कितने खुश थे
कल तुम मुझ से ,,
अलविदा कहकर
सच मुझे पता होता
तो यूँ ही बेसबब
तुम्हे अपना बताकर
तुम्हे मेने
यूँ तड़पाया न होता
तुम्हारी यह जो ख़ुशी है
कभी का अलविदा कहकर
तुम्हे तोहफे में
तुम्हारी यह ख़ुशी दे दी होती ,,अख्तर
कल तुम मुझ से ,,
अलविदा कहकर
सच मुझे पता होता
तो यूँ ही बेसबब
तुम्हे अपना बताकर
तुम्हे मेने
यूँ तड़पाया न होता
तुम्हारी यह जो ख़ुशी है
कभी का अलविदा कहकर
तुम्हे तोहफे में
तुम्हारी यह ख़ुशी दे दी होती ,,अख्तर
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