🌹🌹
👉ईस्लाम - इस्लाम का अपना कानून है (शरीयत)
इस्लामी संविधान !
👉ईस्लाम - इस्लाम का अपना कानून है (शरीयत)
इस्लामी संविधान !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान के साथ साथ उस देश के
कानून का पालन करने का हुक्म देता है जिस देश में आप रहते
हो !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में तिनके के बराबर
फेरबदल करनेवालों को इस्लाम से खारिज करदेता है।
👉 ईस्लाम -अपने मुल्क से मोहब्बत करना ईमान का एक हिस्सा
बताता है !
👉 ईस्लाम - सबसे पहले अपने पडोसी के दुःख में
साथ देने का हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - अगर कोई गरीब भूँखा सोने जा रहा है तो
पूरे मोहल्ले का खाना हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - अगर कोई मजबूर किसी गाव का ईद के
दिन नया कपडा न पहने तो सारे गाव वालो के नए कपडे को खराब
बताता है।
👉 ईस्लाम -किसी की बात की
चुगली करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - गरीब, यतीम , लाचार ,
की मदद करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - किसी के माल को हड़पने को हराम करार
देता है।
👉 ईस्लाम - विधवा से
शादी करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में बेटियों का मर्तबा बेटों
के मुकाबले में बड़ा है।
👉 ईस्लाम - भ्रूण हत्या को
क़त्ल संगीन अपराध
करार दिया है।
👉 ईस्लाम - किसी के साथ किये गए मदद के बदले में
एहसान ज़ाहिर ना करने की शिक्षा देता है।
👉 ईस्लाम- शोहरत के साथ दान करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - शराब को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - जुआ खेलने को हराम जुए में
जीती गयी रकम को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान नारी जात को
पर्दा करने का हुक्म देता है ! क्योंकि इससे वह गलत नज़रों से
बच सकें।
🔻जो आजकल की लडकिया मुह पर कपडा बांधकर घर से बहार निकलती है।
👉 ईस्लाम - खून कत्ल करने वालों को बे मुद्दत
जहन्नमी करार देता है।
👉 ईस्लाम - कभी पहले वार न करने की
सबक देता है ! और तीसरे वार के बाद जबाब देने का
हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - स्नान करने का तरीका बताता है ! मुह
धोने से लेकर पैर धुलने तक तरीका बताता है।
👉 ईस्लाम - सोने के लिए लेटने का तरीका बताता है !
इस्लाम - इस्लाम मर्दों के लिए सोने चांदी के गहने
पहनने के लिए हराम करार देता है !
👉 ईस्लाम - खड़े होकर खाना खाने को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - कुत्ता, बिल्ली, शेर, चूहा, सुवर, गधा,
घोडा, हांथी, तोता , गीध , कव्वा , आदि पंजो
से पकड़ कर भोजन करने वाले पसु तथा पंछियो के मांस को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - सूद व्याज के पैसों को सुवर के गोस्त के बराबर हराम
करार देता है !
👉 ईस्लाम - कुरआन पढ़ने का हुक्म देता है! कुरआन - में सबसे पहले जो शब्द आया है "इकरा" जिसका मतलब "पढ़ो" ऐसा होता है।और कुरआन
अल्लाह की पहचान बताता है।
कानून का पालन करने का हुक्म देता है जिस देश में आप रहते
हो !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में तिनके के बराबर
फेरबदल करनेवालों को इस्लाम से खारिज करदेता है।
👉 ईस्लाम -अपने मुल्क से मोहब्बत करना ईमान का एक हिस्सा
बताता है !
👉 ईस्लाम - सबसे पहले अपने पडोसी के दुःख में
साथ देने का हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - अगर कोई गरीब भूँखा सोने जा रहा है तो
पूरे मोहल्ले का खाना हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - अगर कोई मजबूर किसी गाव का ईद के
दिन नया कपडा न पहने तो सारे गाव वालो के नए कपडे को खराब
बताता है।
👉 ईस्लाम -किसी की बात की
चुगली करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - गरीब, यतीम , लाचार ,
की मदद करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - किसी के माल को हड़पने को हराम करार
देता है।
👉 ईस्लाम - विधवा से
शादी करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में बेटियों का मर्तबा बेटों
के मुकाबले में बड़ा है।
👉 ईस्लाम - भ्रूण हत्या को
क़त्ल संगीन अपराध
करार दिया है।
👉 ईस्लाम - किसी के साथ किये गए मदद के बदले में
एहसान ज़ाहिर ना करने की शिक्षा देता है।
👉 ईस्लाम- शोहरत के साथ दान करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - शराब को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - जुआ खेलने को हराम जुए में
जीती गयी रकम को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान नारी जात को
पर्दा करने का हुक्म देता है ! क्योंकि इससे वह गलत नज़रों से
बच सकें।
🔻जो आजकल की लडकिया मुह पर कपडा बांधकर घर से बहार निकलती है।
👉 ईस्लाम - खून कत्ल करने वालों को बे मुद्दत
जहन्नमी करार देता है।
👉 ईस्लाम - कभी पहले वार न करने की
सबक देता है ! और तीसरे वार के बाद जबाब देने का
हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - स्नान करने का तरीका बताता है ! मुह
धोने से लेकर पैर धुलने तक तरीका बताता है।
👉 ईस्लाम - सोने के लिए लेटने का तरीका बताता है !
इस्लाम - इस्लाम मर्दों के लिए सोने चांदी के गहने
पहनने के लिए हराम करार देता है !
👉 ईस्लाम - खड़े होकर खाना खाने को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - कुत्ता, बिल्ली, शेर, चूहा, सुवर, गधा,
घोडा, हांथी, तोता , गीध , कव्वा , आदि पंजो
से पकड़ कर भोजन करने वाले पसु तथा पंछियो के मांस को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - सूद व्याज के पैसों को सुवर के गोस्त के बराबर हराम
करार देता है !
👉 ईस्लाम - कुरआन पढ़ने का हुक्म देता है! कुरआन - में सबसे पहले जो शब्द आया है "इकरा" जिसका मतलब "पढ़ो" ऐसा होता है।और कुरआन
अल्लाह की पहचान बताता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)