तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे?
गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
हमें चाहने वाले मित्र
27 नवंबर 2020
ये वे लोग हैं जिन्हें उनका प्रतिदान दुगना दिया जाएगा
ये
वे लोग हैं जिन्हें उनका प्रतिदान दुगना दिया जाएगा, क्योंकि वे जमे रहे
और भलाई के द्वारा बुराई को दूर करते हैं और जो कुछ रोज़ी हमने उन्हें दी
है, उसमें से ख़र्च करते हैं।(54)
और जब वे व्यर्थ बात सुनते हैं तो यह कहते हुए उससे किनारा खींच लेते हैं
कि "हमारे लिए हमारे कर्म हैं और तुम्हारे लिए तुम्हारे कर्म हैं। तुमको
सलाम है! जाहिलों को हम नहीं चाहते।"(55)
तुम जिसे चाहो राह पर नहीं ला सकते, किन्तु अल्लाह जिसे चाहता है राह दिखाता है, और वही राह पानेवालों को भली-भाँति जानता है। (56)
वे कहते हैं, "यदि हम तुम्हारे साथ इस मार्गदर्शन का अनुसरण करें तो अपने
भू-भाग से उचक लिए जाएँगे।" क्या ख़तरों से सुरक्षित हरम में हमने उन्हें
ठिकाना नहीं दिया, जिसकी ओर हमारी ओर से रोज़ी के रूप में हर चीज़ की
पैदावार खिंची चली आती है? किन्तु उनमें से अधिकतर जानते नहीं। (57)
हमने कितनी ही बस्तियों को विनष्ट कर डाला, जिन्होंने अपनी गुज़र-बसर के
संसाधन पर इतराते हुए अकृतज्ञता दिखाई। तो वे हैं उनके घर, जो उनके बाद
आबाद थोड़े ही हुए। अन्ततः हम ही वारिस हुए। (58)
तेरा रब तो बस्तियों को विनष्ट करनेवाला नहीं जब तक कि उनकी केन्द्रीय
बस्ती में कोई रसूल न भेज दे, जो उन्हें हमारी आयतें सुनाए। और हम बस्तियों
को विनष्ट करनेवाले नहीं सिवाय इस स्थिति के कि वहाँ के रहनेवाले ज़ालिम
हों। (59)
जो चीज़ भी तुम्हें प्रदान की गई है वह तो सांसारिक जीवन की सामग्री और
उसकी शोभा है। और जो कुछ अल्लाह के पास है वह उत्तम और शेष रहनेवाला है, तो
क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते? (60)
भला वह व्यक्ति जिससे हमने अच्छा वादा किया है और वह उसे पानेवाला भी हो,
वह उस व्यक्ति की तरह हो सकता है जिसे हमने सांसारिक जीवन की सामग्री दे दी
हो, फिर वह क़ियामत के दिन पकड़कर पेश किया जानेवाला हो? (61)
ख़याल करो, जिस दिन वह उन्हें पुकारेगा और कहेगा, "कहाँ हैं मेरे वे साझीदार जिनका तुम्हें दावा था?" (62)
जिनपर बात पूरी हो चुकी होगी, वे कहेंगे, "ऐ हमारे रब! ये वे लोग हैं
जिन्हें हमने बहका दिया था। जैसे हम स्वयं बहके थे, इन्हें भी बहकाया। हमने
तेरे आगे स्पष्ट कर दिया कि इनसे हमारा कोई सम्बन्ध नहीं। ये हमारी बन्दगी
तो करते नहीं थे?" (63)
कहा जाएगा, "पुकारो, अपने ठहराए हुए साझीदारों को!" तो वे उन्हें
पुकारेंगे, किन्तु वे उनको कोई उत्तर न देंगे। और वे यातना देखकर रहेंगे।
काश वे मार्ग पानेवाले होते! (
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