आपका-अख्तर खान

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15 जुलाई 2020

उड़ सकते हो तो उड़ो,* *दौड़ सकते हो तो दौड़ो,

आहों का पत्थर पिघलेगा इस धोखे में मत रहना।
तुम्हे कभी इंसाफ मिलेगा इस धोखे में मत रहना ।
भारत के जर्रे जर्रे में सबका अपना हिस्सा है।
बुला बुला कर कोई देगा इस धोखे में मत रहना।
कहा किसी ने तेरे भाग्य में धन दौलत की रेखा है।
छप्पर फाड कर धन बरसेगा इस धोखे में मत रहना।
अगर चाहते हो सुधार, तो खुलकर आगे आ जाओ।
भेदभाव का अमला सुधरेगा,इस धोखे में मत रहना।
भाग्य ओर भगवान ,अल्लाह, ईश्वर तो प्यारे , एक चमत्कारिक सहारा है
खुद सब मिल जाएगा यह
केवल एक छ्लावा हैं।
ईश्वर ही कल्याण करेगा ,इस धोखे में मत रहना।
*इस लिये...*
*उड़ सकते हो तो उड़ो,*
*दौड़ सकते हो तो दौड़ो,*
*चल सकते हो तो चलो,*
*रेंग सकते हो तो रेंगो ,*
*लेकिन निरंतर आगे बढ़ते रहो ,*
*कुछ भी नही कर सकते*
*तो उनका विरोध मत करो*
*जो आपके हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं।*

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