शाइन इंडिया के ज्योति-मित्र को पितृ शोक, 150 km दूर कोटा से आयी टीम ने लिया नैत्रदान
गुरुवार
देर रात,कोटा रोड़, अकलेरा निवासी किराना व्यवसायी राधेश्याम गोयल का
हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया । उनका बेटा सुनील गोयल काफी समय से शाइन
इंडिया फाउंडेशन के नैत्रदान अभियान से जुड़ा हुआ है ।
पिता की
जैसे ही मृत्यु हुई, उसने तुरंत ही अपनी मां सुलोचना बहन सुनीता, सरिता और
भाई अंकुर से पिताजी के नेत्रदान करवाने की सहमति ली, इसके उपरांत शाइन
इंडिया के शहर संयोजक मंगलेश जैन को नेत्रदान के लिए कोटा से टीम बुलाने को
कहा । मंगलेश की सूचना पर कोटा से 150 किलोमीटर दूर अकलेरा नेत्रदान लेने
के लिए टीम रवाना हुई ।
मंगलेश जैन ने बताया कि, शहर में काफी लोग
नेत्रदान अभियान में सहयोग कर रहे हैं । परंतु जब घर में दुखद पल आता है,उस
समय आगे रहकर अपने देवलोक गामी परिजन का नेत्रदान करवाना एक साहसिक कार्य
है,सुनील के द्वारा किया गया यह कार्य शहर समाज एवं करीबी रिश्तेदारों के
लिए प्रेरणादायी है । शहर में अभी तक 10 नेत्रदान हो चुके हैं ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 अगस्त 2024
शाइन इंडिया के ज्योति-मित्र को पितृ शोक, 150 km दूर कोटा से आयी टीम ने लिया नैत्रदान
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