दोस्तों गौर से देखिये ,, इस मासूम से चेहरे को ,,इस मासूम चेहरे के पीछे ,,,एक खोजपूर्ण पत्रकार ,,एक हंसमुख मिलनसार इंसान छुपा है , जी हाँ ,,,इसी शख्सियत , आज के बर्थ डे ब्वाय , को शाकिर अली कहा जाता है ,,,जी हाँ दोस्तों ,,कोटा के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ,,एक नई उमंग ,,एक नया अंदाज़ लेकर ,,निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ अपनी साख जमाए बैठे ,,शाकिर अली उस्ताद भी हो गए है ,,, कैमरे के साथ ,,माइक पर अपना हुनर बताकर कई खोजपूर्ण खबरों के साथ , न्यूज़ 18 , चैनल पर ,,खबरों के ज़खीरे के साथ आने वाले शाकिर अली ,,,मुस्कुराते है और बस आम जनता के हक़ के लिए एक बहतरीन खबर निकाल लेते है ,,इधर उधर बिखरे पढ़े जनहितकारी मुद्दों को उठाना ,,उनका पीछा करना और प्रशासन सहित ज़िम्मेदार नेताओ को उन समस्याओं के समाधान के लिए मजबूर कर देना ,, इन शाकिर अली साहब की पहचान है ,,पत्रकारिता के हुनर मंद खोजपुर फनकार ,,शाकिर अली ,,निर्विवाद ,, निष्पक्ष है ,,इनके दोस्त ही दोस्त है ,,इनमे कुछ हुनर ऐसा है ,,के दुश्मन भी अगर एक बार इनसे मिले तो बस वह इनका दोस्त बने बगैर रह नहीं सकता है ,,,शाकिर अली की पत्रकारिता कोटा में ही शुरू हुई ,, कोटा में ही इन्होने पत्रकारिता के हुनर जाने ,,,,यही इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता के दांव पेंच सीखे और अब शाकिर अली इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के एक ,,,सुलतान ,,,जैसे पहलवान बन गए है ,,जिसके सामने सिर्फ जीत ही जीत हो ,,,जुस्तजू हो ,,खोजपूर्ण पत्रकारिता एक जंग की तरह अभियान हो ,,जनहितकारी खबरों का ईमानदारी से प्रसारण हो ,,,समस्याओं का समाधान हो ऐसी सोच लेकर पत्रकारिता का प्रसारण हो ,,,शाकिर अली को ईमानदारी ,,निष्पक्षता ,,निर्भीकता विरासत में मिली है ,,इनके वालिद स्वर्गीय कॉमरेड अनवर अली ,,,जो कोटा नगर निगम में महत्वपूर्ण पद पर रहकर ,,निगम कर्मचारियों के एक छत्र नेता बनकर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए संघर्षरत रहे ,,वह न टूटे ,,न झुके ,,न डरे ,,,सिर्फ इंक़लाब ज़िंदाबाद के नारे के साथ ,,कॉमरेड असगर अली ने जीत ही देखी और उनमे भी अपने मज़दूरों के लिए अपने साथियो के लिए मर मिटने का जज़्बा शामिल था ,,,पत्रकार शाकिर अली का भी यही जज़्बा उन्हें विरासत में मिला है ,,,,कोटा के हक़ के लिए लगातार संघर्षपूर्ण खबरों के प्रकाशन और जनहितकारी ,,गरीब ,,मजदुर ,, ज़रूरत मंद तबको की आवाज़ उठाकर पीडतों को न्याय दिलवाने के मामले में तीसरा नेत्र बने ,,,,खबरों पर सी सी टी वी कैमरे की तरह पैनी नज़र रखने वाले मेरे छोटे भाई ,,शाकिर अली को सेल्यूट ,,सलाम ,,और दुआ के वह हिन्दुस्तान की धरती पर ,,आज की ज़रूरत के मुताबिक जांबाज़ पत्रकार बनकर अपनी छवि उभारकर देश के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष शील जुझारू जांबाज़ पत्रकार बने इलेक्ट्रिनिक जर्नलिज़्म की इस तेज़ तर्रार शख्सियत को उनकी सालगिराह पर दिली मुबारकबाद बधाई ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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