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23 अगस्त 2015

जानीये ईस्लाम धर्म के बारे में

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👉ईस्लाम - इस्लाम का अपना कानून है (शरीयत)
इस्लामी संविधान !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान के साथ साथ उस देश के
कानून का पालन करने का हुक्म देता है जिस देश में आप रहते
हो !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में तिनके के बराबर
फेरबदल करनेवालों को इस्लाम से खारिज करदेता है।
👉 ईस्लाम -अपने मुल्क से मोहब्बत करना ईमान का एक हिस्सा
बताता है !
👉 ईस्लाम - सबसे पहले अपने पडोसी के दुःख में
साथ देने का हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - अगर कोई गरीब भूँखा सोने जा रहा है तो
पूरे मोहल्ले का खाना हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - अगर कोई मजबूर किसी गाव का ईद के
दिन नया कपडा न पहने तो सारे गाव वालो के नए कपडे को खराब
बताता है।
👉 ईस्लाम -किसी की बात की
चुगली करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - गरीब, यतीम , लाचार ,
की मदद करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - किसी के माल को हड़पने को हराम करार
देता है।
👉 ईस्लाम - विधवा से
शादी करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में बेटियों का मर्तबा बेटों
के मुकाबले में बड़ा है।
👉 ईस्लाम - भ्रूण हत्या को
क़त्ल संगीन अपराध
करार दिया है।
👉 ईस्लाम - किसी के साथ किये गए मदद के बदले में
एहसान ज़ाहिर ना करने की शिक्षा देता है।
👉 ईस्लाम- शोहरत के साथ दान करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - शराब को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - जुआ खेलने को हराम जुए में
जीती गयी रकम को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान नारी जात को
पर्दा करने का हुक्म देता है ! क्योंकि इससे वह गलत नज़रों से
बच सकें।
🔻जो आजकल की लडकिया मुह पर कपडा बांधकर घर से बहार निकलती है।
👉 ईस्लाम - खून कत्ल करने वालों को बे मुद्दत
जहन्नमी करार देता है।
👉 ईस्लाम - कभी पहले वार न करने की
सबक देता है ! और तीसरे वार के बाद जबाब देने का
हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - स्नान करने का तरीका बताता है ! मुह
धोने से लेकर पैर धुलने तक तरीका बताता है।
👉 ईस्लाम - सोने के लिए लेटने का तरीका बताता है !
इस्लाम - इस्लाम मर्दों के लिए सोने चांदी के गहने
पहनने के लिए हराम करार देता है !
👉 ईस्लाम - खड़े होकर खाना खाने को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - कुत्ता, बिल्ली, शेर, चूहा, सुवर, गधा,
घोडा, हांथी, तोता , गीध , कव्वा , आदि पंजो
से पकड़ कर भोजन करने वाले पसु तथा पंछियो के मांस को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - सूद व्याज के पैसों को सुवर के गोस्त के बराबर हराम
करार देता है !
👉 ईस्लाम - कुरआन पढ़ने का हुक्म देता है! कुरआन - में सबसे पहले जो शब्द आया है "इकरा" जिसका मतलब "पढ़ो" ऐसा होता है।और कुरआन
अल्लाह की पहचान बताता है।

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