परिवार सहित समझाइश,से शहर में बढ़ रहा देहदान संकल्प
2. वैवाहिक वर्षगांठ पर सपत्निक देहदान संकल्प
शहर
में संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान,अंगदान और देहदान जागरूकता
अभियान से काफी लोगों में प्रेरणा आने लगी है, एक समय था ,जब लोगों से इन
विषयों पर बात की जाती थी,तो लोग बात ही नहीं करना चाहते थे । परंतु अभी
जागरूकता अभियानों से इतना बदलाव आ चुका है कि, घर में कोई भी सुखद आयोजन
होता है तो,परिवार के सदस्य नेत्रदान,अंगदान या देहदान संकल्प करना चाहते
हैं ।
केशवपुरा सेक्टर-7,निवासी कैलाश चंद्र सोनी काफी समय से
देहदान संकल्प पत्र भरना चाहते थे,परंतु जानकारी के अभाव में एवं
भ्रान्तियों के निवारण न मिल पाने के कारण देरी होती रही, परंतु अभी एक
वर्ष से आ रही प्राप्त खबरों ज्ञात हुआ है कि, शाइन इंडिया फाउंडेशन के
प्रयासों से काफी देहदान कोटा शहर के साथ-साथ आसाम,जोधपुर,अलवर,बूंदी और
झालावाड़ में कराये गए हैं ।
बेटी प्रथमा सोनी ने शाइन इंडिया
फाउंडेशन को संपर्क कर सदस्यों को घर पर बुलाया और परिवार की सभी सदस्यों
से देहदान के बारे में सारी जानकारी ली । जानकारी से संतुष्ट होने के बाद,
कैलाश चंद्र और पत्नी दुर्गा सोनी ने विवाह की 55 वीं वर्षगांठ पर बेटे
प्रवेश,निषेध और बेटी प्रथमा,दामाद शरद की उपस्थिति में देहदान का संकल्प
पत्र भरा ।
कैलाश ने अपने वक्तव्य में कहा कि, चिकित्सा सेवा को आगे
बढ़ाने के लिए देहदान के लिये,सभी धर्म,समाज के लोगों को आगे बढ़ना चाहिए ।
दुर्गा जी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की,एक व्यक्ति के अंतिम
संस्कार में काफी पेड़ों को राख़ कर दिया जाता है । इससे प्रकृति का भी
संतुलन बिगड़ रहा है,देहदान के माध्यम से प्रकृति को संतुलित करने में हम
भी सहयोग कर सकेंगे ।
डॉ गौड़ ने बताया कि,अंत समय में देहदान का
निर्णय लेने वाले घर के सदस्यों को पूरी जानकारी होने के बाद,यह सुनिश्चित
हो जाता है कि,समय आने पर देहदान का कार्य सम्पन्न होगा,और यही कार्य की
पूर्णता को बताता है । ज्ञात हो कि शाइन इंडिया के देहदान अभियान से जुड़कर,
हाड़ौती के 258 लोग अपना देहदान संकल्प कर चुके है,संस्था के सहयोग से अभी
तक 30 देहदान हो चुके हैं ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 जून 2024
परिवार सहित समझाइश,से शहर में बढ़ रहा देहदान संकल्प
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