पत्रकारिता धर्म , पत्रकारिता मर्यादा के विपरीत ,, रामभजन , राम जी के जय घोष के नारों के बीच , न्यूज़ चैनल की लाइव इलेक्शन डिबेट में , भाजपा के पास प्रत्याक्षी द्वारा किये गए कार्यों को गिनाने के लिए कुछ नहीं मिला , तो कांग्रेस ने शांति धारीवाल के विकास कार्य गिनाये, हिंदुत्व के नाम पर कांग्रेस ने भाजपा के जिला अध्यक्ष ने हिन्दू महीनों के नाम गिनाने को कहा जो , बात टालमटोल वाली हो गई , चैनल के इलेक्शन सवालों का सही जवाब देने के लिए तबरेज़ पठान पुरस्कृत
कोटा 10 अप्रेल ,, कोटा में इलेक्शन यात्रा न्यूज़ चैनल की डिबेट में स्थानीय मुद्दों पर भाजपा की उपलब्धि गिनाने के नाम पर नतीजा ज़ीरो रहा ,, जबकि कांग्रेस जनों का जोश भाजपा पर भारी था , यही वजह रहे , के चैनल का पूर्व सुनियोजित राम मय माहौल बनाने ,, शक्ति उपासना को मुद्दा बनाने के बाद भी , क्षेत्र में डिबेट में कोंग्रेसी वक्ता कार्यकर्ता , भाजपा की नीतियों पर भारी रहे ,,, देश जानता है , के भाजपा के पास गिनाने के लिए मुद्दे ज़ीरो , और सहारे के लिए धर्म ,, झूंठ , जुमले , और राम जी के मुद्दे है , बस कोटा में भी कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याक्षियों के बीच मुक़ाबला और मुद्दों को लेकर एक चैनल की इलेक्शन यात्रा डिबेट थी , कोटा संग्रहालय के बाहर आयोजित इस न्यूज़ चैनल बहस का नज़ारा पत्रकारिता से अलग हठ कर ,, धार्मिक आयोजन की तरह था , यहां , डिबेट से ठीक पहले , राम मय माहौल बनाने का प्रयास किया गया , जय श्रीराम के नारे बुलंद किये गये , चैनल के पेड़ गायक ने राम भजन और राम गीत खूब गाये , खेर चैनल की अपनी मजबूरी थी , उसके पास स=जैसे भी निर्देश थे , उसका पालन कोटा में भाजपा के खिलाफ चल रहे माहौल को , राम जी के सहारे आगे बढ़ाने का असफल प्रयास कहा जा सकता है , डिबेट में वक्त के रूप में कांग्रेस के प्रदेश सचिव , प्रदेश अध्यक्ष जन अभाव अभियोग समिति कांग्रेस के क्रांति तिवारी , भाजपा के पक्षधर जिला अध्यक्ष राकेश जैन ,, निष्पक्ष राय के लिए जटा शंकर शर्मा , एडवोकेट अख्तर खान अकेला को शामिल किया गया था ,, चैनल के स्थानीय संवाददाता जो सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता के रूप में अपनी पहचान रखते है ,ना गिफ्ट , ना पक्षपात , बस जो देखा वही लिखना ,वही दिखाना ,उनका स्वभाव है , किसी के प्रलोभन , किसी के दवाब में आना तो उनके लिए कल्पना से भी दूर की बात है , उनके निष्पक्ष स्वभाव की वजह से ही , कांग्रेस और भाजपा के कई कार्यकर्ता भी डिबेट में मौजूद थे , ,भाजपा के अरविन्द सिसोदिया सहित कई लोग शामिल थे , जबकि कांग्रेस से विभिन वर्थुनिया ,यश मालवीय सीता भाटी ,,जिग्नेश शाह ,तबरेज़ पठान सहित कई ज़िम्मेदार मौजूद थे , डिबेट की शुरुआत ,, राहुल गाँधी के बयान जिसमे उन्होने भाजपा पर ई डी , सी बी आई जैसी एजेंसियों की शक्ति का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया था , जिस पर प्रधानमंत्री महोदय की धर्म से ,,त्यौहार से जोड़कर शक्ति पर प्रहार बताते हुए गुमराही वाला ब्यान था , उसे लाइव दिखाकर ,, डिबेट की शुरुआत हुई , इसके पूर्व जय श्रीराम में नारों का घोष हुआ ,फिर राम मय वातावरण के लिए भजन ,, गीत हुए , ,वोह भी चैनल के पेड़ गायक द्वारा गाये गए , खेर इन सब के बावजूद जब ,, बारी कांग्रेस के क्रांति तिवारी से शुरुआत की थी , तो उन्होंने सीधा हमला बोलते हुए , सभी को नवरात्रा , नए साल की मुबारकबाद देते हुए , ,हिन्दू महिनो के नाम गिनाये ,, और सवाल किया ,के सनातन की बात करते हो , तो सनातन वाली पार्टी के सनातनी जिला अध्यक्ष से हिंदी महीनों के नाम पूंछ लो , बता दें ,, ऐंकर जैसे ही , भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन