लोगों को ज़िंदा जलाने वालो के खिलाफ सभी लोग ,,सियासत में घड़ियाली आंसू
बहाने वाले लोग अगर एक जुट होकर गोधरा की ट्रेन जलाने और फिर गुजरात की
बस्तियां की बस्तियां उनमे रहवासियो के साथ ज़िंदा जलाने के मामले में एक
साथ उठ खड़े हुए होते तो आज देश की तस्वीर अलग होती ,,देश की हुकूमत दागदार
नहीं होकर निष्पक्ष होती और फिर किसी की किसी को ज़िंदा जलाने की हिम्मत तो
क्या एक थप्पड़ मारने की भी हिम्मत नहीं होती ,,दोषी कौन ,,में ,,आप ,,हम
,,सियासत ,,कुर्सी की दौड़ ,,मोत पर सियासत करने वाले लोग
सिर्फ ,,, आखिर कब तक ,,आई एस आई ,,,और आतंकवादी संगठनो की हम आलोचना करते
है ,,लेकिन हम किन आतंकवादियों को पाल रहे है ,,,पनाह दे रहे है यह हम
राष्ट्रीय सोच से अगर समझेंगे तो हमे खुद पर शर्म आने लगेगी
,,,,,,,,,,,,,,,,दोस्तों उठो कुछ ऐसा करो के अब हिन्दुस्तान की किसी गली
,,किसी गाँव में कोई नंगा ना क्या जाए ,,कोई ज़िंदा न जलाया जाए ,,किस
निहत्थे को घेर कर ना मारा जाये ,,हमारे देश में क़ानून है ,,यहां राक्षसों
को मृत्यु दंड भी मिलता है हमने देख लिया समझ लिया ,,फिर हम एक अभियान
चलाये नयी सोच ,,नयी पहल का ,,,अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)