दिल्ली जामिया में ,देश का एक नौनिहाल ,जो देश की उम्मीद है ,,एक कटटरपंथी
बनता है ,,अवैध रूप से बंदूक उठाता है ,,और पुलिस जवानों की भीड़ को चीर कर
,बिंदास होकर ,एक नौजवान पर हत्या करने के उद्देश्य से गोली चलाता है ,उसे
घायल करता है ,,यह कोई आम घटना नहीं ,तुम्हारी परवरिश है ,जो तुम नफरत
बनाकर ,गुस्सा बनाकर , उकसावा बनाकर ,नौजवानों में पाल रहे हो ,नौजवान पढ़ाई
की डिग्रियाँ लेकर रोज़गार मांगे ,तो तुम उससे पकोड़े बिकवाते हो ,,नौजवान
व्यापार मांगे ,तो नोटबंदी के नाम पर तुम उसे तबाह कर देते
हो ,नौजवान बैंक से ऋण मांगे तो तुम उसे ,,उद्योगपतियों के ब्याज ,ऋण माफ़
कर ,बैंक खाली होना कहकर ऋण सुविधा नहीं देते हो ,चिकित्सा तुमने महंगी कर
दी ,शिक्षा का व्यापारीकरण चरम सीमा पर है ,,टी वी पर ,अख़बारों में
,तुम्हारे अपने बयानों में ,,प्रचारों में सिर्फ हिन्दू ,मुस्लिम
,यूनिफॉर्म कोड के प्रति टारगेट ,नफरत ,विभाजन , भडकाऊपन ,उसकाउपन ,,मरने
,मारने की बात करने की शरारत ,के सिवा कुछ नहीं है ,,देश में तुम नौजवानों
को इस दिशा में ले जाना चाहते हो ,,तुम्हारे बयानात ,,तुम्हारी कुर्सी पर
बने रहने की शरारती कोशिशें ,देश की इस युवा पीढ़ी को कहाँ ले जा रही है
,खुद देख लो ,देश के सम्भ्रान्ता लोग , देश की बढ़ी यूनिवर्सिटियां ,सब
आंदोलन की तरफ है ,,, कोई दिशा नहीं ,कोई भविष्यगामै योजनाए नहीं ,,,बस खुद
का ड्रेस कोड ,महंगी ड्रेसे ,और दूसरों के पहनावे की झलक के आधार पर
,,लोगों को उकसाने की बातें ,,,खेर ,,दिल्ली में इसके पहले जामिया में
,प्राणघातक हमलों की तस्वीरें अपने देखी ,,अब एक नाबालिग लड़का ,जिसके खेलने
,कूदने ,,भविष्य की योजनाए बनाने के दिन है ,जो तुम्हारे अपने कथित
राष्ट्रभक्त संगठनों से जुड़ा होना स्वीकृत है ,,वोह शख्स ,अपनी पढ़ाई ,,
अपना भविष्य चौपट कर ,,अवैध हथियार कहाँ से लाता है ,,क्यों लाता है ,किसके
कहने से लाता है ,बाक़ायदा ,फेसबुक पर लाइव करता है ,रिहरस्ल करता है
,,ललकारता है ,,और आपकी अपनी पुलिस की कढ़ी सुरक्षा के बीच ,पिस्तौल लेकर
,,धमाके करता है ,, नौजवानों का ऐसा भविष्य तैयार क्यों कर रहे हो ,तुम
,,अभी भी बदल ,जाओ अभी भी सुधर जाओ ,,,यह गुमराह ,,नौजवान ,तुम्हारे बहकावे
में उकसावे में ज़्यादा दिन नहीं रहेंगे ,वोह फिर से राष्ट्रभक्ति की तरफ
लौटेंगे ,यह नौजवान फिर से देश के संविधान ,देश की मान मर्यादा की तरफ
पलटेंगे ,यह नोजवान फिर से शिक्षा का अधिकार ,रोज़गार के अधिकार ,देश की
तरक़्क़ी के जूनून की तरफ लौटेंगे ,अपनी कुर्सी बनाये रखें के लिए इन
नौजवानों को कमसे कम प्लीज़ दांव पर मत लगाओ यारों ,,, ,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)