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10 जुलाई 2020

राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में खानू खान बुधवाली ,कांग्रेस के ज़िम्मेदार वरिष्ठ नेता होने के साथ साथ ,अल्पसंख्यक मामलातों के भी ज़बरदस्त जानकार है

राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड,, खानू  खान बुधवाली के नेतृत्व में ,,,शीघ्र ही इसी माह में ,,बोर्ड की बैठक आयोजित कर ,,राजस्थान भर की जिला कमेटियों में भाजपा विचारधारा के नियुक्त जिला वक़्फ़ कमेटी अध्यक्षों को हटाकर नए ,वक़्फ़ सम्पत्तियों के प्रति हमदर्दी , रखरखाव , संरक्षण में ज़िम्मेदार लोगों को नियुक्त कर उन्हें  कार्यभार सम्भलाने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे चूका है , सभी जानते है , राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में खानू खान बुधवाली ,कांग्रेस के ज़िम्मेदार वरिष्ठ नेता होने के साथ साथ ,अल्पसंख्यक मामलातों के भी ज़बरदस्त जानकार है ,और पिछले दिनों , खानू खान बुधवाली के नेतृत्व में वक़्फ़ सम्पत्तियों के रख रखाव ,संरक्षण ,अतिक्रमण हटाने सहित ,किराया वृद्धि को लेकर जो ऐतिहासिक सकारात्मक क़दम उठाये है ,उससे अल्पसंख्यक समाज में , राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड चेयरमेन के रूप में ,, खानू खान बुधवाली के चयन पर ,सभी लोग ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चयन की प्रशंसा कर रहे है ,,,, राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड का कार्यकाल 8 मार्च 2021 तक है , मार्च 2021 में राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में फिर से चुनावी प्रक्रिया होगी जिसमे एक बार कोंसिलर ,एक विधायक एक राज्यसभा या पूर्व राज्य सभा सदस्य ,एक प्रशासनिक अधिकारी ,,एक सुन्नी आलिम ,एक शिया आलिम सहित समाजसेवक ,,दो मुतव्वली निर्वाचित होंगे ,,, जिनमे दो महिलाओं का होना ज़रूरी है ,,,खानू खान बुधवाली की ईमानदारी ,,ज़िम्मेदारी ,,व्यवस्थित वक़्फ़ संरक्षण ,अतिक्रमण हटाकर करोडो करोड़ की वक़्फ़ सम्पत्तियों पर क़ब्ज़ा लेने की कार्यवाही ,,वक़्फ़ के किरायेदारों से ,हज़ार गुना से भी ज़्यादा की किराया वृद्धि ,सेंट्रल वक़्फ़ कौंसिल में ,वक़्फ़ सम्पत्तियों के सोंदर्यकरण ,विकास ,व्यवसायिक उपयोग की कार्ययोजना की तय्यारी राजस्थान  मुस्लिम समाज का हर वर्ग देख रहा है ,,और खानू खान के कार्यों की प्रशंसा कर रहा है ,इसलिए इनकी कार्यशैली को देखते हुए ,समाजसेवक कोटे से ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिर से इन्हे निर्वाचित कर ,,राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड का चेयरमेन निरंतर रखेंगे , यह तय माना जा रहा है ,,, चूरू के कायमखानी हीरो , खानू खान बुधवाली राजस्थान में किसी पहचान के मोहताज नहीं ,, उन्होंने छात्र जीवन से ही ,समाजसेवा ,छात्र समस्याओं के समाधान के लिए नेतृत्व किया ,लोगों के मददगार रहे ,,,,कई आंदोलनो के हिस्सेदार बने  ,राजस्थान यूनिवर्सिटी में , राजनीतिविज्ञान में मास्टर डिग्री में पास होने के बाद , खानू खान ने ,राजनीती के पोस्टमार्टम के लिए ,,राजनीती विज्ञानं में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की ,,खानू खान लगातार कांग्रेस के वफ़ादार बनकर हर छोटे बढे चुनाव ,चाहे वोह पंचायत चुनाव हो ,चाहे नगर पालिका ,नगर निगम चुनाव हों ,या फिर विधानसभा , लोकसभा के चुनाव हों ,हर जगह , हर चुनाव में परफेक्ट नेतृत्व ,परफेक्ट जानकारी के साथ ,कुशल नेतृत्व के रूप में एक जीत की कार्ययोजना के साथ , खानू खान की उपस्थित कांग्रेस में इनकी वफादारी का इतिहास है , खानू खान ,को राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग का प्रदेश कांग्रेस कमेटी में चेयरमेन बनाया गया ,, राजस्थान भर में खानू खान ने ज़िम्मेदारी से , अल्पसंख्यक समाज को छत्तीस क़ौमों से जोड़कर ,एक तरफ क़ौमी एकता की मिसाल क़ायम की , तो दूसरी तरफ ,अल्पसंख्यकों में शैक्षणिक माहौल बनाया ,, उन्हें संगठन और सत्ता में हिस्सेदारी के लिए संघर्ष किया , ,, मादरी ज़ुबान  उर्दू के फरोग और मदरसा शिक्षा के लिए बेहिसाब काम ,किये ,अल्पसंख्यकों के लिए ऋण योजनाओं का प्रचार प्रसार कर उन्हें स्वरोज़गार से जोड़ा ,जबकि ,अल्पसंख्यकों में हक़ संघर्ष के प्रति बेदारी पैदा की ,, खानू खान ने इसी दौरान राजनीती विज्ञानं की डिग्री के साथ साथ क़ानून की डिग्री भी हांसिल की और डॉक्टर खानू खान , क़ानून के ज्ञाता , एडवोकेट खानू खान भी हो गए ,,कांग्रेस के जिला स्तर से ,प्रदेश स्तर के महत्वपूर्ण  पदों पर  रहकर  , खानू खान बुद्धवाली ,सचिन पायलेट के नेतृत्व में प्रदेश उपाध्यक्ष बने ,भरतपुर सहित कई ज़िलों में प्रभारी के रूप में इन्होने कांग्रेस को कुशल नेतृत्व दिया ,, खानू खान अल्पसंख्यक विभाग में दो बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चेयरमेन रहे ,, खानू खान एक कुशल वक्ता ,कुशल नेतृत्व होने के नाते ,राष्ट्रिय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी ,,राहुल गाँधी ,अशोक गहलोत ,,सचिन पायलट ,अविनाश पांडेय ,सहित वरिष्ठ नेताओं के  निर्देशों पर ,गुजरात ,दिल्ली ,हरियाणा ,उत्तरप्रदेश ,,बिहार ,सहित कई  राज्यों में टीम लीडर के रूप में कामयाब व्यवस्थापक साबित हुए है ,,कांग्रेस हाईकमान ने इनके कुशल नेतृत्व प्रबंधन की सफलता पर कई बार इनकी पीठ भी थप थपाई है , , इस तरह से खानू खान राजस्थान के हर ज़िले ,हर कस्बे ,गाँव ,गाँव ,ढाणी ढाणी , तक अपने निजी वफादार कार्यकर्तों की एक टीम रखते है ,जो हर चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में  प्रचार ,प्रसार ,की ज़िम्मेदारी के साथ रीचार्ज मिलते है ,, हाल ही में राजस्थान में कोरोना संकट से हाहाकार था , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,उप मुख्यमंत्री सचिन पायलेट के निर्देश थे ,के कांग्रेस का हर कार्यकर्ता , कोरोना एडवाइज़री की पालना के साथ ,अलग अलग बस्तियों में पीड़ित लोगों की मदद करे ,बस ,खानू खान