अनुभव पुलिस प्रबंधन को चाकचौबंद कर ,, कार्यशैली में चार चाँद लगा देता है
,वर्तमान में कोरोना संकट पुलिस प्रबंधन के चलते ,कोटा रेंज का कार्यभार
देख रहे ,, उप महानिरीक्षक पुलिस रविदत्त गौड़ के लिए सटीक साबित हुआ है ,,,
कोटा रेंज यूँ तो बढ़ी पुलिस रेंज ,चैलेंजिंग पुलिस रेंज कही जाती है ,
लेकिन इसके बावजूद ,राजस्थान सरकार इनके राजस्थान पुलिस सेवा कार्यकाल से
,भारतीय प्रशासनिक सेवाकाल का कच्चा चिटठा देखा और इनको कोटा के लिए
उपयुक्त अनुभवी अधिकारी मानकर कोटा रेंज में अधिकारी नियुक्त किया है
,,यक़ीनन सरकार का यह फेसला परफेक्ट रहा है ,सही रहा है , रविदत्त गौड़
वर्तमान कोरोना संकट की पुलिस प्रबंधकीय प्रणाली का मानवीय चेहरे के साथ
साथ क़ानून व्यवस्था लागू करने में कामयाब अधिकारी साबित हुए है , जबकि
पूर्व में कोटा सहित अलग अलग रेंज के ज़िलों में आपरधिक घटनाओं पर तुरतं
अंकुश ,, अपराधियों के साथ पुलिस सांठगांठ मामलों में इन्होने कई पुलिस
कर्मियों को निलंबित किया है ,जबकि कुछ पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर घर
का रास्ता भी दिखाया है ,यह सब रेंज के गड़बड़ घोटाले में लिप्त
पुलिसकर्मियों के लिए एक सबक़ भी रहा है ,जबकि इनका कुशल प्रबंधन ,,अच्छे
काम करने वाले पुलिसकर्मियों को शाबाशी , एवार्ड देने की कार्यशैली ने
ईमानदार , कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारीयों का उत्साहवर्धन भी किया है
,,,कोटा रेंज पुलिस मुख्यालय कोटा में कोरोना संक्रमण तेज़ हुआ तो ,किन
बस्तियों में कहाँ कहाँ ,कर्फ्यू लगाकर ,इस संक्रमण को रोकना है ,, कोटा
शहर सहित सभी ज़िलों में , लोकडाउन की शत प्रतिशत पालना समझाइश के साथ
सुनिश्चित करना ,, मज़दूरों ,छात्र छात्रों का आवागमन ,कोटा में एक
चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है ,,इस चुनौतीपूर्ण कार्य को ,रविदत्त गोड़ के
अनुभवी नेतृत्व के कारण ही ,,कोटा पुलिस को सफलता मिली है ,,कफ्र्यूग्रस्त
क्षेत्र ,लोकडाउन क्षेत्र में ,गरीब ,मज़दूरों ,ज़रूरतमन्दों की ज़रूरतें पूरी
करने के लिए भामाशाह ,समाजसेवकों का उत्साहवर्धन कर ,ज़रूरतें पूरी करवाना
,कर्फ्यू , लोकडाउन की पालना के साथ साथ ,हर जगह ज़रूरतमन्द बस्तियों में
खाने के पैकेटों का वितरण करवाना ,सब्ज़ियों के पैकेट बटवाना ,,सूखा राशन
वितरण सहित ,,मरीज़ों की शिकायत पर उन्हें तुरन्त इलाज की व्यवस्था के लिए
अस्पताल पहुंचाना ,, यह संग दिल कही जाने वाली पुलिस का एक रहम दिल ,उदार
चेहरा था ,यह सब डी आई जी रविदत्त गोड़ के निर्देशन की पुलिस ही थी
,,संक्रमित मरीज़ की तुरंत पूंछतांछ रिपोर्ट तैयार करवाना ,उसके आसपास के
संक्रमित लोगों की जांचों की व्यवस्था करवाना , एक कामयाब क़दम रहा है ,,,
कोटा विज्ञाननगर थाने के ,थानाधिकारी अमर सिंह ने तो इनके नेतृत्व में
,कमाल ही कर ,दिखाया ,, उन्होंने रोज़ मर्रा दो हज़ार से भी ज़्यादा निराश्रित
अति गंभीर ज़रूरतमन्दों को लगातार खाने के पैकेट पहुंचाकर पुलिस का मानवीय
चेहरा उजागर किया है ,जबकि लोकडाउन की पालना में लगातार गश्त , जागृति
व्यवस्थाएं लागू की है ,, हाल ही में कुछ कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में
