ऐ शहर ऐ कोटा
बढे लोगों के मेज़बान तो ,
तेरे शहर में ,
यहां बहुत मिल जाएंगे ,
किसी बेबस ,किसी गरीब की
तेरे इस शहर में ,,किसी अमीर ने
मेज़बानी की हो तो बताना ज़रूर ,,,अख्तर
बढे लोगों के मेज़बान तो ,
तेरे शहर में ,
यहां बहुत मिल जाएंगे ,
किसी बेबस ,किसी गरीब की
तेरे इस शहर में ,,किसी अमीर ने
मेज़बानी की हो तो बताना ज़रूर ,,,अख्तर

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