ने राजस्थान के हर ज़िले ,हर गांव में ,अपने कार्यकर्ताओं ,जिला कमेटियों को निर्देशित किया ,,राजस्थान के हर ज़िले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट  के निर्देशों पर खानू खान ने अपनी ज़िम्मेदारी दिखते दिखाते हुए ,, खाने के पैकेट ,सूखा राशन ,,सेनेटाइज़र्स ,मास्क वगेरा का बेहिसाब वितरण करवाया ,,कोटा कोचिंग सिटी होने से कई छात्र छात्राओं को उनके ज़िलों ,उनके राज्यों में पहुंचाने के सफलतम प्रयास किये ,, खानू खान के आह्वान पर ,राजस्थान के कई ज़िलों में मदद का सिलसिला अभी भी चल रहा है ,,, खानू खान का वक़्फ़ चेयरमेन के रूप में अल्पसमय का कार्यकाल ,जिसमे कोरोना संक्रमण के चार माह भी शामिल है ,,आम जनता की ,,राजस्थान सरकार की कसौटी पर खरा ,ईमानदाराना ,ज़िम्मेदाराना साबित हुआ है , वक़्फ़ सम्पत्तियों के राजस्थान के हर ज़िले में कई विवाद है ,, खानू खान के पास वक़्फ़ सम्पत्तियों के विवाद ,विकास ,सोंदर्यकरण की सम्भावनाये ,व्यवसायिक व्यवस्थाएं ,, अतिक्रमण ,कौड़ियों के दाम की किरायेदारी का पूरा चार्ट तय्यार है वोह शीघ्र ही राजस्थान की कमेटियों के पुनर्गठन उनकी ज़िम्मेदारियों के वितरण के बाद राजस्थान में जिलेवार ,अपनी राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड की टीम ,वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ ,वक़्फ़ सम्पत्ति के रख रखाव अतिक्रमण हटाने ,सोंदर्यकरण करने ,व्यवसायिक विकसित कर ,आमदनी बढ़ाने ,,सरकार के शिकंजे में उलझी सम्पत्तियों को ,वक़्फ़ में लेने , नया सर्वेक्षण करवाकर ,उसकी अधिसूचना पर हस्ताक्षर करवाने के ऐतिहासिक कामों की क्रियान्विति के प्रयासों में जुटेंगे ,,खानू खान कहते है ,में अकेला कुछ नहीं कर सकता , मुझे बिना किसी वाद विवाद ,बिना किसी आरोप प्रत्यारोप ,सियासत के ,सभी का साथ चाहिए ,,और इसकी कोशिशों में वोह जुटे है ,,,वक़्फ़ सम्पत्तियों के विकास , संरक्षण ,को लेकर ,वोह सम्भवत  वक़्फ़ कमेटी टोंक के पूर्व सदर मोहम्मद अहमद खान भय्यू ,,द्वारा किये गए ,टोंक वक़्फ़ प्रबंधन , विकास ,,अतिक्रमण मुक्ति ,,महिला बाज़ार ,सहित ,अन्य ज़िलों में किये गये कार्यों का भी अध्य्यन कर ,हर ज़िले में आदर्श वक़्फ़ प्रबंधन मॉडल , की व्यवस्थाओं में जुटे है ,, अल्लाह उन्हें कामयब करे ,,एक दूसरे के कपड़े फाड़ने ,आरोप प्रत्यारोप की फ़ज़ीहत बाज़ी की नकारात्मक सियासत से उन्हें महफूज़ रखे ,, आमीन ,,,अल्पसंख्यक समाज में ,,वक़्फ़ बोर्ड नेतृत्व के लिए एक कहावत ,यह कांटो का ताज है ,यहाँ आरोप प्रत्यारोप ,सरकार से ,स्थानीय जिलेवार लीडरशिप से वाद विवाद है , कमेटियों का गठन विवादित रहता है ,इसीलिए खानू खान इस मामले में कोई नया फार्मूला जो सभी को मंज़ूर भी हो ,,कामयाब भी हो ,ऐसा फार्मूला तलाश रहे है ,,इसीलिए जिला वक़्फ़ कमेटियों सहित छोटी बढ़ी कमेटियों के पुनर्गठन में थोड़ा वक़्त लगा है ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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