यह आस्तीन है
इसमें छुपे है सांप
तो छुपे रहने दो ,,
ज़हरीले होंगे यह सांप
तो होने दो ,,
एक पुंगी बजेगी न
तो आस्तीन में
छुपे यह सांप
कत्थक करते नज़र आएंगे ,,
आस्तीन में छुपे है सांप
तो छुपे रहने दो ,,अख्तर
इसमें छुपे है सांप
तो छुपे रहने दो ,,
ज़हरीले होंगे यह सांप
तो होने दो ,,
एक पुंगी बजेगी न
तो आस्तीन में
छुपे यह सांप
कत्थक करते नज़र आएंगे ,,
आस्तीन में छुपे है सांप
तो छुपे रहने दो ,,अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)