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31 अगस्त 2024

फिर तुम दोनों अपने मालिक की किस किस नेअमत को झुठलाओगे

 फिर तुम दोनों अपने मालिक की किस किस नेअमत को झुठलाओगे (61)
उन दोनों बाग़ों के अलावा दो बाग़ और हैं (62)
तो तुम दोनों अपने पालने वाले की किस किस नेअमत से इन्कार करोगे (63)
दोनों निहायत गहरे सब्ज़ व शादाब (64)
तो तुम दोनों अपने सरपरस्त की किन किन नेअमतों को न मानोगे (65)
उन दोनों बाग़ों में दो चश्में जोश मारते होंगे (66)
तो तुम दोनों अपने परवरदिगार की किस किस नेअमत से मुकरोगे (67)
उन दोनों में मेवें हैं खुरमें और अनार (68)
तो तुम दोनों अपने मालिक की किन किन नेअमतों को झुठलाओगे (69)
उन बाग़ों में ख़ुश ख़ुल्क और ख़ूबसूरत औरतें होंगी (70)
तो तुम दोनों अपने मालिक की किन किन नेअमतों को झुठलाओगे (71)
वह हूरें हैं जो ख़ेमों में छुपी बैठी हैं (72)
फिर तुम दोनों अपने परवरदिगार की कौन कौन सी नेअमत से इन्कार करोगे (73)
उनसे पहले उनको किसी इन्सान ने उनको छुआ तक नहीं और न जिन ने (74)
फिर तुम दोनों अपने मालिक की किस किस नेअमत से मुकरोगे (75)
ये लोग सब्ज़ क़ालीनों और नफ़ीस व हसीन मसनदों पर तकिए लगाए (बैठे) होंगे (76)
फिर तुम अपने परवरदिगार की किन किन नेअमतों से इन्कार करोगे (77)
(ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार जो साहिबे जलाल व करामत है उसी का नाम बड़ा बाबरकत है (78)

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