परिवार की पहल पर संपन्न हुआ नेत्रदान
आज
दोपहर शहर के निजी अस्पताल में विज्ञान नगर निवासी यशपाल शर्मा का आकस्मिक
निधन हुआ । विनम्र और हँसमुख स्वभाव के यशपाल पिछले कुछ समय से अस्वस्थ
थे, उनकी मृत्यु के ठीक बाद परिजनों ने तुरंत ही नेत्रदान के कार्य के लिए
शाइन इंडिया फाउंडेशन की ज्योति मित्र डॉ नेहा शर्मा को संपर्क किया ।
डॉ
नेहा की सूचना पर शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम ने अस्पताल में पहुंचकर
नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया । नेत्रदान किस प्रक्रिया में बेटे
रोहित की बेटियां एकता,तनुजा और यशपाल जी की पत्नी कृष्णा शर्मा का सहयोग
रहा ।
बेटे रोहित ने कहा कि,पिताजी हमेशा ही सेवा कार्यों में
अग्रणी रहे हैं,उन्होंने हमें अच्छे संस्कार और जीवन मूल्यों को बेहतर
बनाने की शिक्षा दी । इसी विचारधारा के साथ उनके देवलोक दमन के उपरांत सभी
की सहमति से नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया,हमें संतोष है कि,पिताजी अब
किन्हीं दो दृष्टिहीनों की आँखों में रोशनी बनकर रहेंगे ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 सितंबर 2024
परिवार की पहल पर संपन्न हुआ नेत्रदान
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