1. 2 दिन में संभाग में संस्थाओं के सहयोग से संपन्न हुए तीन नेत्रदान
हाडोती संभाग में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ती जा रही है, बुधवार सुबह गुमानपुरा निवासी सेवानिवृत चिकित्सक रंभा चौरडिया के आकस्मिक निधन के बाद उनके बेटे पवन और तुषार (पूर्व न्यायाधीश) ने माता जी के नेत्रदान करवाने का निर्णय लिया ।
संस्था के ज्योति मित्र एवं ओसवाल समाज संस्था अध्यक्ष राकेश श्री श्रीमाल गुणायचा ने परिजनों की सहमति जानकर, संस्था शाइन इंडिया के माध्यम से नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया ।
परिवार में परंपरा बन रहा है,नेत्रदान
इस क्रम में आज गुरुवार, को संस्था के भवानीमंडी के ज्योति मित्र नरेंद्र जैन की सूचना पर पचपहाड़,भवानी मंडी निवासी तेज कुंवर बाई सुराणा के नेत्रदान की सूचना आने पर कोटा से डॉ कुलवंत गौड़, कोटा से 120 किलोमीटर दूर,पचपहाड़ में नेत्र संकलन वाहिनी ज्योति रथ को स्वयं चला कर पहुँचे और नेत्रदान प्रक्रिया को संपन्न करवाया । बेटे जितेंद्र सुराणा ने बताया कि,परिवार से यह चौथा नेत्रदान है, इससे पूर्व तेजकुंवर के देवर रतनलाल,जेठानी चमेली बाई और बेटे पुखराज का नेत्रदान भी संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
इसी नेत्रदान के ठीक बाद भवानी मंडी निवासी सुजानमल जी जैन के आकस्मिक निधन की सूचना भी इस समय प्राप्त हो गई, तेज कुंवर के नेत्रदान के ठीक बाद,डॉ गौड़ ने ज्योति मित्र कमलेश दलाल की सहायता से, सुजानमल के नेत्रदान प्राप्त किये । कमलेश दलाल ने बताया कि, उनके परिवार से भी है चौथा नेत्रदान है । पूर्व में नेत्रदाता के भाई सुंदरलाल जैन, पत्नी सोहन बाई,भतीजे कन्हैया लाल जैन का भी नेत्रदान संस्था के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
इस तरह से बीते 2 दिन में संस्था के सहयोग से,तीन देवलोकगामियों का नेत्रदान संपन्न हुआ ।
हाडोती संभाग में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ती जा रही है, बुधवार सुबह गुमानपुरा निवासी सेवानिवृत चिकित्सक रंभा चौरडिया के आकस्मिक निधन के बाद उनके बेटे पवन और तुषार (पूर्व न्यायाधीश) ने माता जी के नेत्रदान करवाने का निर्णय लिया ।
संस्था के ज्योति मित्र एवं ओसवाल समाज संस्था अध्यक्ष राकेश श्री श्रीमाल गुणायचा ने परिजनों की सहमति जानकर, संस्था शाइन इंडिया के माध्यम से नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया ।
परिवार में परंपरा बन रहा है,नेत्रदान
इस क्रम में आज गुरुवार, को संस्था के भवानीमंडी के ज्योति मित्र नरेंद्र जैन की सूचना पर पचपहाड़,भवानी मंडी निवासी तेज कुंवर बाई सुराणा के नेत्रदान की सूचना आने पर कोटा से डॉ कुलवंत गौड़, कोटा से 120 किलोमीटर दूर,पचपहाड़ में नेत्र संकलन वाहिनी ज्योति रथ को स्वयं चला कर पहुँचे और नेत्रदान प्रक्रिया को संपन्न करवाया । बेटे जितेंद्र सुराणा ने बताया कि,परिवार से यह चौथा नेत्रदान है, इससे पूर्व तेजकुंवर के देवर रतनलाल,जेठानी चमेली बाई और बेटे पुखराज का नेत्रदान भी संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
इसी नेत्रदान के ठीक बाद भवानी मंडी निवासी सुजानमल जी जैन के आकस्मिक निधन की सूचना भी इस समय प्राप्त हो गई, तेज कुंवर के नेत्रदान के ठीक बाद,डॉ गौड़ ने ज्योति मित्र कमलेश दलाल की सहायता से, सुजानमल के नेत्रदान प्राप्त किये । कमलेश दलाल ने बताया कि, उनके परिवार से भी है चौथा नेत्रदान है । पूर्व में नेत्रदाता के भाई सुंदरलाल जैन, पत्नी सोहन बाई,भतीजे कन्हैया लाल जैन का भी नेत्रदान संस्था के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
इस तरह से बीते 2 दिन में संस्था के सहयोग से,तीन देवलोकगामियों का नेत्रदान संपन्न हुआ ।
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