,,सभी ,यवस्थाओं, दानदाताओं ,,भामाशाहों ,समाजसेवी संस्थाओं ,, सियासी
पार्टियों के खाने के पैकेट वितरण ,राहत सामग्री वितरण ,सब्ज़ी के पैकेट
वितरण व्यवस्था के बाद भी जब बगावत ,हुई कई जगह पर राहत सामग्री नहीं
पहुंचने की पुख्ता शिकायतें मिली , तो रविदत्त गौड़ ने ,, कर्फ्यूग्रस्त
क्षेत्र थानाधिकारियों को उनकी पुलिस बीट में खाने के पैकेट और राहत
सामग्री वितरण में उपेक्षित लोगों की सूचि बनाने के निर्देश दिए और , सभी
समाजसेवी संस्थाओं की मदद के बाद भी इन परिवारों को ,राशन ,ज़रूरी सामान ,
खाने के पैकेट पहुंचाने की पहल ,रविदत्त गोड़ स्वम शुरू की जो काफी कारगर भी
साबित हुई है ,,,, रविदत्त गोड क़ानून व्यवस्था तोड़ने वालों के खिलाफ
,,सख्त भी है ,, सजग सतर्क भी है ,जबकि अधीनस्थ पुलिस अधिकारी कहीं कोई
भ्रष्टाचार , कहीं कोई ज़्यादती तो नहीं कर रहे ,कहीं को इन पुलिस कर्मियों
की आपराधिक तत्वों से साठगांठ तो नहीं इसे वोह तुरतं भांप लेते है ,फिर ऐसे
लोगों को वोह बख्शते भी नहीं है ,उन्हें सज़ा मिलती ही है ,, जबकि थानों
में शिकायतें दर्ज हो , पुलिस परिवादी के प्रति संवेदनशील रहे ,इसके वोह
सख्त निर्देश जारी कर ,, मॉनिटरिंग भी करते रहे है ,, कोटा ,शहर ,,कोटा
देहात ,,बूंदी ,बारां ,,झालावाड़ के पुलिस अधिकारियों से लगातार सम्पर्क
,इन्फ्रोमेशन डवलपेंट सिस्टम ,तुरतं कार्यवाही ,रवि दत्त गोड को दूसरे
पुलिस अधिकारियों से अलग बनाता है ,,, एक जनवरी उन्नीस सो छियासठ को जन्मे
रवि दत्त गौड़ राजस्थान पुलिस सेवा में चयन होने के बाद कई महत्त्वपूर्ण
पदों पर कामयाब अधिकारी रहे ,इन्हे लगातार कई सफलताएं मिली ,एवार्ड मिले
,,इनका चयन राजस्थान पुलिस सेवा से भारतीय पुलिस सेवा में हुआ और अब यह
जयपुर , अजमेर सहित कई ज़िलों के प्रशासनिक पुलिस अनुभव के साथ कोटा रेंज
के सफल कोरोना प्रबंधन योद्धा साबित हुए है ,इसके पूर्व इनकी पुलिसिंग
अपराध नियंत्रण मामले में सभी ने देखी है ,,अपराधियों से पुलिस की सांठगांठ
रखने वाले पुलिसकर्मियो के खिलाफ जांच साबित होने पर इन्होने ऐसे पुलिस
कर्मियों की बर्खास्तगी ,निलंबन मामले सख्ती दिखाई है ,जबकि पुलिस के खिलाफ
आमजन की शिकायतों को भी रविदत्त गोड गंभीरता से लेते है ,,उन पर चिंतन
करते है ,सत्यता की तहत तक पहुंचते है , पुलिसकर्मी के खिलाफ अगर शिकायत सच
होती है तो कार्यवाही होती ही है और झूंठी गलत शिकायतों पर ऐसे
शिकायतकर्ताओं को हतोत्साहित भी किया जाता है ,,,,,, कोटा कोरोना संक्रमण
,व्यस्था में ,,उप महानिरीक्षक पुलिस रवि दत्त गोड का पुलिस अनुभव ,हर ज़िले
की ग्रासरूप पुलिसिंग का अनुभव , निश्चित तोर पर ,कोटा कोरोना नियंत्रण
प्रंबधन के लिए कारगर साबित हुआ है ,,जबकि कोटा देहात ,बारां ,झालावाड़
,बूंदी की पुलिसिंग पर भी इनकी लगातार नज़र बनी रही है ,लगातार निर्देश
जारी है ,आवागमन प्रबंधन से यह एक ज़िले से दूसरे ज़िले में ,,कोरोना वाइरस
के संक्रमण को रोक पाने में सफल रहे है ,,,रवि दत्त गोड को उनकी इस कामयाब
रेंज पुलिसिंग , खासकर कोटा में कोरोना संक्रमण पुलिसंग के लिए उन्हें बधाई ,,, एडवोकेट अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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