए किरण बेदी पर वकीलों पर लाठीचार्ज कराने का आरोप लगा है। कहा जाता है कि एक वकील को हथकड़ी लगाने के विवाद हो गया था, जिसके बाद वकील विरोध-प्रदर्शन करने लगे थे। प्रदर्शन बढ़ता देख पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया था।
बीजेपी ने की निंदा
इस बीच, किरण बेदी के चुनावी दफ्तर पर हमले की बीजेपी ने निंदा की है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। रैली निकाल कर किसी के दफ्तर में घुस कर हमला करना ठीक नहीं है।
इस बीच, किरण बेदी के चुनावी दफ्तर पर हमले की बीजेपी ने निंदा की है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। रैली निकाल कर किसी के दफ्तर में घुस कर हमला करना ठीक नहीं है।
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