आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

05 फ़रवरी 2023

जो आला दर्जे का चुग़लख़ोर माल का बहुत बख़ील

 जो आला दर्जे का चुग़लख़ोर माल का बहुत बख़ील (11)
हद से बढ़ने वाला गुनेहगार तुन्द मिजाज़ (12)
और उसके अलावा बदज़ात (हरमज़ादा) भी है (13)
चूँकि माल बहुत से बेटे रखता है (14)
जब उसके सामने हमारी आयतें पढ़ी जाती हैं तो बोल उठता है कि ये तो अगलों के अफ़साने हैं (15)
हम अनक़रीब इसकी नाक पर दाग़ लगाएँगे (16)
जिस तरह हमने एक बाग़ वालों का इम्तेहान लिया था उसी तरह उनका इम्तेहान लिया जब उन्होने क़समें खा खाकर कहा कि सुबह होते हम उसका मेवा ज़रूर तोड़ डालेंगे (17)
और इंशाअल्लाह न कहा (18)
तो ये लोग पड़े सो ही रहे थे कि तुम्हारे परवरदिगार की तरफ़ से (रातों रात) एक बला चक्कर लगा गयी (19)
तो वह (सारा बाग़ जलकर) ऐसा हो गया जैसे बहुत काली रात (20)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...