आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

03 अगस्त 2020

कोटा में पढ़े लिखे लोगों की , आकाशवाणी फोश कॉलोनी ,, जहाँ ,,एक स्पीड ब्रेकर ने घर के एक लाल ,चेतन चतुर्वेदी की हत्या कर दी

कोटा में पढ़े लिखे लोगों की , आकाशवाणी फोश कॉलोनी ,, जहाँ ,,एक स्पीड ब्रेकर ने घर के एक लाल ,चेतन चतुर्वेदी की हत्या कर दी ,हत्या शब्द इसलिए , क्योंकि अपनी मन मर्ज़ी से स्पीड ब्रेकर जो , स्वीकृत रूप से नियमविरुद्ध और जानलेवा है ,, वोह स्पीड ब्रेकर गैस गोदाम आकाशवाणी कॉलोनी में लगे , रोज़ नियमित ,,ऐसे नियम विरुद्ध ,अवैध स्पीड ब्रेकर ,कोटा शहर की सड़को पर न जाने कितने लोगों को घायल करते ,है , गिराते है ,, उनके कंधे ,सर्वाइकल ,स्पोंडलाइज़ की बीमारियां करते है ,, लेकिन अभी तक खबर यही रहती है , हेलमेट होता तो बच जाता , स्पीड ब्रेकर पर पहली बार किसी अख़बार ने सवाल उठाये है ,ऐसे अख़बार ,अख़बार मालिक ,संवाददाता ,सम्पादक का शुक्रिया ,, हर साल यातायात सुरक्षा सप्ताह इसीलिए मनाया जाता है ,कहीं अवैध स्पीड ब्रेकर नहीं , कहीं सड़कें खुदी तो नहीं , कहीं नाले के ढकान तो खुले नहीं , कहीं सड़क के आस पास गिरने वाला जर्जर पेड़ तो नहीं ,, कहीं अवैध अतिक्रमण से सड़क छोटी तो नहीं हो गयी , कहीं ,आवारा जानवर से लोगों के ट्रेफिक को खतरा तो नहीं ,, कहीं दृष्टि भ्र्म वाले विज्ञापन सड़कों के आसपास ,सामने ,ड्राइवर ,के ध्यान बंटाकर ,,उन्हें दृष्टि भ्रम पैदा कर ,दुर्घटना का कारण बनने वाले विज्ञापन तो नहीं ,,यह बैठक हर साल होती है ,फिर सड़क सुरक्षा सप्ताह में इन बिंदुओं को उठाया जाता है ,लेकिन होता क्या है ,हो क्या रहा है ,आप जानते है ,हेलमेट , चालान ,वोह भी सिर्फ दो पहिये वाहन चालों पर क़हर ,, ,,, अगर स्पीड ब्रेकर की यह आवाज़ एक दैनिक ने उठाई है ,तो फिर इसे शहर के हर स्पीड ब्रेकर को मोटर वाहन अधिनियम की विधिक प्रावधानों के तहत तीन छह फुट ,छह इंच ऊँचे ,, सांकेतिक चिन्हों के साथ ,स्पीड ब्रेकर थोड़ी दूरी पर है ,,इसे तो पालना शहर की हर सड़को पर करवा ही लें ,उबड़ खाबड़ जो लोगों के स्वास्थ्य , गले ,कंधे ,कमर की हड्डियों के लिए खतरा है , उन्हें सही करवाने तक अभियान जारी रखे ,आवारा जानवरों से दुर्घटनाये ,,, अतिक्रमण से दुर्घटनाये ,,अचानक अव्यस्थित वाहनों के ठहराव से दुर्घटनाये ,, दृष्टि भ्रम के विज्ञापनों से बीच सड़क , आसपास सड़क के , हाइवे पर ,,स्टेट हाइवे पर ,क़ानून के खिलाफ लगे विज्ञापन रोज़ अतिक्रमण का कारण बनते है ,क्योंकि वाहन चाहे दुपहिया हो ,चाहे चुपहिया ,,चाहे तिपहिया हो ,,वाहन चालक चलाते वक़्त विज्ञापन ज़रूर देखता है ,और बस सावधानी हठी , दुर्घटना घटी ,, इसी दृष्टि भ्रम में दुर्घटना हो जाती है ,तो जनाब ,बात निकली है तो दूर तक जाना चाहिए ,, सेटिंग करके , चुप नहीं होना चाहिए ,मुद्दा उठाया है ,,तो अब कोई भी स्पीड ब्रेकर , आवारा जानवर ,,अतिक्रमित सड़क ,,टूटे मैंन हॉल ,, टूटी सड़क ,, विज्ञापनों की दृष्टि भ्रम की वजह से मोत का ग्रास नहीं बने ,,ऐसा संकल्प लेकर ,लापरवाह अधिकारीयों की नींद हराम कर दो उनके खिलाफ कार्यवाही ,सजा दिलवाने ,उन पर जुर्माना क्षतिपूर्ति की ज़िम्मेदारी तय होने तक इस लड़ाई को जारी रखो ,,हम तुम्हारे साथ है , किसी भी क़ानूनी मामले में मुफ्त मदद के लिए ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...