काश तुमने
जलवा
दिखा दिया होता ,,
हम बिन डोर
सब कुछ छोड़
खींचे चले आते ,,
तुमने दिल से
बुलाना चाहा ही नहीं
इसलिए हम भी
आये ही नहीं ,,अख्तर
जलवा
दिखा दिया होता ,,
हम बिन डोर
सब कुछ छोड़
खींचे चले आते ,,
तुमने दिल से
बुलाना चाहा ही नहीं
इसलिए हम भी
आये ही नहीं ,,अख्तर
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