की तरफ मुड़े उनके पास हिन्दू महीनों का नाम गिनाने के लिए नहीं थे , सो उन्होंने बात टालते हुए कहा के ,, तीन महीने पहले कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़े प्रह्लाद गुंजल को , कांग्रेस ने क्यों उम्मीदवार बनाया , सभी ने देखा , हिन्दुत्त्व की बात करने वाली पार्टी के जिला अध्यक्ष ने , हिन्दू महीनों के नाम नहीं गिनाये , खेर , डिबेट शुर रही , फिर शक्ति की उपासना के नाम पर , सवाल हुए जवाब देने की अख्तर खान अकेला की बारी थी , अख्तर खान अकेला से , शक्ति उपासना पर प्रधानमंत्री के प्रोपोगंडा बयांन पर सवाल था ,, ,अख्तर खान अकेला ने सीधा जवाब दिया के ,, राहुल गाँधी ,,का कथन , भाजपा द्वारा ई डी , सी बी आई जैसी एजेंसियों की शक्तियों के दुरूपयोग करने वाला है , जिसे भ्रामक प्रोपोगंडा प्रचार कर गलत बयानी करते हुए इसे धर्म से जोड़कर बरगलाने का प्रयास है ,जबकि जो कांग्रेस या दूसरी पार्टियों में है वोह चोर और फिर अगर वही शख्स भाजपा में आ गया तो उसका शुद्धिकरण हो जाता है , अख्तर खान अकेला ने शक्ति की परिभाषा यही बताई ,,, ,डिबेट में एक तरफ कोंग्रेसी कार्यर्कताओं का सवाल था , कोटा में , भाजपा के लोकसभा प्रत्याक्षी ने उनके दस साल के कार्यकाल में एक भी कोई काम करवाया हो तो बता दें , कांग्रेस के प्रत्याक्षी का वोह नाम वापस लिवा लेंगे , लेकिन इस सवाल का जवाब तो भाजपा के पास था ही नहीं , सो कॉरिडोर वगेरा तक बात जा पहुंची , और कांग्रेस से प्रह्लाद गुंजल को क्यों टिकिट दिया इस पर भाजपाई सवाल खड़े करने लगे , शानती धारीवाल के विकास की प्रशंसा हुई , तो कोंग्रेसी कार्यर्कताओं ने कागज़ के हवाई जहाज़ उढ़ाकर , एयपोर्ट कोटा में खोलने के वायदे का खूब मज़ाक़ उड़ाया ,, निष्पक्ष रूप से , अगर देखा जाए , तो मुद्दों पर बहस , समर्थन पर बहस , और पत्रकारिता मर्यादाओं के खिलाफ राम मय वातावरण बनाकर शुरू करवाई गई बहस के बावजूद भी , ,भाजपा के पास विकास कार्यों के नाम पर , रोज़गार के नाम पर , रचनात्मक एक भी कार्य नहीं था , दूसरी तरफ , शांति धारीवाल के विकास , सोंदर्यकरण कार्य थे ,, ऐसे में ,, डिबेट में धार्मिक व्यवस्था बनाकर वातावरण बनाने के सभी प्रयास विफल रहे और कांग्रेस के मुद्दे भाजपा पर भारी रहे , कांग्रेस के प्रह्लाद गुंजल का पक्ष भाजपा के प्रत्याक्षी ओम बिरला के खिलाफ ज़बरदस्त भारी रहा , कोंग्रेसियों में विकास कार्यों का उत्साह था , तो भाजपा के पास नारे नारे सिर्फ नारे थे , व्यक्तिगत आरोप थे , ,खेर चुनाव प्रचार तेज़ी पर है , नतीजे क्या होंगे , ,उलटफेर क्या रही ,वक़्त ही बताएगा , लेकिन न्यूज़ चैनलस को चाहे वोह भाजपा प्रचारक हों , चाहे वोह भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए माहौल बनाने वाले हों , लेकिन उन्हें , लोकतंत्र , देश के संविधान , तीसरे स्तम्भ की मर्यादाओं का निष्पक्ष तोर तरीकों , का ध्यान रखकर ही काम करना होगा ,क्योंकि पत्रकारिता ही , आज हमारे इस देश में जो माहौल है उसे तीसरी आँख बनकर , इस देश को बचा सकती है ,. और यह ज़िम्मेदारी हर पत्रकार को अपने निजी नफा नुकसान छोड़कर , राष्ट्रहित में ध्यान में रखना ही होगा ,,,, इसके पूर्व चैनल द्वारा पूंछे गए चुनाव संबंधित सवाल का सही जवाब देने पर तबरेज़ पठान को पुरस्कृत किया गया ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 अप्रैल 2024
पत्रकारिता धर्म , पत्रकारिता मर्यादा के विपरीत ,, रामभजन , राम जी के जय घोष के नारों के बीच , न्यूज़ चैनल की लाइव इलेक्शन डिबेट में , भाजपा के पास प्रत्याक्षी द्वारा किये गए कार्यों को गिनाने के लिए कुछ नहीं मिला
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