यह मूंग और मसूर की दाल ,,,,,,,,, भक्त जनो नाराज़ मत होना प्लीज़ महंगाई के
इस दौर में ,,,में आपकी सरकार पर ताना नहीं मार रहा हूँ ,,,यह हमारा
आंतरिक मामला है ,,लेकिन भक्तजनो ,,,यह मूंग और मसूर की दाल ,,एक कहावत के
एक मच्छर सर उठाने लगा है मुझे छप्पन इंच के सीने वाले के भक्तो से कहना पढ़
रही है ,,हम छप्पन इंच के सीने वाले के भक्त ,,अंध भक्त बन कर रह गए है तो
कुछ मुखालिफ लोग छप्पन इंच सीने वाले के खिलाफ बोलकर लिखकर खुश होते रहे
है ,,क्या यही हमारी ज़िम्मेदारी है ,,एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप ,,,एक
दुसरे से नफरत ,,एक दूसरे से दुश्मनी ,,,एक दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन ,,,यह
सब क्या है ,,कोनसा तमाशा है ,,,अरे न समझोगे तो मिट जाओगे ,,,ऐ हिंदुस्तान
वालो ,,तुम्हारा निशाँ भी ना होगा दास्तानों में ,,,खुदा का शुक्र है यह
शेर ,,हमारे देशवासियो की क़ुरबानी के कारण झूंठा साबित हो रहा है ,,लेकिन
एक तरफ वोह ना समझो की भीड़ है जो जाति ,,समाज ,,आरक्षण ,,गांय ,,सूअर ,,भेड़
,,बकरी ,,बकरा ,,, लव जेहाद ,,घरवापसी ,,जैसे मुद्दो पर शायर के इस शेर
को सही साबित करवाने की कोशिशो में जुटे है और दूसरी तरफ मेरे और आपकी तरह
लोग भी है ,,जो हर हाल में इस शेर के बोल को झुठला कर मेरे देश को अखडं ,,
मेरे देश को महान बना रहे है ,,,दोस्तों समझ जाओ ,,,यह मूंग और मसूर की दाल
,,पाकिस्तान की आवाज़ सुनी ,,पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ,,नापाक
देश के बदमाश प्रधानमंत्री के सचिव एजाज़ चौधरी वाशिंगटन में जाकर भारत को
धमकाते है ,,हमने भारत से निपटने के लिए छोटे एटमी हथियार बना लिए है
,,,इनकी हिम्मत हो सकती है ,,यह मूंग और मसूर की दाल ,,सर उठा सकती है
,,क्योंकि आज हमारी नफरत एक दूसरे के खिलाफ हमारी कमज़ोरी बन चुकी है और
दुश्मन देश यही तो चाहता है ,,यह नफरत फैलाने वाले लोग इस देश से रुपया
लेते है ,,मदद लेते है ,,अमीर बनते है ,,सुविधाये लेते है ,,और देश में
राष्ट्रनिर्माण रुकवाकर ,,राष्ट्रिय सुरक्षा के खिलाफ गृह युद्ध के हालात
बनाकर देश के लोगों को उलझाते है ,,,यह मुट्ठी भर विदेशी दलाल जो जानवरो के
नाम पर तो कभी इंसानो के नाम पर तो कभी भाषा के नाम पर तो कभी आदमी औरत
लड़की लड़के के नाम पर प्यार मोहब्बत के नाम पर नफरत का माहोल बनाते है यह
लोग नहीं जानते पाकिस्तान के एजेंट बनकर इनकी नापाक हरकते ,,पाकिस्तान के
प्रधानमंत्री शरीफ के साथ इनकी बदमाशी हरकते ,,भारत का बाल भी बांका नहीं
कर सकते ,,हमारा देश एक है , ,मज़बुत है ,,हम हिन्दू मुस्लिम है लेकिन अपने
अपने धर्म के लिए हमारे देश भारत की रक्षा के लिए हम जांबाज़ सिपाही है
,,,,मर्दे मुजाहिद है ,,सभी लोग छप्पन इंच के सीने वाले है ,,इसलिए अंध
भक्त जनो तुम्हारी हरकतों से आज भारत में विभाजन ,,गृहयुद्ध के नाम पर
बदनामी हो रही है और हालत देख लोग एक गंदी सोच वाला मुठी जैसा मुल्क हमारे
खिलाफ धमकिया दे रहा है ,,,,वोह ऐसा कर सकता है क्योंकि हम उसे ऐसा करने
के लिए मौक़ा दे रहे है ,,हमारा चौकीदार जिसके हाथ में परमाणु बम का रिमोट
है वोह इस मुल्क को अभी भी विश्व के नक़्शे से नहीं हठा पा रहा है ,,,कोई
बात नहीं हमारे चौकीदार की तो अंतर्राष्ट्रीय गुलामी की मजबूरी हो सकती है
लेकिन दोस्तों हम तो आज़ाद है ,,हम आपस में की उन लड़े ,,क्यों झगड़े ,,क्यों
इस नापाक देश को हमारे ऊपर हावी होने दे ,,क्यों नहीं हम मिलकर आपस में
लड़ने में जो ताक़त खत्म करते है उस ताक़त को हमारे चौकीदार को यह समझाने
में लगाये के ,,,परमाणु बम का जो रिमोट तुम्हारे पास है ,,हमारे देश के
गरीबों का गला काट कर जो महंगे हेलीकॉप्टर ,,महंगे हथियार तुमने खरीदे है
,,फौज है सब कुछ है उसका इस्तेमाल करे ,,एक बार आरपार हो जाए इस मूंग और
मसूर की दाल को पता लग जाए ,,इसका नामो निशाँ भारत के नक़्शे से मिट जाए
,,क्या हम ऐसा कर सकेंगे ,,या फिर यूँ ही अपनों को धमका कर ,,अपनों को
मारकर महान बनने की कवायद में लगकर इस देश की जड़ों को खोखला करते रहेंगे
,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)