कोटा की सर ज़मी पर बेरोज़गारों और युवाओ के हमदर्द ह्रदयसम्राट रहे मेरे
अनुज भाई प्रमोद मिश्रा पिछले दिनों अपने पुराने आंदोलनकार्यवाही के तहत
मुकदमो में कोटा थे ,,,,कई बरसो बाद इस जुझारू संघर्ष शील नौजवान से मिलकर
ऐसा लगा के वक़्त और दोस्तों की बेवफाई के साथ साथ जिनके लिए लोग लड़ते है
,,झगड़ते है दर्जनो मुक़दमे लगवाते है उनकी उपेक्षा के चलते हर शख्स अपना
रास्ता बदल लेता है ,,खेर भाई प्रमोद मिश्रा तो आज भी जो थे वाही है ,,वही
गरीबो के लिए हमदर्दी ,,ज़ुल्म ज़्यादती के खिलाफ संघर्ष ,,कांग्रेस के लिए
जांबाजी और युवा बेरोज़गारों के संघर्ष के लिए आज भी वही उत्साह है
,,,,,,,,,,प्रमोद मिश्रा कोटा भीमगंजमण्डी थाना क्षेत्र में निवासित रहे है
इसी क्षेत्र में संघर्ष के चलते इनकी पहचान बनी और यह कोटा युथ कांग्रेस
के सर्वाधिक संघर्षशील अध्यक्ष साबित हुए ,,,कोटा में इनके लिए संघर्ष का
दौर गुज़रा ,,कोटा के उद्योग डी सी एम ,,सी एफ सी एल ,,चंबल फर्टीलाइज़र जो
भी उद्योग हो उसमे कोटा के बेरोज़गारों को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने
का आंदोलन इनका प्रमुख था ,,शुरू में इन्हे खरीदने की कोशिश की नहीं बिके
तो डराने धमकाने की कोशिश की फिर भी नहीं झुके तो भाईसाहबों से डांट पढ़वाई
,,फिर भी नहीं माने तो उघोगों ने प्रशासन और स्थानीय नेताओ के साथ मिलकर
दमनकारी नीति के तहत झूंठे मुकदमो की साज़िश तय्यार की ,,,सभी उद्योपतियों
उनके वरिष्ठ प्रबंधको से इनका विवाद हुआ ,,स्थानीय बेरोज़गारों को रोज़गार
देने के लिए वार्ताओं के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो फिर प्रमोद मिश्रा
ने मजबूरी में एक टीम तय्यार की स्टेशन पर उतरते ही ऐसे प्रबंधको को जो
कोटा के बेरोज़गारों के स्थान पर बाहर के लोगों को नौकरी दे रहे थे उनकी
हुर्रे लगाई ,,इन पर ऐसे कोटा के बेरोज़गारों के दुश्मन प्रबंधको
,,उद्योपतियों ,,,अधिकारियो ,,नेताओ के साथ मारपीट करने ,,उनकी गाड़ियां जला
देने ,,तोड़फोड़ करने सहित कई दर्जन मुक़दमे दर्ज हुए ,,प्रमोद मिश्रा ने
कोटा के बेरोज़गारों के हक़ संघर्ष और युवाओ के हित के लिए एक जुट होकर
निर्भीकता और ईमानदारी से संघर्ष किया ,,स्थिति यह रही के कई लोग इनको
समझाने के नाम पर लखपति बन गए ,,,,,,उनकी आर्थिक स्थित उद्योगो से मालामाल
होने से सुधर गई ,,,प्रमोद मिश्रा की महनत का ही नतीजा था के कोटा के हर
कोने में लोग इन्हे पुकारने लगे और स्थित यह रही के वार्ड पार्षद के चुनाव
में इनके अपने वार्ड से इनकी भाभी तो दूसरे वार्डो में कई साथियो को यह
अपने खुद के दम पर पार्षद का चुनाव जीता कर लाये ,,इधर मुकदमो का इनके
खिलाफ अम्बार लगता रहा और यह संघर्ष पर संघर्ष करते रहे ,,,,कोटा की
गुटबाज़ी ,,कोटा की उद्योगपतियों की गुलामी ,,,भाजपा कांग्रेस के गठबंधन के
