पानीपत। यौन शोषण के आरोप में 1 सितंबर से जोधपुर जेल में बंद
आसाराम के डाडोला आश्रम (पानीपत) से जुड़ी रही उसी गांव की एक महिला ने
आश्रम के तत्कालीन मुख्य सेवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिन्दी में एमफिल
करने वाली सरोजबाला (काल्पनिक नाम) डाडोला की बेटी हैं।
उनका आरोप है कि निर्माण के बाद शुरुआती सालों के दौरान आश्रम के
तत्कालीन मुख्य सेवक ने उनके सामने ही आश्रम में एक नवविवाहिता से न सिर्फ
अश्लील बातें की, बल्कि उसके शरीर को छूकर शारीरिक छेड़छाड़ भी की। मगर
तभी दूसरी महिलाओं के आ जाने से उसे रुकना पड़ा। उसके बाद से एक संभ्रांत
परिवार की वो महिला कभी आश्रम में नहीं आई।
सरोजबाला का कहना है कि उन्हें सही से इस घटना की तारीख तो याद नहीं,
मगर 1997 या 1998 में गर्मियों के दिनों की बात है। उनका कहना है कि आश्रम
की स्थापना के बाद से 2003 के बीच इस तरह की हरकतों के बारे में सुनाई देता
रहा, मगर श्रद्धा भाव में लोग इन्हें समझ नहीं पाते थे, मगर अब जब खुद
आसाराम के बारे में आए दिन कोई न कोई खुलासा हो रहा है तो उसे देखकर ही
उन्होंने इस बारे में बताने की हिम्मत जुटाई। सरोजबाला का कहना है कि संत
आसाराम का प्रवचन हो या आमदिनों में होने वाला बाकी सेवकों की बातें, इनमें
कुंवारी लड़कियों को शादी जैसी संस्था से दूर रहने के लिए प्रेरित किया
जाता था। उन्होंने उदाहरण भी मुख्य सेवक का दिया। वो बताती हैं मुख्य सेवक
अक्सर लड़कियों से कहते थे, ...क्या रखा है शादी में...बापू की सेवा में
रहो...वही सब कुछ हैं।