आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

18 जुलाई 2016

राजस्थान सरकार ने 60 हजार से ज्यादा महिलाओं को मान लिया मरा, बंद की पेंशन



राजस्थान के भीलवाड़ा के मंडपिया गांव की महिलाएं, जिन्हे पेंशन का इंतजार है।
जयपुर.राजस्थान सरकार ने तीन लाख लोगों को मरा मानकर उनकी पेंशन बंद कर दी। इनमें एक लाख लोग जिंदा हैं और कागजों में मरे लोगों की लिस्ट में शामिल हैं। इन्हें दस महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है। सोशल जस्टिस और एम्पावर डिपार्टमेंट की इस लिस्ट को लेकर भास्कर ने गांव-गांव जाकर जांच की तो 60 हजार से ज्यादा महिलाएं और 40 हजार से ज्यादा पुरुष जिंदा मिले। अब ये लोग खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। राजस्थान के कई जिलों में है ऐसी कहानी, डिपार्टमेंट केडायरेक्टर ने माना गलती हुई...

-राजस्थान में विधवा, बुजुर्ग और दिव्यांग पेंशन पाने वाले 68 लाख लोग थे, जिनमें से दस लाख लोगों की पेंशन रुकी हुई है।
- जब पंचायत व तहसील मुख्यालय पर कारण पूछा गया तो जवाब मिला कि - आपको मरे लोगों की लिस्ट में डाल दिया गया है, अब कैसे पेंशन दें?
- अफसरों के सामने इन लोगों ने खुद मौजूद होकर कहा - मैं जिंदा हूं, पेंशन दो। जवाब मिला- तो क्या करूं कागजों में तो तुम मरे हुए हो।
- भास्कर ने पांच जिलों के 50 से ज्यादा गांवों में जाकर जांच की तो चौंकाने और बेचैन करने वाले फैक्ट सामने आए।
- कुछ चुनिंदा कहानियां इन तीन लाख लोगों की मजबूरी और सरकारी तंत्र की असलियत बयां करती हैं। 
दिलचस्प फैक्ट
- 2.95 लाख लोगाें को मृत सूची में डालकर पेंशन बंद कर दी सोशल जस्टिस और एम्पावर डिपार्टमेंट में।
- जबकि 2.90 लाख कुल लोगाें की मौत होती है राजस्थान में बीमारियों, दुर्घटनाओं व अन्य कारणों से।
85 साल की महिला से अफसरों ने कहा- 'तुम कागजों में मर चुकी हो, पेंशन नहीं मिलेगी'
- भीलवाड़ा जिले में मंडपिया गांव की 85 साल की मांगी जाट की पेंशन 9 माह पहले रोक दी गई।
- अफसरो से मिली तो कहा - तुम्हारी तो मौत हो चुकी, अब पेंशन नहीं मिलेगी।
- मांगी ने कहा-मैं तो जिंदा हूं तो जवाब मिला-लेकिन कागजों में तो मर चुकी हो।
- वो खुद को जिंदा साबित करने के लिए विभाग के चक्कर लगा रही हे।
यह छोटी गलती नहीं, कार्रवाई हो
- इस मामले पर राजसमंद के सोशल एक्टिविस्ट शंकर सिंह ने कहा, सरकार ने पेंशन का पैसा बचाने के लिए एक लाख से ज्यादा जिंदा लोगों को कागजों में मार दिया।
- यह कोई छोटी गलती नहीं है। जिन लोगों की पेंशन बंद हुई है वो बहुत ही गरीब हैं।
- शंकर सिंह ने कहा, सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए एरियर के साथ उनकी रुकी हुई पेंशन पेमेंट करना चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
Q&A : गलती मानते हैं सोशल जस्टिस और एम्पावर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर रवि जैन

Q. कितने लोगों की पेंशन बंद हुई है?
A. दस लाख पेंशन स्टॉप हुई हैं। उनमें दो लाख 94 हजार मृत केस हैं।
Q. क्या कागजों में मरा मानकर जिंदा लोगों की पेंशन बंद की गई है?
A.हां, ऐसी शिकायत मिली है, हमने आठ लोगों की पेंशन फिर से शुरू की है।
Q. आखिर इतनी बड़ी गलती हुई कैसे?
A.ऑपरेटर की गलती से...
Q. केवल ऑपरेटर की गलती है?
A.जिस भी स्तर पर गलती हुई होगी, उसे सजा मिलेगी। यह गंभीर मामला है।
Q. कई जिलों से यही शिकायतें हैं?
A.जहां भी मामला सामने आएगा, उसकी जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...