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07 मार्च 2023

फिर हमने उसको एक मुअय्यन वक़्त तक

 फिर हमने उसको एक मुअय्यन वक़्त तक (21)
एक महफूज़ मक़ाम (रहम) में रखा (22)
फिर (उसका) एक अन्दाज़ा मुक़र्रर किया तो हम कैसा अच्छा अन्दाज़ा मुक़र्रर करने वाले हैं (23)
उन दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है (24)
क्या हमने ज़मीन को जि़न्दों और मुर्दों को समेटने वाली नहीं बनाया (25)
और उसमें ऊँचे ऊँचे अटल पहाड़ रख दिए (26)
और तुम लोगों को मीठा पानी पिलाया (27)
उस दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है (28)
जिस चीज़ को तुम झुठलाया करते थे अब उसकी तरफ़ चलो (29)
(धुएँ के) साये की तरफ़ चलो जिसके तीन हिस्से हैं (30)

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