यही लोग (ख़ुदा के) मुक़र्रिब हैं (11)
आराम व आसाइश के बाग़ों में बहुत से (12)
तो अगले लोगों में से होंगे (13)
और कुछ थोडे से पिछले लोगों में से मोती (14)
और याक़ूत से जड़े हुए सोने के तारों से बने हुए (15)
तख़्ते पर एक दूसरे के सामने तकिए लगाए (बैठे) होंगे (16)
नौजवान लड़के जो (बेहिष्त में) हमेशा (लड़के ही बने) रहेंगे (17)
(शरबत वग़ैरह के) सागर और चमकदार टोटीदार कंटर और शफ़्फ़ाफ़ शराब के जाम लिए हुए उनके पास चक्कर लगाते होंगे (18)
जिसके (पीने) से न तो उनको (ख़ुमार से) दर्दसर होगा और न वह बदहवास मदहोश होंगे (19)
और जिस कि़स्म के मेवे पसन्द करें (20)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 सितंबर 2024
यही लोग (ख़ुदा के) मुक़र्रिब हैं
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