31 जुलाई शहीद ' उधम सिंह ' जलियांबाग केहत्यारे ' माइकल ओ डायर ' को
जन्नुम पहुंचाकर ..अपने वतन का पूरा बदला लिया था.और फांसी के फंदे को
चूमते हुवे ..झूल गए थे...यह तब और भी याद रखने की जरुरत है ..जब1940 ..में
हिंदुस्तान के तथा कथित नेता...अंग्रेजों केतलवे चाट रहे थे ..और धार्मिक
उन्माद की घृणितलाम बंदी कर रहे थे ..अंग्रेजों के विश्व युद्ध के
प्रमुखसहायक भी बन रहे थे ..तभी भारत माँ के इस सच्चेसपूत ने हजारों मील
दूर सात समंदर पार कर..ब्रिटिश पागल कुत्ते को उसकी गढ़ में घुस कर मारा..अंग्रेजों
के जाने के बाद ..उनके दोगले मानस -पुत्र..आजादी को खिलवाड़ बना ..भूख और
गरीबी सेतड़पते भारत ..के महा महिम बने हैं ..और जो नहीं..वो भी लालकिले पर
झंडा फहराने के लिए व्याकुल हैं.. ये सिर्फ ' उन देशभक्त युवाओं ' के लिए
है ..जोउधम सिंह की सोच जब उन्होंने अपना नाम बतायाथा .." राम -मुहम्मद
-सिंह आजाद ..जज के पूंछने परइसे विस्तृत उत्तर देते हुवे कहा .'.राम '
मतलब हिन्दू..मुहम्मद मतलब ' मुसलमान ' सिंह मतलब ' सिख ' ..और आजाद मतलब
..' हिन्दुस्तान ' ..आज जरूरी है..कौन हिन्दू .? कैसा मुसलमान .?? ..हम
जाने बस" हिंदुस्तान " ..उधम सिंह ज़िन्दाबाद ...हिन्दुस्तान जिंदाबाद
..जयहिंद ,,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)