शाबाश ,, राजस्थान के शूरवीर ऐ डी जी इंदुभूषण साहिब ,,हमे आप पर गर्व है
,,आप लोकतंत्र के लिए लड़े ,आप सच के लिए लड़े ,,आप मूकदर्शक बनकर झूँठ के
हिस्सेदार नहीं बने ,,आप बहादुर है आपने तेलगाना आंध्रा की हैदराबाद स्थित
प्रशिक्षण कार्यक्रम में ,,सवाल जवाब के लिए दिए गए आपके हक़ का सही
लोकतांत्रिक तरीक़ा इस्तेमाल करने की कोशिश की ,,,सुचना के अधिकार अधिनियम
के दुरूपयोग पर ऊँगली उठाकर अपनी ,,बालाजी दर्शन यात्रा ,,जो राजकीय हो गयी
थी उसकी सुचना मांगने भर से ,,वहां के राज्यपाल ने ,,आर टी
आई एक्टिविस्ट को बुरा भला कहा ,,कोई तर्क नहीं था ,, शाबाश इंदुभूषण
साहिब ,,आपने सही कहा ,,जानकारी देने ,,यात्राओ पर आमजनता का कितना रुपया
,,कितने सुरक्षाकर्मी का खर्च हो रहा है ,,बताने में गुरेज़ केसा ,,क्या
जनता को यह जानने का हक़ भी नहीं ,,के राज्यपाल महोदय पर हमारी टेक्स की
कमाई का कितना रुपया किस किस मामले पर खर्च होता है ,,और बदले में उन्हें
क्या कुछ मिलता है ,,इंदुभूषण साहिब आप सही थे ,,सही है ,,लेकिन इससे भी
गौरव की बात यह है ,,के अपने लोकतंत्र की हत्या कर आवाज़ दबाने की कोशिश
करने वालो से ,,मुक़ाबला किया ,,हिम्मत दिखाई ,,राजस्थान और राजस्थान के
अधिकारी ,,राजस्थान के लोग लोकतंत्र के मूल्यों के रक्षक है ,,सुचना के
अधिकार अधिनियम में दिए गये अधिकारों के समर्थक है ,,यह आपने ,,इन सुचना के
अधिकार अधिनियम की सूचनाएं छुपाने वालो के धक्के खाकर भी साबित कर दिया
,,,मुझ सहित मेरे जैसे स्वाभिमानी ,,राजस्थान के निवासियों को आप पर गर्व
है ,,इंदुभूषण साहिब आपको इस बहादुरी के लिए बधाई ,,मुबारकबाद ,,,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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