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26 सितंबर 2024

डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल के नेतृत्व में कोटा में साहित्यकारों के अनूठे संगम ,, अनोखे संक्षिप्त ऐतिहासिक समारोह की बुनियाद लाजवाब हो गई

 

डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल के नेतृत्व में कोटा में साहित्यकारों के अनूठे संगम ,, अनोखे संक्षिप्त ऐतिहासिक समारोह की बुनियाद लाजवाब हो गई
कोटा ,,,जहां एक तरफ ,,साहित्य गुटबाज़ी का शिकार ,होकर गुमनामी के अँधेरे में जा रहा है , एक दूसरे की आलोचना ,, एक दूसरे से रंजिश ,, टिका टिप्पणी का माहौल है , इस माहौल में साहित्यिक प्रतिभा रोज़ मर रही हैं , सिसक रही हैं , शैशव काल में ही ,निराशावाद की तरफ होने से बिखर कर टूट रही है , लेकिन इस कांटे भरे माहौल में राजस्थान की शैक्षणिक नगरी , भारत की शैक्षणिक राजधानी में वरिष्ठ लेखक , ,साहित्यकार डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने , साहित्यिक सृजन , साहित्यिक मिलन , एक दूसरे के सम्मान , प्रतिभाओं की हौसला अफ़ज़ाई को लेकर , अद्भुत पाठशाला की शुरुआत की है , यक़ीनन डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल द्वारा साहित्यिक दुनिया में रोपा गया ,, मोहब्बत आदर सम्मान का यह बीज , देश भर में वट वृक्ष बनकर उभरेगा , लोगों को साहित्यिक ठंडक , साहित्यिक छांया देकर ऐतिहासिक व्यवस्थाएं ,करेगा , तारीख 24 सितम्बर दिन मंगलवार , कोटा में सबसे लज़ीज़ खाने के लिए प्रसिद्ध सी ऐ डी सर्किल स्थित पाठक रेस्टोरेंट ,, का एक हॉल , साहित्य क्षेत्र की इस अनूठी शुरुआत के लिए यादगार बन गया , डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने साहित्यक मिलन , मेल मिलाप , एक दूसरे की मदद की शुरुआत के उद्देश्य से , कोटा के नामचीन साहित्यकारों की एक संक्षिप्त बैठक आयोजित की , कोटा के नामचीन साहित्यकारों में आदरणीय जितेंद्र जी निर्मोही ,विजय जी जोशी के सम्मान का दिन था , ,जितेंद्र जी निर्मोही को यूँ तो हज़ारों हज़ार सम्मान मिले है , वोह किसी पहचान के मोहताज भी नहीं , हाल ही में उन्हें चूरू में सम्मानित किया गया ,,जबकि विजय जोशी खुद हस्ताक्षरित साहित्यकार है , इन्हे साहित्य का सृजन विरासत में मिला है , इनके वालिद नामचीन साहित्यकार थे , लेकिन खुद विजय जोशी अपनी व्यस्तताओं के बावजूद भी ,,, खिलखिलाते , मुस्कुराते चेहरे के साथ अपने खुशनुमा अल्फ़ाज़ों को ,पुस्तकों के प्रकाशन के रूप में समो कर एक नई व्यवस्था , एक नई दिशा , वर्तमान साहित्यिक व्यस्थाओं को दे रहे हैं ,, ,,इस अवसर पर कोटा के वरिष्ठतम साहतियकार श्री रामेश्वर शर्मा ' रामू भय्या की अध्यक्षता रही , डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल का खुशगवार संचालन , दोनों नामचीन साहित्यकार , जितेंद्र जी निर्मोही , विजय जी जोशी को उन्हें हाल ही में मिले सम्मान ,, की खुशियों में चार चाँद लगाने के लिए काफी था , ,दोनों साहित्यकारों को , शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया, जबकि गुलदस्तों , फूल मालाओं की सुगंध ने माहौल को आनंदित कर दिया ,,,श्रीफल भेंट की रस्म अदायगी ने माहौल को और खुशगवार बना दिया ,,,, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत भारत सरकार के प्रचार अधिकारी , लेखक , साहित्यकार को इस अवसर पर , बाल साहित्य मेले के प्रस्तावित आयोजन के लिए संयोजक नियुक्त किया गया ,, साहित्य क्षेत्र की नारी शक्ति ने , उक्त स्वागत , सम्मान कार्यक्रम को, खुशनुमा, खुशमिजाज़ माहौल में बदल दिया ,, कोटा के सभी नामचीन साहित्यकारों ने इस कार्यक्रम की सफलता पर हस्ताक्षर किये , इस संयुक्त प्रयास से यह, कार्यक्रम अपने आप में ऐतिहासिक हो गया , ,कहते हैं , चाय पर कई बढ़ी चर्चाएं होती है , लेकिन यह अनोखा अवसर था , जब , चर्चा चाय पर नहीं , बल्कि भोजन पूर्व , लज़ीज़ सूप की चुस्कियों के साथ हर मुद्दे पर खुलकर सकारात्मक चर्चा हुई , सकारात्मक फेसले हुए , जबकि खाने ख़ज़ाने की लज़्ज़त ,. मिठाई की मिठास , फिर धर्म परोपकार वितरण के साथ इस साहित्यक संगम का समापन इस वायदे के साथ , के यह मेल मिलाप का सिलसिला रुकेगा नहीं , एक दूसरे के प्रेमभाव , सद्भाव , उत्सावर्धन के साथ खुशनुमा माहौल में यह साहित्यिक संगम जारी रहेगा इसी के साथ समापन हुआ ,,, कार्यक्रम में नारी शक्ति ने पौधों की भेंट व्यवस्था कर पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ का संदेश भी दिया, कोटा के दो साहित्यकारों श्री जितेंद्र ' निर्मोही ' को चुरू में और श्री विजय जोशी को जयपुर में सम्मानित किए जाने पर कोटा में मंगलवार 24 सितंबर की सांय काल शहर के कुछ साहित्यकारों ने सामूहिक रूप से अपनी - अपनी ओर से सम्मान कर नई परम्परा की शुरुआत की। श्रीरामेश्वर शर्मा ' रामू भैया ', श्यामा शर्मा, डॉ.कृष्णा कुमारी , डॉ.अपर्णा पांडेय, डॉ, वैदेही गौतम ,रेणु सिंह ' राधे ', श्री विजय माहेश्वरी ,श्री किशन रत्नानी, के. डी.अब्बासी, अख्तर खान, अकेला, डॉ, स्नेह लता, डॉ.इंदुबाला शर्मा, रेखा पंचोली, महेश पंचोली, किशन प्रणय, एवम् डॉ.प्रभात कुमार सिंघल ने उनका माल्यार्पण कर, शाल ओढ़ा कर , साफा बंधा कर,श्री फल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया और अपनी खुशी का इजहार कर बधाइयां और शुभकामनाएं की,,इस अवसर पर साहित्यकार रामेश्वर शर्मा ' रामू भैया सहित " नारी चेतना की साहित्यिक उड़ान " में विविध प्रकार सहयोग करने पर डॉ कृष्णा कुमारी, डॉ. स्नेह लता, रेखा पंचोली, डॉ. इंदुबाला शर्मा और रेणु सिंह ' राधे ' को भी सम्मानित किया गया,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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