वह तो मौत की दुआ करेगा (11)
और जहन्नुम वासिल होगा (12)
ये शख़्स तो अपने लड़के बालों में मस्त रहता था (13)
और समझता था कि कभी (ख़ुदा की तरफ) फिर कर जाएगा ही नहीं (14)
हाँ उसका परवरदिगार यक़ीनी उसको देख भाल कर रहा है (15)
तो मुझे शाम की सुर्खी की क़सम (16)
और रात की और उन चीज़ों की जिन्हें ये ढाँक लेती है (17)
और चाँद की जब पूरा हो जाए (18)
कि तुम लोग ज़रूर एक सख़्ती के बाद दूसरी सख़्ती में फँसोगे (19)
तो उन लोगों को क्या हो गया है कि ईमान नहीं इमान नहीं लाते (20)
और जब उनके सामने क़ुरान पढ़ा जाता है तो (ख़ुदा का) सजदा नहीं करते (21) (सजदा)
बल्कि काफि़र लोग तो (और उसे) झुठलाते हैं (22)
और जो बातें ये लोग अपने दिलों में छिपाते हैं ख़ुदा उसे ख़ूब जानता है (23)
तो (ऐ रसूल) उन्हें दर्दनाक अज़ाब की ख़ुशख़बरी दे दो (24)
मगर जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे अच्छे काम किए उनके लिए बेइन्तिहा अज्र (व सवाब है) (25)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
21 मार्च 2023
वह तो मौत की दुआ करेगा
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