यह मेरा लावारिस कोटा शहर ,,यहां करोडो करोड़ की सड़क बनाओ ,,दूसरे दिन सड़क
खोदने वाले तैयार मिलते है ,,करोडो करोड़ की सड़क को कभी सी सी टी वी कैमरे
के नाम पर ,,कभी नाला सफाई के नाम पर ,,कभी नाला निर्माण के नाम पर तो कभी
बिजली टेलीफोन लाइन बिछाने के नाम पर तो कभी ,,,पानी की पाइप लाइन बिछाने
के नाम पर सड़को की खुदाई आम बात हो गयी है ,,कलेक्ट्रेट से लेकर
,,,गुमानपुरा ,घोड़ेवाला चौराहा ,,एरोड्रम ,,शॉपिंग सेंटर सहित हर जगह सी सी
टी वी कैमरे के नाम पर सड़को पर खुदाई होने से ,दुपहियां वाहन
चालकों की रोज़ शामत बन जाती है ,, हम बात करते है नगर विकास न्यास द्वारा
करोडो करोड़ के बजट से विज्ञानं नगर में बनवाई गई ,सीमेंटेड सड़क की ,,यहां
पानी की निकासी के नाम पर नाला भी बनाया गया ,,क़रीब एक साल तक आम लोग
परेशांन रहे ,,बरसात आयी तो पता चला सड़क आज भी समुन्द्र बन रही है ,,पानी
यहां आज भी जमा है ,,नाले तक पानी का बहाव नहीं है ,सड़के ऊँची नीची होने से
पानी का बहाव मुख्य सड़क विज्ञाननगर की तरफ है ,,जिसकी निकासी की व्यवस्था
नहीं की गयी ,सड़क के बीचो बीच पानी जज़्ब करने के लिए बनाये गए डिवाइडर
इंटरलॉकिंग बनाया जो उबड़ खाबड़ होने से सड़क के बीच बदनुमा दाग लग रहा है
,,कई इंटरलॉकिंग ईंटे टूट कर बिखर गयी है ,,फिर से तोड़ कर नया इंटरलॉकिंग
सिस्टम बनाया जा रहा है ,इसी बीच सार्वजनिक प्रकाश के नाम पर खम्बे लगाने
वाले इंटर लॉकिंग की खुदाई दे दनादन कर रहे है ,,सरकार को क्या परवाह जो
रुपया है वोह तो जनता का है ,,जो परेशानी होती है वोह जनता को होती है
,,कोई भी सड़क बनाने के पहले उस क्षेत्र के भविष्य की कार्ययोजना के साथ
प्लान बनाया जाए तो ऐसी फ़िज़ूल खर्ची ,परेशानियों से सरकार और आम जनता को
बचाया जा सकता है ,अब तो सरकार को ऐसी तोड़फोड़ की खुली छूट मिल गयी है
,,क्योंकि ,,राजस्थान सरकार ने शहरी और ग्रामीण विकास पर स्टाम्प ड्यूटी पर
दस प्रतिशत सरचार्ज लगाकर अरबों रूपये की कमाई शुरू कर दी है ,,इस जनता के
पैसे को सरकार माल ऐ मुफ्त दिल ऐ बेरहम की कहावत की तरह उड़ा रही है
,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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