ट्रेन छूटी,तो टैक्सी करके,देर रात रामगंजमंडी से लिया नेत्रदान
2. 15 दिन में तीसरा नेत्रदान रामगंजमंडी से
3. समाजसेवीयों के सहयोग से बढ़ रहा है नेत्रदान
सरकारी
कुएं के पास,बाजार नंबर दो,निवासी राधेश्याम काला ( चंदू भाई दलाल ) का
शनिवार शाम हृदयाघात होने से आकस्मिक निधन हो गया । सादा जीवन,उच्च विचार
रखने वाले राधेश्याम जी मधुर और विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे,बाजार में सभी
व्यवसायीयों से उनका काफी स्नेह था ।
उनके
निधन की सूचना शाइन इंडिया फाउंडेशन संस्था के ज्योति-मित्र मोनू
माहेश्वरी को मिली, मोनू ने संस्था के सक्रिय सदस्य संजय विजावत और भारत
विकास परिषद के दिनेश डपकरा डिस्को ,आशीष गुप्ता को शोकाकुल परिवार के
सदस्यों को नेत्रदान के बारे में समझाने की जिम्मेदारी दी ।
दिनेश
डपकरा ने अभी एक सप्ताह पहले अपने चचेरे भाई का नेत्रदान करवाया था,इसलिए
यह तुरंत ही अपने साथ आशीष गुप्ता को लेकर राधेश्याम जी के घर पर पहुंचे
।
परिवार के सभी सदस्यों
और राधेश्याम जी के पुत्र राजेन्द्र और मनीष को नेत्रदान करवाने के लिए
प्रेरित किया ,थोड़ी देर में परिवार के सभी सदस्यों ने सहमति दे दी ।
सूचना
मिलने पर कोटा से ईबीएसआर-बीबीजे चैप्टर के कोऑर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़
नेत्रदान लेने जाने के लिए,ट्रेन से आने के लिये कोटा जंक्शन पर
पहुंचे,परंतु वहाँ पर उनकी ट्रेन छूट गई ,जिसके उपरांत तुरंत ही उन्होंने
टैक्सी की और रामगंज मंडी के लिए रवाना हो गये।
देर
रात परिवार की सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न
किया गया,इस पुनीत कार्य मे लोकेश लाडवा,मोनू माहेश्वरी, आशीष गुप्ता,
दिनेश डपकरा भी साथ रहे ।
महिलाओं
ने उत्साह के साथ पूरी प्रक्रिया को देखा और सभी ने मौके पर ही यह निश्चित
किया कि,कभी भी परिवार यदि कोई शोक की घटना घटती है, तो परिवार के सभी लोग
एक दूसरे को संबल देते हुए नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न करवाएंगे
संजय
विजावत ने बताया कि,पिछले 15 दिनों में यह शहर से तीसरा नेत्रदान है इससे
पूर्व स्व० श्री रमेश पोरवाल और स्व० श्रीमति सीता देवी जैन जी का नेत्रदान
हुआ है ।
बीबीजे चैप्टर
के कोऑर्डिनेटर,डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि,भारत विकास परिषद के संयुक्त
सहयोग प्रयास से रामगंजमंडी में अब नेत्रदान का कार्य बढ़ने लगा है ।
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