ज्योति मित्र ने माँ के बाद अब पिता का कराया नैत्रदान
2. परिजनों के देवलोकगमन पश्चात स्मृतिशेष है, नेत्रदान।
कोटा,दादाबाड़ी
निवासी जिला कलेक्ट्रेट कोटा में डीओआईटी प्रोग्रामर के पद पर कार्यरत व
शाइन इंडिया के ज्योति-मित्र कौशल किशोर शर्मा के पिताजी रामस्वरूप शर्मा
(सीनियर अकाउंट ऑफिसर रेलवे विभाग) का कल हृदय घात से आकस्मिक निधन हो गया ।
दुखी
की घड़ी के बाद भी कौशल जी ने अपने तीनों भाई राकेश,पुरुषोत्तम और विष्णु
से पिताजी के नेत्रदान के लिए सहमति ली । सभी की सहमति प्राप्त होते ही
सुबह नैत्रदान का कार्य संपन्न हुआ । अभी 4 महीने पूर्व जून में ही,कौशल की
माताजी रुक्मिणी देवी शर्मा का भी निधन हुआ था,उस समय भी परिवार के
सदस्यों ने पहल करके माता जी के नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया था ।
संस्था
सदस्यों का कहना की,कौशल व बहू मैना शर्मा संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के
नेत्रदान अभियान से काफी समय से जुड़े हुए हैं । नेत्रदान जारूकता की
गतिविधियों में भी दोनों अपनी प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हुए आये है, इसीलिए
जैसे ही घर में यह दुखद घटना घटी उन्होंने तुरंत ही नेत्रदान का कार्य
संपन्न करवाया ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 अक्टूबर 2024
ज्योति मित्र ने माँ के बाद अब पिता का कराया नैत्रदान
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