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05 फ़रवरी 2023

आज मुझे फेसबुक पर सोशल मीडिया एक्टिविस्ट के रूप में पूरे 16 साल हुए

 

आज मुझे फेसबुक पर सोशल मीडिया एक्टिविस्ट के रूप में पूरे 16 साल हुए , जो बेमिसाल है , या फिर खुशनुमा , या फिर बोझ है, बेकार है, यह तो आप जानें , लेकिन हक़ीक़त है, के आज के दौर में जब , पॉकेट जर्नलिज़्म, विज्ञापित जर्नलिज़्म , ठेकेदारी जर्नलिज़्म है , ऐसे दौर में सोशल मीडिया इनकी बुराइयां , सेंसर शिप , खबरों को दबाने, छुपाने के खिलाफ बेहतर माध्यम रहा है , इसलिये मर्यादित आचरण के ज़रिए हम इस माध्यम को सीचें , राष्ट्र निर्माण , चरित्र निर्माण का माध्यम बनाये , नफरत, गुस्से, अपमान के षडयन्त्रों से समाज को बाहर निकालें , चुनाव के लिये वोटिंग राष्ट्रवाद , वोटिंग जातिवाद से इसे सुरक्षित करने के प्रयास शुरू करें,
दोस्तों फेसबुक यूज़र्स के रूप में आज मेरा पहला जन्म दिन है वर्ष 2016 में मेने आज ही के दिन , ईद मिलादुन्नबी को , मेरा फेसबुक यूज़र एकाउंट खोला था और .. ईद मिलादुन्नबी की बधाई के सन्देश के साथ मेने अपने फेसबुक दोस्तों के साथ पहली मुलाक़ात की थी ....दोस्तों यक़ीन मानिये जब मेने फेसबुक एकाउंट खोला ,, तो में समझ नहीं पा रहा था ,, के इसका यूज़ केसे क्या जाता है ,, इसलियें मेने मेरे पुत्र शाहरुख खान को अपना गुरु बनाया , और उससे कुछ गुर सीख कर फेसबुक फ्रेंड की प्रार्थनाएं भेजना शुरू की ...कई दर्जन बार मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट को ब्लोक किया गया ,, फिर मेरी समझ में आया ,, के फेसबुक का कंट्रोल बहतरीन है ..और मेने इसी के बाद से जो रिक्वेस्ट आई उसी रिक्वेस्ट को स्वीकार की, नतीजन देखते ही देखते मेरे फेसबुक फ्रेंड की गिनती एक से एक हजार और फिर अंतिम सीमा पांच हज़ार पार कर गयी .....हज़ारों हज़ार फॉलोवर्स हुए .......अब मुझे रिक्वेस्ट तो बहुत मिलती हैं , लेकिन फेसबुक नियमों के तहत में उनसे दोस्ती के लियें मचल कर भी , उनकी रिक्वेस्ट नहीं स्वीकार कर पा रहा हूँ, कई ऐसे लोग होते हैं जिनके लियें में पहले कुछ अपने विदेशी दोस्तों के नाम डिलीट करता हूँ, और फिर अपने स्वदेशी दोस्तों के नाम जोड़ देता हूँ ...मेने जब फेसबुक ज्वाइन की ,, तब फेसबुक में अचानक धर्म के नाम पर ...जाति समुदाय के नाम पर, काफी अश्लील और भडकाऊ नफरत फेलाने वाली टिप्पणियां देखीं ..मुझे बुरा लगा, साइबर क्राइम, उसमे दी जाने वाली सज़ा, लोगों को समझाने का प्रयास क्या , फिर मेने भी इसे रोकने के लियें जाग्रति अभियान चलाया ..लोगों ने इसे असंभव और बचकानी हरकत कह कर, मेरा उपहास उड़ाया लेकिन में रुका नहीं , थका नहीं , लगातार अपनी कोशिशें जारी रखते हुए, अनेकों जगह,, मेने पत्रव्यवहार जारी रखे , इसे रोकने के लियें कम्प्यूटर विशेषज्ञों से सम्पर्क करता रहा .एक दिन मेरी माननीय राष्ट्रपति जी को ओन लाइन भेजी गयी पिटीशन स्वीकार किये जाने की स्वीक्रति मिली ,,जिसमें उन्होंने सुचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय को इस मामले में आवश्यक कार्यवाही करने के लियें निर्देश दिए थे, इन निर्देशों के बाद , खुद कोंग्रेस के राहुल गान्धी ने , मनमोहन कार्यकाल में , सांसद की हैसियत से, एक पत्र भेज कर मेरे सुझावों पर मेरी पीठ थप थपाई ......में बहुत खुश हुआ लेकिन एक बढ़े बदमाश तबके ने जो इस माध्यम से देश में नफरत का माहोल बनाकर , गृह युद्ध की स्थिति पैदा करने की कोशिशों में था , इसे वाक् एवम अभिवयक्ति की स्वतन्त्रता का हनन बताया फिर पैगम्बर ऐ इस्लाम हुजुर सल्ल्लाला हे वसल्लम के काबे की तस्वीर पर गंदगी फेलाने का प्रयास क्या ..हन्दू धर्मों, देवी देवताओं का अपमान क्या गया ..