सुन लो
यूँ बात बात पर
ज़िद करने वालों
एक दिन आँखों में
आंसू लेकर
तुम्ही कहोगे
चला गया वह
जो मुझ से
बेपनाह मोहब्बत
किया करता था ,,
कभी ज़िद करता था
कभी रूठ जाता था
कभी मना लेता था
कभी मान जाता था
सुन लो
यूँ बात बात पर
ज़िद करने वालों
तुम एक दिन
इस दीवाने को
याद करोगे
बहुत रोओगे
बहुत पछताओगे
फिर न कहना
यह दीवाना रुला गया ,,अख्तर
यूँ बात बात पर
ज़िद करने वालों
एक दिन आँखों में
आंसू लेकर
तुम्ही कहोगे
चला गया वह
जो मुझ से
बेपनाह मोहब्बत
किया करता था ,,
कभी ज़िद करता था
कभी रूठ जाता था
कभी मना लेता था
कभी मान जाता था
सुन लो
यूँ बात बात पर
ज़िद करने वालों
तुम एक दिन
इस दीवाने को
याद करोगे
बहुत रोओगे
बहुत पछताओगे
फिर न कहना
यह दीवाना रुला गया ,,अख्तर
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