आपका-अख्तर खान

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17 अक्तूबर 2020

तू जिंदगी को जी

 

*तू जिंदगी को जी,*
*उसे समझने की कोशिश ना कर।*
*चलते वक्त के साथ* *तू भी चल, वक्त को*
*बदलने की कोशिश न कर..*
*दिल खोल कर साँस ले,*
*अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर..*
*कुछ बाते रब पर छोड़ दे, सब कुछ खुद*
*सुलझाने की कोशिश ना कर।*

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