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01 सितंबर 2015

आर्मी चीफ ने कहा- सीमा पर कभी भी हो सकती है छोटी लड़ाई, रहना होगा तैयार

फाइल फोटोः आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग।
फाइल फोटोः आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग।
नई दिल्ली. पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर तोड़ने और घुसपैठ की कोशिशों पर आर्मी चीफ ने कहा है कि सीमा पर छोटी लड़ाइयां कभी भी हो सकती हैं। इसके लिए हमें हर पल तैयार रहना होगा।
जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने कहा है कि पश्चिम में हमारा पड़ोसी (पाकिस्‍तान) लगातार सीजफायर तोड़ रहा है और घुसपैठ की कोशिशें कर रहा है। इस वजह से सीमा पर हमेशा हलचल रहती है। आने वाले समय में हमें काफी कम वक्‍त की वॉर्निंग पर कभी भी छोटी-छोटी लड़ाइयां लड़नी पड़ सकती हैं। इसके लिए हमें हमेशा बड़े पैमाने पर तैयारी के साथ मुस्‍तैद रहना होगा।
जम्मू-कश्मीर को लेकर क्या कहा?
जनरल सुहाग 1965 की भारत-पाकिस्तान लड़ाई के 50 साल पूरे होने के मौके पर दिल्‍ली में एक सेमिनार में बोल रहे थे। उन्‍होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए हमें सतर्क रहना होगा।
आर्मी चीफ क्यों दे रहे हैं ऐसा बयान?
इस साल पाकिस्तान की ओर से 240 बार सीजफायर तोड़ा गया है। केवल अगस्त महीने में 55 बार सीजफायर तोड़े जाने की घटना हुई। पिछले दो हफ्ते में सीमा पार से हुई फायरिंग में जम्मू-कश्मीर के सीमा इलाकों में तीन आम लोगों की मौत हुई जबकि नौ घायल हुए। इंडिपेंडेंस डे (15 अगस्त) पर भी पाकिस्तान की ओर से भारत के इलाकों में फायरिंग की गई थी।
डिफेंस मिनिस्टर ने क्या कहा?
इसी प्रोग्राम में डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर ने कहा, ''देश में सुरक्षा को लेकर जटिल माहौल है। जरूरत है कि हम हमेशा सतर्क रहें।''
पाकिस्तान ने कितनी बार सीजफायर तोड़ा?
- रूस के उफा में 10 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के बीच मुलाकात होने के बाद पाकिस्तान ने 95 बार सीजफायर तोड़ा है।
- अगस्त में पाकिस्तान ने 55 बार सीजफायर तोड़ा।
- इस साल पाकिस्तान ने अब तक 250 बार सीजफायर तोड़ा है।
साल पाक ने बॉर्डर और एलओसी पर कितनी बार तोड़ा सीजफायर कितने जवान शहीद हुए कितने आम लोगों की जान गई कितने लोग प्रभावित हुए
2015 में अब तक 250 से ज्यादा बार 17 24 8000
2014 430 बार 41 26 2.08 लाख
पिछले साल हुई थी 44 साल में सबसे भारी फायरिंग

पिछले साल अगस्त के बाद पाकिस्तान की भारी फायरिंग के कारण एलओसी के आसपास के गांवों के 32 हजार लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा था। 1971 के बाद यह पहला मौका था, जब बॉर्डर और एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से इतनी ज्यादा फायरिंग हुई थी।
क्या है इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी?

पाकिस्तान से सटा इंटरनेशनल बॉर्डर 2313 किलोमीटर लंबा है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में एलओसी 772 किलामीटर लंबी है। इंटरनेशनल बॉर्डर को बीएसएफ गार्ड करती है, जबकि एलओसी की हिफाजत आर्मी करती है। पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर बीएसएफ की चौकियों को ज्यादा निशाना बनाता है।
कब हुआ था सीजफायर एग्रीमेंट?

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर एग्रीमेंट नवंबर 2003 में हुआ था। दोनों देशों के बीच यह तय हुआ था कि बॉर्डर और एलओसी पर फायरिंग नहीं होगी। लेकिन पाकिस्तान ने हर साल कई-कई बार सीजफायर तोड़ा है। इससे पहले 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। बाद में वाजपेयी सरकार के वक्त 2003 में दोबारा सीजफायर लागू हुआ।

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