तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे?
गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
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28 नवंबर 2020
जबकि इससे पूर्व, इससे पहले कि वह उनपर उतरे, वे बिलकुल निराश थे।
जबकि इससे पूर्व, इससे पहले कि वह उनपर उतरे, वे बिलकुल निराश थे। (49)
अतः देखो अल्लाह की दयालुता के चिन्ह! वह किस प्रकार धरती को उसके मृत हो
जाने के पश्चात जीवन प्रदान करता है। निश्चय ही वह मुर्दों को जीवत
करनेवाला है, और उसे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।(50)
किन्तु यदि हम एक दूसरी हवा भेज दें, जिसके प्रभाव से वे उस (खेती) को पीली
पड़ी हुई देखें तो इसके पश्चात वे कुफ़्र करने लग जाएँ। (51)
अतः तुम मुर्दों को नहीं सुना सकते और न बहरों को अपनी पुकार सुना सकते हो, जबकि वे पीठ फेरे चले जो रहे हों। (52)
और न तुम अंधों को उनकी गुमराही से फेरकर मार्ग पर ला सकते हो। तुम तो केवल
उन्हीं को सुना सकते हो जो हमारी आयतों पर ईमान लाएँ। तो वही आज्ञाकारी
हैं। (53)
अल्लाह ही है जिसनें तुम्हें निर्बल पैदा किया, फिर निर्बलता के पश्चात
शक्ति प्रदान की; फिर शक्ति के पश्चात निर्बलता औऱ बुढापा दिया। वह जो कुछ
चाहता है पैदा करता है। वह जाननेवाला, सामर्थ्यवान है।(54)
जिस दिन वह घड़ी आ खड़ी होगी अपराधी क़सम खाएँगे कि वे घड़ी भर से अधिक नहीं ठहरे। इसी प्रकार वे उलटे फिरे चले जाते थे।(55)
किन्तु जिन लोगों को ज्ञान और ईमान प्रदान हुआ, वे कहेंगे, "अल्लाह के लेख
में तो तुम जीवित होकर उठने के दिन तक ठहरे रहे हो। तो यही जीवित होकर उठने
का दिन है। किन्तु तुम जानते न थे।"(56)
अतः उस दिन ज़ुल्म करनेवालों को उनका कोई उज़्र (सफ़ाई पेश करना) काम न आएगा
और न उनसे यह चाहा जाएगा कि वे किसी यत्न से (अल्लाह के) प्रकोप को टाल
सकें।(57)
हमने इस क़ुरआन में लोगों के लिए प्रत्येक मिसाल पेश कर दी है। यदि तुम कोई
भी निशानी उनके पास ले आओ, जिन लोगों ने इनकार किया है, वे तो यही कहेंगे,
"तुम तो बस झूठ घड़ते हो।" (58)
इस प्रकार अल्लाह उन लोगों के दिलों पर ठप्पा लगा देता है जो अज्ञानी हैं।(59)
अतः धैर्य से काम लो। निश्चय ही अल्लाह का वादा सच्चा है और जिन्हें विश्वास नहीं, वे तुम्हें कदापि हल्का न पाएँ। (60)
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दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)
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