बुरा मानने की बात नहीं है ,,जनाब को जब सेवादल कांग्रेस से गलत हरकतों के
कारण निकाला तो इन जनाब ने ,,एक नया संगठन सेवादल की तर्ज़ पर बनाया फ़र्क़
इतना रहा सेवादल अंग्रेज़ो से लड़ रहा था और यह दल अंग्रेज़ो के साथ था
,,सेवादल की नीली नेकर थी ,,,इन्होने अपनी अंग्रेज़ो की गुलाम पुलिस जो
देश के राष्ट्रभक्तो और आज़ादी के दीवानों पर ज़ुल्म ढहा रही थी उस
यूनिफॉर्म के रंग की नेकर को अपना लिया ,,सेवादल ने कई साल पहले ,,नीली
नेकर छोड़कर ,,सफेद पायजामा ,,पेंट को अपना लिया ,,लेकिन इन लोगों के अब समझ
में आई ,,इसलिए इतने सालों बाद यह लोग भी पेंट में आ गए है ,,लेकिन रंग
इनका वही रहा ,,खेर सेवादल से निकल कर अस्तित्व में आये तो सेवादल की तर्ज़
पर हाफ से फूल पर तो आये ,,अब विचारधारा में भी बदलाव आजाये तो बात बन जाए
,,अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)