तेरे सीने में सर रखकर
जो दर्द भूलते है हम।
हाँ!....वो सुकून हो तुम!
तेरे ख्यालो में खोकर
जब मुस्कुराते है हम।
हाँ!.....वो हँसी हो तुम!
सीने में दफन हर राज,
जिसके सामने खुले।
हाँ!...वो हमराज हो तुम!
हाँ!......तुम ही तो हो वो,
जिनसे पूरे होते है हम.!.
जो दर्द भूलते है हम।
हाँ!....वो सुकून हो तुम!
तेरे ख्यालो में खोकर
जब मुस्कुराते है हम।
हाँ!.....वो हँसी हो तुम!
सीने में दफन हर राज,
जिसके सामने खुले।
हाँ!...वो हमराज हो तुम!
हाँ!......तुम ही तो हो वो,
जिनसे पूरे होते है हम.!.
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