अमेठी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने
रविवार को राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में गांधी परिवार पर जमीन
हथियाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यहां लगभग 30 साल पहले सम्राट
बाइसिकिल्स कंपनी की फैक्ट्री के लिए ली गई 65.57 एकड़ जमीन सोनिया गांधी
की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी ट्रस्ट के नाम कर दी गई है। उन्होंने
अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये आरोप लगाया।
यह जमीन इंडस्ट्रियल एरिया कौहार में उत्तर प्रदेश स्टेट
इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (यूपीएसआईडीसी) ने सम्राट बाइसिकिल्स को
90 साल की लीज पर दी गई थी। आरोपों के अनुसार, सम्राट बाइसिकिल्स ने पहले
जमीन अवैध तरीके से अपने नाम दर्ज कराई। फिर फरवरी 2015 में यह नेहरू
गांधी परिवार की ओर से संचालित राजीव गांधी ट्रस्ट के नाम कर दी।
स्मृति ईरानी ने नेहरू गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस
प्रोजेक्ट के जरिए इलाके का औद्योगिक विकास और युवाओं को रोजगार देना था,
उसे राजीव गांधी ट्रस्ट के नाम कराकर देश के पहले सियासी परिवार ने अमेठी
की जनता के साथ विश्वासघात किया। इस जमीन को रेवेन्यू रिकॉर्ड में सम्राट
बाइसिकिल्स के नाम दर्ज कराने के संबंध में अमेठी के एडीएम ने
यूपीएसआईडीसी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर को इसी साल जून में एक चिट्ठी भी
लिखी थी पड़ताल में पता चला कि इस फैक्ट्री में कुछ
मशीनें लगाई गई थीं और कुछ दिन काम भी हुआ था।
स्मृति ने दिखाए दस्तावेज
केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि जमीन को गांधी परिवार ने अपने नाम करा लिया। राहुल गांधी किसानों के हितैषी बनते हैं, लेकिन उन्हीं की जमीन को गलत तरीके से कब्जा कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि बीते 60 साल से कांग्रेस ने सिर्फ लोगों को धोखा दिया है। वह लोगों के इमोशन के साथ खेलते हैं।
केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि जमीन को गांधी परिवार ने अपने नाम करा लिया। राहुल गांधी किसानों के हितैषी बनते हैं, लेकिन उन्हीं की जमीन को गलत तरीके से कब्जा कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि बीते 60 साल से कांग्रेस ने सिर्फ लोगों को धोखा दिया है। वह लोगों के इमोशन के साथ खेलते हैं।
जमीन देने के बाद भी लोगों को नहीं मिला रोजगार
अमेठी के ही रहने वाले नागेंद्र नारायण पाठक ने बताया कि उनके
बुजर्गों की भी 5 बीघा जमीन सम्राट साइकिल फैक्ट्री के लिए ली गई थी। 64
बीघे में बनी इस फैक्ट्री के लिए लोगों को जमीन की मिलकियत के हिसाब से
पैसा दिया गया था। लोगों को पांच हजार रुपए बीघे के हिसाब से पैसा मिला था।
इसके अलावा रोजगार देने की बात भी कही गई थी, लेकिन फैक्ट्री बंद होने की
वजह से रोजगार नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सम्राट
बाइसिकिल्स के नाम पर उनके साथ गद्दारी की है।
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