तोर तरीक़ो से भाई प्रमोद मिश्रा का मन ऊब गया ,,,आखिर में प्रमोद मिश्रा ने
अलवर भिवाड़ी में रियल स्टेट व्यवसाय के साथ एक नई ज़िंदगी की शुरआत की और
फिर प्रमोद मिश्रा कोटा के वोह क्रन्तिकारी प्रमोद मिश्रा से बदल गए वोह
विनम्र ,,गंभीर ,,धैर्य ,,संयम वाले ,,गरीबो के हमदर्द ,,शोषण उत्पीड़न के
खिलाफ क़ानूनी संघर्ष ,,,का स्वभाव बनाया ,,प्रमोद मिश्रा के खिलाफ कोटा में
पचास से भी अधिक मुक़दमे अधिकारियो से युवाओ के हक़ के लिए मारपीट करने
,,उद्योगपतियों ,,,,प्रबंधको से कोटा के बेरोज़गारों को रोज़गार देने संघर्ष
के मामले थे ,,पिछले हफ्ते कोटा में एक अदालत से उन्हें बरी किये जाने पर
वोह बहुत खुश थे उनका कहना था के कोटा में उनके खिलाफ अब तक जितने भी
झूंठे मुक़दमे दर्ज हुए थे उन सभी में बरी होने के बाद अब वोह मुक़दमे मुक्त
आदर्श नागरिक है ,,,,,,भाई प्रमोद मिश्रा का नाम एक संघर्ष ,,एक क्रान्ति
था आज वोह प्रमोद मिश्रा अलवर भिवाड़ी के रियल स्टेट व्यवसायी के रूप में
बुर्दुबार ,,समझदार ,,संयमित लगे तो उनके इस बदलाव पर ताज्जुब भी हुआ और
ऐसे अनुज ,,ऐसे छोटे भाई को गले लगाकर मुबारकबाद दिए बगैर नहीं रहा जा सका
,,भाई प्रमोद मिश्रा के कामयाब भविष्य की हम दुआए करते है ,,,,,,,,, सभी
झूंठो मुकदमो से ,,मुक़दमा मुक्त प्रमोद मिश्रा होने पर इन्हे बधाई
मुबारकबाद ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 सितंबर 2015
कोटा की सर ज़मी पर बेरोज़गारों और युवाओ के हमदर्द ह्रदयसम्राट रहे मेरे अनुज भाई प्रमोद मिश्रा पिछले दिनों अपने पुराने आंदोलनकार्यवाही के तहत मुकदमो में कोटा थे ,,,,कई बरसो बाद इस जुझारू संघर्ष शील नौजवान से मिलकर ऐसा लगा के वक़्त और दोस्तों की बेवफाई के साथ साथ जिनके लिए लोग लड़ते है ,,झगड़ते है दर्जनो मुक़दमे लगवाते है उनकी उपेक्षा के चलते हर शख्स अपना रास्ता बदल लेता है ,,खेर भाई प्रमोद मिश्रा तो आज भी जो थे वाही है ,,वही गरीबो के लिए हमदर्दी ,,ज़ुल्म ज़्यादती के खिलाफ संघर्ष ,,कांग्रेस के लिए जांबाजी और युवा बेरोज़गारों के संघर्ष के लिए आज भी वही उत्साह है ,,,,,,,,,,प्रमोद मिश्रा कोटा भीमगंजमण्डी थाना क्षेत्र में निवासित रहे है इसी क्षेत्र में संघर्ष के चलते इनकी पहचान बनी और यह कोटा युथ कांग्रेस के सर्वाधिक संघर्षशील अध्यक्ष साबित हुए ,,,कोटा में इनके लिए संघर्ष का दौर गुज़रा ,,कोटा के उद्योग डी सी एम ,,सी एफ सी एल ,,चंबल फर्टीलाइज़र जो भी उद्योग हो उसमे कोटा के बेरोज़गारों को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने का आंदोलन इनका प्रमुख था ,,शुरू में इन्हे खरीदने की कोशिश की नहीं बिके तो डराने धमकाने की कोशिश की फिर भी नहीं झुके तो भाईसाहबों से डांट पढ़वाई ,,फिर भी नहीं माने तो उघोगों ने प्रशासन और स्थानीय नेताओ के साथ मिलकर दमनकारी नीति के तहत झूंठे मुकदमो की साज़िश तय्यार की ,,,सभी