और इसी तरह हिज्र के रहने वालों (क़ौम सालेह ने भी) पैग़म्बरों को झुठलाया (80)
और (बावजूद कि) हमने उन्हें अपनी निशानियाँ दी उस पर भी वह लोग उनसे रद गिरदानी करते रहे (81)
और बहुत दिल जोई से पहाड़ों को तराश कर घर बनाते रहे (82)
आखि़र उनके सुबह होते होते एक बड़ी (जोरों की) चिंघाड़ ने ले डाला (83)
फिर जो कुछ वह अपनी हिफाज़त की तदबीर किया करते थे (अज़ाब ख़ुदा से बचाने में) कि कुछ भी काम न आयीं (84)
और हमने आसमानों और ज़मीन को और जो कुछ उन दोनों के दरम्यिान में है
हिकमत व मसलहत से पैदा किया है और क़यामत यक़ीनन ज़रुर आने वाली है तो तुम
(ऐ रसूल) उन काफिरों से शाइस्ता उनवान (अच्छे बरताव) के साथ दर गुज़र करो
(85)
इसमें शक नहीं कि तुम्हारा परवरदिगार बड़ा पैदा करने वाला है (86)
(बड़ा दाना व बीना है) और हमने तुमको सबअे मसानी (सूरे हम्द) और क़ुरान अज़ीम अता किया है (87)
और हमने जो उन कुफ्फारों में से कुछ लोगों को (दुनिया की) माल व दौलत से
निहाल कर दिया है तुम उसकी तरफ हरगिज़ नज़र भी न उठाना और न उनकी (बेदीनी)
पर कुछ अफसोस करना और इमानदारों से (अगरचे ग़रीब हो) झुककर मिला करो और कहा
दो कि मै तो (अज़ाबे ख़ुदा से) सरीही तौर से डराने वाला हूँ (88)
(ऐ रसूल) उन कुफ्फारों पर इस तरह अज़ाब नाजि़ल करेगें जिस तरह हमने उन लोगों पर नाजि़ल किया (89)
जिन्होंने क़ुरान को बाँट कर टुकडे़ टुकड़े कर डाला (90)
(बाज़ को माना बाज को नहीं) तो ऐ रसूल तुम्हारे ही परवरदिगार की (अपनी) क़सम (91)
कि हम उनसे जो कुछ ये (दुनिया में) किया करते थे (बहुत सख़्ती से) ज़रुर बाज़ पुर्स (पुछताछ) करेंगे (92)
पस जिसका तुम्हें हुक्म दिया गया है उसे वाजेए करके सुना दो (93)
और मुशरेकीन की तरफ से मुँह फेर लो (94)
जो लोग तुम्हारी हँसी उड़ाते है (95)
और ख़ुदा के साथ दूसरे परवरदिगार को (शरीक) ठहराते हैं हम तुम्हारी तरफ
से उनके लिए काफी हैं तो अनक़रीब ही उन्हें मालूम हो जाएगा (96)
कि तुम जो इन (कुफ्फारों मुनाफिक़ीन) की बातों से दिल तंग होते हो उसको हम ज़रुर जानते हैं (97)
तो तुम अपने परवरदिगार की हम्दो सना से उसकी तस्बीह करो और (उसकी बारगाह में) सजदा करने वालों में हो जाओ (98)
और जब तक तुम्हारे पास मौत आए अपने परवरदिगार की इबादत में लगे रहो (99)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 नवंबर 2023
और इसी तरह हिज्र के रहने वालों (क़ौम सालेह ने भी) पैग़म्बरों को झुठलाया
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