दोस्तों बुजुर्गो ,,ज़रा ध्यान से सुन लो ,,फलेश बेक में जाकर इतिहास देख लो
,,,,जिस ने भी देश में रहकर ,,देश और देश के लोगों के साथ ,,ठगी की है
,,बेवफाई की है ,, विदेशियों के समक्ष देश को गिरवी रखा है ,,या फिर देश
में ताक़त बनने के बाद भी ,,देश के लोगों के साथ नाइंसाफी की है ,,ऐसे लोगों
का अंत ,,और अंतिमसंस्कार की छीछालेदारी हमने और आपने देखी है ,,हमे और
हमारे बढ़ो को ,,जो कुर्सियों पर बैठ गए है ,,या फिर ताक़तवर हो गए है ,या
फिर सरकारी मज़े लेकर मुफ्तखोरी के नशे में चकनाचूर हो गए है ,,प्लीज़ तोबा
कर ले ,,देश और देश के लोगों के बारे में सोचे ,,अराजकता का माहौल न बनाए
,वर्ना हमारे ,,तुम्हारे पहले कई आये ,,कई चले गए ,,उन्हें कोई याद करने
वाला भी नहीं है ,,उनकी क़ब्रो पर ,,उनके समाधि स्थलों पर जाकर कोई फातिहा
और दो मिनट का मोन रखकर श्रद्धांजलि देने वाला भी नहीं है ,,,, अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
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