उद्योपतियों उनके वरिष्ठ प्रबंधको से इनका विवाद हुआ ,,स्थानीय बेरोज़गारों को रोज़गार देने के लिए वार्ताओं के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो फिर प्रमोद मिश्रा ने मजबूरी में एक टीम तय्यार की स्टेशन पर उतरते ही ऐसे प्रबंधको को जो कोटा के बेरोज़गारों के स्थान पर बाहर के लोगों को नौकरी दे रहे थे उनकी हुर्रे लगाई ,,इन पर ऐसे कोटा के बेरोज़गारों के दुश्मन प्रबंधको ,,उद्योपतियों ,,,अधिकारियो ,,नेताओ के साथ मारपीट करने ,,उनकी गाड़ियां जला देने ,,तोड़फोड़ करने सहित कई दर्जन मुक़दमे दर्ज हुए ,,प्रमोद मिश्रा ने कोटा के बेरोज़गारों के हक़ संघर्ष और युवाओ के हित के लिए एक जुट होकर निर्भीकता और ईमानदारी से संघर्ष किया ,,स्थिति यह रही के कई लोग इनको समझाने के नाम पर लखपति बन गए ,,,,,,उनकी आर्थिक स्थित उद्योगो से मालामाल होने से सुधर गई ,,,प्रमोद मिश्रा की महनत का ही नतीजा था के कोटा के हर कोने में लोग इन्हे पुकारने लगे और स्थित यह रही के वार्ड पार्षद के चुनाव में इनके अपने वार्ड से इनकी भाभी तो दूसरे वार्डो में कई साथियो को यह अपने खुद के दम पर पार्षद का चुनाव जीता कर लाये ,,इधर मुकदमो का इनके खिलाफ अम्बार लगता रहा और यह संघर्ष पर संघर्ष करते रहे ,,,,कोटा की गुटबाज़ी ,,कोटा की उद्योगपतियों की गुलामी ,,,भाजपा कांग्रेस के गठबंधन के तोर तरीक़ो से भाई प्रमोद मिश्रा का मन ऊब गया ,,,आखिर में प्रमोद मिश्रा ने अलवर भिवाड़ी में रियल स्टेट व्यवसाय के साथ एक नई ज़िंदगी की शुरआत की और फिर प्रमोद मिश्रा कोटा के वोह क्रन्तिकारी प्रमोद मिश्रा से बदल गए वोह विनम्र ,,गंभीर ,,धैर्य ,,संयम वाले ,,गरीबो के हमदर्द ,,शोषण उत्पीड़न के खिलाफ क़ानूनी संघर्ष ,,,का स्वभाव बनाया ,,प्रमोद मिश्रा के खिलाफ कोटा में पचास से भी अधिक मुक़दमे अधिकारियो से युवाओ के हक़ के लिए मारपीट करने ,,उद्योगपतियों ,,,,प्रबंधको से कोटा के बेरोज़गारों को रोज़गार देने संघर्ष के मामले थे ,,पिछले हफ्ते कोटा में एक अदालत से उन्हें बरी किये जाने पर वोह बहुत खुश थे उनका कहना था के कोटा में उनके खिलाफ अब तक जितने भी झूंठे मुक़दमे दर्ज हुए थे उन सभी में बरी होने के बाद अब वोह मुक़दमे मुक्त आदर्श नागरिक है ,,,,,,भाई प्रमोद मिश्रा का नाम एक संघर्ष ,,एक क्रान्ति था आज वोह प्रमोद मिश्रा अलवर भिवाड़ी के रियल स्टेट व्यवसायी के रूप में बुर्दुबार ,,समझदार ,,संयमित लगे तो उनके इस बदलाव पर ताज्जुब भी हुआ और ऐसे अनुज ,,ऐसे छोटे भाई को गले लगाकर मुबारकबाद दिए बगैर नहीं रहा जा सका ,,भाई प्रमोद मिश्रा के कामयाब भविष्य की हम दुआए करते है ,,,,,,,,, सभी झूंठो मुकदमो से ,,मुक़दमा मुक्त प्रमोद मिश्रा होने पर इन्हे बधाई मुबारकबाद ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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