मेने और मेरे कई समर्थकों ने इसका विरोध किया, अभिव्यक्ति, की स्वतन्त्रता का महत्व समझाया , कुछ भी लिखो, लेकिन ऐसा लिखो , जो कानून धर्म की मर्यादाओं में हो, कानून तोड़ने और किसी का अपमान करने का हमे हक नहीं है, एक फेसबुक यूज़र जो कुछ भी लिख देने को लिखने और उसे लिखने, बोलने की स्वतन्त्रता कहते थे उन्ही के शहर के फेसबुक यूज़र ने जब, उनका अतीत छान कर फेसबुक पर , उनके वेश्या की ओलाद होने का सच सबको बताया, उनकी बहन केसे किसी के साथ रंगरेलियां बना रही है यह समझाया ,, तब उनकी समझ में आया के किसी की भावनाओं को इस तरह लिखने की आज़ादी के नाम पर , आहत करने से , दिल को कितनी तकलीफ पहुंचती है ..यकीन मानिये इन जनाब ने दबे अल्फाजों में पहले तो माफ़ी मांगी और आज फेसबुक पर अपन सुकून और भाईचारे सद्भावना के साथ , देश भक्ति के संदेश भेज कर फेसबुक फ्रेंडों का मनोबल बढा रहे है ..इस मामले में दिल्ली और इलाह्बाद हाईकोर्ट में भी मामले चले और एक गाइड लाइन तय्यार हुई , लोग कहने लगे , के अख्तर खान अकेला तो अकेला था , लेकिन लोग जुड़ते गए और कारवां बनता गया , आज फेसबुक के सभी यूज़र कमोबेश यही चाहते है , के फेसबुक पर लड़ाई झगड़े, नफरत और द्वेषता की बात ना हो ..फेसबुक पर तो बस , प्यार की ..मनोरंजन की ..मोहब्बत की, एक दुसरे की दुःख तकलीफों में , केसे मदद की जाए , साहित्य का सृजन कर लोगों की आत्मा का , केसे शुद्धिकरण किया जाए .बेईमानी भ्रष्टाचार के खिलाफ , केसे अलख जगाई जाए , सही नेता का निर्वाचन केसे हो , यानी कुल मिलाकर आज फेसबुक, मनोरंजन और चरित्र निर्माण की अलख जगा रहा है, और फेसबुक मालिक भी, भारत देश के कानूनों की मर्यादाओं में इसे यहाँ संचालित करने में सहमत है, और प्रयासरत है , लेकिन कभी गंदगी का वायरस हमे दुखी कर देता है ,बखेर कोई बात नहीं मेरे इस फेसबुक पर 16 साल पुरे 16 साल मेने आप लोगों के साथ बिताये है ..बीच में एक बार तो मुझे लगा था, के जिंदगी साथ छोड़े जा रही है , और मेने मान लिया था के अब म़ोत मुझे आप से आपके प्यार से अलग कर देगी , लेकिन कहते हैं लोगों के बद्दुआओं पर दोस्तों की हमदर्दों की दुआएं भारी होती है, और मेरा आखरी वक्त जो मुझे नजदीक सा दिखने लगा था, वोह मोत का मजा हर एक को चखना है, लेकिन कब चखना है यह खुदा तय करेगा उस सिद्धांत के तहत टल गया , और मेरी जिंदगी की 16 साल की पारी मेने आपके साथ इस फेसबुक पर खेल कर पूरी की है ...ब्लोगिंग तो मेरी अलग से ही चल रही है , सोशल मीडिया एक्टिव मोड वर्कर भी कहा जाता हूँ , में नहीं जानता के मेरी यह पारी, आप लोगों के बीच केसी रही अच्छी रही या बुरी रही , लेकिन इस दोरान कई लोग है जिनकी भावनाएं मुझ से आहत हुई है , मेरे सच से नफरत के भाव को रोकने की कोशिशो के मेरे प्रयास से ,वाकई लोगों की भावनाओं को मुझ से आघात पहुंचा है, मेरे द्वारा की गई शिकायतों से पुलिस ने उन्हें समझाइश की है, फेसबुक पर खाते ब्लॉक हुए है, उनमे से कुछ लोगों ने मुझे फेसबुक पर गालियाँ लिख कर भी मेरा मान बढाया है, उनसे मेरा निवेदन है के, मेरा किसी से झगड़ा किसी से विवाद नहीं , मेरा तो मकसद है के , बस नफरत के भाव को खत्म करो, प्यार दो प्यार लो , मेरे इस देश, मेरे इस हिंदुस्तान को एक बार फिर से सुरक्षित , सोने की चिड़िया , धरती का स्वर्ग बना दो, और हम सब फेसबुक फ्रेंड अगर तिनका तिनका करके इस खुबसूरत आशियाँ को बनाने की कोशिश करेंगे तो इंशा अल्लाह , हम जरुर कामयाब होंगे और गर्व से कह सकेंगे के मेरा नहीं, तेरा नहीं, हमारा भारत महान है ..भारत महान है , हम फेसबुक पर वोह सब सच बिना पूर्वाग्रह, निजी , राजनैतिक द्वेषता के प्रकाशित करें जो राष्ट्र के विकास, भाईचारा, सद्भावना, सीमा सुरक्षा के लिये जरूरी हो, कभी हंसो कभी हंसाओ, प्यार दो प्यार लो, खुशियां लुटाओ, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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